रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 7 सितंबर। पी सी सी एफ ने अपने सभी सी सी एफ, डीएफओ से जंगल और वन पहुंच मार्ग पर स्थित चैक पोस्ट की निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए है। इस दौरान चुनावी प्रलोभन सामग्री की आवाजाही जांच कर हर सप्ताह रिपोर्ट भेजने कहा है।
यहां बता दें कि प्रदेश में करीब 35 वन चेक पोस्ट हैं इनमें कई अंतरराज्यीय सीमा पर है। पिछले दिनों देश के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कलेक्टरों से कहा था कि सभी चैक पोस्ट पर कड़ी निगरानी रखी जाए। और शराब, रकम और अन्य प्रलोभन सामग्री की इंटरस्टेट ट्रैफिकिंग को रो के।
पीसीसीएफ ने इसी सिलसिले में यह आदेश जारी किया है। प्रदेश के भीतरी इलाकों की विधानसभा सीटों खासकर एसटी वर्ग का बड़ा हिस्सा वनग्रामों में आता है। जहां प्रलोभन आसानी से संभव है,होता भी रहा है। इस बार आयोग का दावा है कि राज्य की मशीनरी से ही रोका जाएगा । यह कितना कारगर होगा यह तो आने वाले दिन ही बताएंगे।
बहरहाल पीसीसीएफ के मुताबिक सभी वनोपज जांच नाकों में पर्याप्त बल तैनात किया जाएगा। प्रलोभन सामग्री के परिवहन के संदिग्ध मार्गों को चिन्हित कर आवश्यकता अनुसार अस्थाई चौकी बनाकर बल रखा जाएगा।
किसी वाहन में प्रलोभन पाए जाने पर पुलिस, आबकारी और मंडी अमले को सूचित कर मदद ली जाए। दो दिन में इन व्यवस्थाओं की पूर्णता की रिपोर्ट और फिर हर शुक्रवार को मुख्यालय भेजना अनिवार्य है। मुख्यालय में एपीसीसीएफ कौशलेंद्र कुमार को आयोग ने व्यय निगरानी के लिए नोडल अफसर बनाया है।