बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 5 दिसंबर। भाषा उत्सव राष्ट्रीय एकता एवं सद्भावना हेतु बहुभाषावाद को प्रोत्साहित करने के लिए भाषा उत्सव के अंतर्गत महाराष्ट्र राज्य के कोल्हापुर जिले से कुमार विद्यामंदिर टाकवडे, केन्द्र- नांदणी तालुका-शिरोल, विद्यालय के शिक्षकों एवं छात्रों के साथ छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार -भाटापारा जिले से शासकीय प्राथमिक शाला- डोटोपार, संकुल गिंदोला, विखं- बलौदा बाजार के बच्चे रूबरू हुए।
यहां के विद्यार्थियों ने महाराष्ट्र के बच्चों के साथ वहाँ के भाषा और संस्कृति के बारे में ढेर सारी बातें साझा की। वहां के बच्चों ने यहां के बच्चों से स्कूल की टाइमिंग, खानपान ,यहां के दर्शनीय स्थल के बारे में बहुत सारे प्रश्न किये। महाराष्ट्र के स्कूल के बच्चों ने बच्चों से शाला में होने वाली विविध गतिविधियों के बारे में भी जानकारी ली ।
इसके साथ ही बच्चों ने महाराष्ट्र का राजकीय गीत ‘माझा महाराष्ट्र’ भी बच्चों को सुनाया। हमारे बच्चों ने भी छत्तीसगढ़ का राजकीय गीत अरपा पैरी के धार गीत की प्रस्तुति बच्चों के सामने की। वहां के मुख्य अध्यापक प्रकाश खोजकर एवं कक्षा तीसरी की अध्यापिका अर्पणा परीट ने बच्चों को महाराष्ट्र खान-पान और वहां के मुख्य फसल की जानकारी दी।
इसके साथ छोटे छोटे वाक्यों में नमस्ते -नमस्कार,मैं जा रहा हूं-मी जाता आहे, मैं खाता हूं- मी खाते आहे, मंै पढ़ता हूं- मी अभ्यास करते आहे बहुत सुंदर-लय भारी आप कैसे है- तुम्ही कसे आहात, आदि को महाराष्ट्रीयन में कैसे बोलते हैं इसको बताया। इसके साथ ही बच्चों ने छत्तीसगढ़ के बच्चों ने छत्तीसगढिय़ा सबले बढिय़ा, जय जोहार ,राम-राम अउ सब बने बने आदि शब्दों को भी महाराष्ट्र के बच्चों को बताया।
इस काम में संस्था प्रमुख शेषनारायण तिवारी, मैडम सीमा जायसवाल, योगेश्वरी साहू, विरेन्द्र कुमार डहरिया व पुष्पा वर्मा की सक्रिय भागीदारी रही। इस कार्यक्रम के लिए अजीम प्रेमजी फाउंडेशन से टीना कटकवार मैडम का विशेष सहयोग रहा।