बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 6 अगस्त। जाति समस्या को लेकर विगत तीस वर्षों से जूझ रहे महार समाज को आरक्षण मिलने से समाज के लोगों में खुशी की लहर व्याप्त है। शनिवार को यहां अपने निवास में मराई महार समाज के जिलाध्यक्ष सुरेश चंद्राकर ने महार समाज के लोगों के बीच पत्रकारों को इसकी जानकारी दी।
मराई महार समाज के अध्यक्ष सुरेश चंद्राकर ने प्रेसवार्ता आयोजित कर पत्रकारों को बताया कि मेहरा, महारा अथवा महार जाति प्रमाण पत्र बनाने में मात्रात्मक त्रुटि में सुधार हुई है। चंद्राकर ने बताया कि मेहरा महारा अथवा महार जाति को संवैधानिक रूप से संविधान में अनूसूचित जाति में शामिल किया गया है। जाति बनने से प्रदेश में समाज के पांच लाख लोगों को इसका लाभ मिलेगा।
उन्होंने स्वर्गीय महेन्द्र कर्मा की जंयती पर उन्हे याद करते हुए नमन किया। उन्होंने बताया कि स्वर्गीय कर्मा द्वारा समाज को दिये गए अमूल्य समय को हमारा समाज सदैव याद कर उनका ऋणी रहेगा। साथ ही चंद्राकर ने जाति समस्या को हल कराने में जिस किसी ने भी प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग दिया है उन सबका उन्होंने आभार प्रकट किया है। उनका भी आभार जताया हैं।
जिलाध्यक्ष सुरेश चंद्राकार व जिले के चारो ब्लाको से आये महार समाज के लोगों ने केन्द्र व राज्य सरकार के साथ ही बस्तर सांसद दीपक बैज, मंत्री कवासी लखमा, दंतेवाड़ा विधायक देवती कर्मा व बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनका आभार व्यक्त किया है।
सुरेश चंद्राकर ने आगे कहा कि महार समाज के लोगों का जाति प्रमाण पत्र बनाने में आ रही समस्या का समाधान होने से समाज के युवाओं को सरकारी नौकरी और शिक्षा ग्रहण करने के साथ ही साथ सरकारी योजनाओं में आरक्षण का लाभ मिलेगा। जिससे समाज और देश आगे बढ़ेगा।
पत्रकार वार्ता के दौरान समाज के मल्लाराव गांधरला ,नंदकिशोर गांधरला, महेश चापडी, विष्णु दुर्गम मनीष झाडी, परीक्षित के जी, कामेश मोरला, सडवली मोरला, रूद्र झाड़ी, विजय चंद्रकार, सडवली कावरे, मोरला,अनसूर्या ,जंगम समक्का ,मोरला सत्यवती के अलावा महार समाज के लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे।