महासमुन्द

182 में से 161 धान खरीदी केन्द्रों में बायोमेट्रिक सिस्टम डिवाइस से धान खरीदी का ट्रायल पूर्ण, पुराना सॉफ्टवेयर लॉक होगा
21-Nov-2023 2:35 PM
182 में से 161 धान खरीदी केन्द्रों में बायोमेट्रिक सिस्टम डिवाइस से धान खरीदी का ट्रायल पूर्ण, पुराना सॉफ्टवेयर लॉक होगा

 2-3 दिनों के भीतर ही बायोमेट्रिक पद्धति से धान खरीदी शुरू  होने  की संभावना  

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

महासमुंद, 21 नवम्बर। महासमुंद जिले के धान खरीदी केन्द्रों में बायोमेट्रिक सिस्टम डिवाइस से धान खरीदी का ट्रॉयल जारी है। सोमवार तक की स्थिति में कुल 182 में से 161 धान खरीदी में ट्रायल पूर्ण कर लिया गया है। लगभग सभी केन्द्रों में ट्रायल सुचारू रूप से संचालित हुआ है। शेष केन्द्रों में 2 दिनों के भीतर ट्रायल पूर्ण कर लिया जाएगा। सभी 182 केन्द्रों में सुचारू रूप से बायोमेट्रिक सिस्टम से धान खरीदी शुरू होने के बाद मैन्युअल रूप से खरीदी तथा एप को लॉक कर दिया जाएगा। यानी बायोमेट्रिक डिवायस अच्छे तरह से काम करना शुरू करेगी तो परंपरागत खरीदी के लिए जारी सॉफ्टवेयर लॉक कर दिया जाएगा।

मिली जानकारी के अनुसार इस बार शासन ने बायोमेट्रिक तरीके से धान खरीदी करने की योजना बनाई है। इसे लेकर पूरे प्रदेश भर से बायोमेट्रिक डिवाइस इंस्टॉल किया जा रहा है। हमारे में लगभग काम पूर्ण होने की कगार पर है। इस बार 1 लाख 57 हजार 746 किसान इस डिवाइस के माध्यम से धान बेचेंगे। विभाग की ओर से यह प्रयास है कि आगामी 2.3 दिनों के भीतर ही बायोमेट्रिक पद्धति से खरीदी शुरू करें।        जानकारी के मुताबिक किसी भी तरह की फर्जी खरीदी रोकने के लिए इस साल आधार नंबर बायोमेट्रिक प्रक्रिया अपनाई जा रही। इसमें धान बेचने के लिए किसानों को स्वयं अथवा उनके द्वारा नामित व्यक्ति धान बेचते समय अपने अंगूठे के निशान की मदद से आधार कार्ड पर आधारित बायोमेट्रिक प्रणाली की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। समितियों में किसानों को कोई परेशानी न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा।                                            किसान द्वारा या नामित व्यक्ति द्वारा अगर किसी कारणवश धान बेचने में कोई दिक्कत हो तो एक-एक विश्वसनीय व्यक्ति की नियुक्ति कलेक्टर द्वारा की जाएगी। वह किसान को धान बेचने में मदद करेगा। किसान का आधार मशीन में स्वीकार नहीं होने पर किसान के पंजीकृत मोबाइल नंबर में ओटीपी आएगा। जिसका उपयोग कर धान खरीदी प्रक्रिया संपादित की जाएगी।

मालूम हो कि खरीफ सीजन 2023-24 में पारदर्शी तरीके से धान खरीदी करने के लिए शासन द्वारा बायोमेट्रिक क प्रणाली लागू की जा रही है।

 जिसमें किसान अपना अंगूठा लगाने के पश्चात अपनी धान बिक्री कर सकते हैं। जिस तरह से पीडीएस की दुकान पर राशन लेने के लिए अंगूठा लगाना पड़ता है। अब उसी तरह किसानों को धान बेचते समय अंगूठा लगाना पड़ेगा।

 किसानों को समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के दौरान कोई असुविधा न हो, इसके लिए उनके परिवार एवं रिश्तेदार को नॉमिनी बनाने की सुविधा प्रदाय किया गया है। जिसके आधार पर किसान स्वयं उपस्थित होकर या उनके द्वारा बनाए गए नामिनी के द्वारा धान की बिक्री कर सकते हैं।

राहुल अन्दुस्कर डीएमओ महासमुंद के मुताबकि उक्त प्रक्रिया के सुचारु संचालन के लिए समिति प्रबंधकों का आधार भी अनिवार्य किया गया है।

नवीन धान पंजीयन एवं रकबा संशोधन के लिए किसानों को जिला सहकारी केंद्रीय बैंक पासबुक, आधार कार्ड की फोटो कॉपी, बी.1 पी.2, ऋण पुस्तिका की फोटो कॉपी, नामिनी का आधार कार्ड फोटो कॉपी, अन्य हिस्सेदार का सहमति प्रमाण-पत्र, मोबाइल नंबर एवं एक फोटो के साथ समिति का सदस्यता होना अनिवार्य है।

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