रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 जनवरी। पेट्रोल-डीजल टैंकर के बाद यात्री बसों के ड्राइवर भी हड़ताल पर जाने लगे हैं। इसकी शुरूआत सुबह अंबिकापुर के ड्राइवरों ने कर दी है। उसके बाद बिलासपुर, अंबिकापुर, राजनांदगांव, महासमुंद और राजधानी में बस ड्राइवर भी सीट से उतर गए। बिलासपुर के तिफरा बस स्टैण्ड के बाहर ड्राइवर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। वहीं राजधानी के भाटागांव अंतरराज्जीय बस स्टैण्ड से भी एक भी बस रवाना नहीं हुई। ड्राइवर मुख्य द्वार पर आकर दूसरे राज्यों की बसों को भी रोकने लगे। वहीं रिंगरोड नंबर-4 पर ट्रक ड्राइवरों ने अपने गाड़ी सडक़ पर खड़ी कर दी।
मिली जानकारी के अनुसार नए परिवहन कानून में हिट रन को लेकर किए गए संशोधन का विरोध किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि हड़ताल के संबंध में आज दोपहर इक_े होंगे और आगे की रणनीति तय की जाएगी। बताया जा रहा है कि अगर ड्राइवर हड़ताल पर गए तो तीन दिनों तक बस बंद हो सकते हैं।
वहीं, अंबिकापुर के गांधी चौक पर गाडिय़ां खड़ी कर रास्ता जाम कर दिया है। नए परिवहन कानून के विरोध में बस चालकों के साथ अब ऑटो, ट्रक चालक भी शामिल हो गए हैं। सभी चालक नए परिहन कानून में ड्राइवरों के लिए जो नियम लागू किए गए हैं उसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
हिट एंड रन के नए कानून को लेकर देशव्यापी वाहन चालकों के हड़ताल के मद्देनजर राजनंादगांव में भी बस चालकों ने काम बंद के तहत हड़ताल किया। इस कानून के विरोध में न सिर्फ बस चालक, बल्कि ट्रक, टैक्सी समेत अन्य माल वाहक के चालक भी समर्थन में रहे। हड़ताल के कारण बसें अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पाई।
महासमुंद में आज नये साल की सुबह ही बड़े छोटे वाहन चालकों ने हड़ताल कर दी है। सभी बसें स्टैंड में खड़ी हैं और ट्रकों, टैक्सियों की आवाजाही बंद है।
बीते दो दिनों से पेट्रोल-डीजल टैंकर के ड्राइवरों की हड़ताल की वजह से पूरे प्रदेश में निजी पेट्रोल पंप लगभग खाली हो चुके हैं। केवल पुलिस के आस्था पेट्रोल पंप में ही उपलब्ध है। जहां वाहन चालकों की लंबी कतारे देखा जा सकती है।