रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 10 जनवरी। आदिवासी जमीन को तहसील के दस्तावेजों में सामान्य बनाकर बिक्री की शिकायत एसडीएम घरघोड़ा के पास लिखित रूप से की गयी है।
शिकायतकर्ता द्वारा शिकायत पत्र में बताया गया कि घरघोड़ा नगर के सुरेन्द्र सिंह भाटिया द्वारा आदिवासी भूमि को अपने पुत्र पुत्री के नाम से चढ़वाकर उसे आदिवासी से सामान्य भूमि में बदल दिया और उसे मुकतेश ट्रेडर्स को बिक्री भी कर दिया, जबकि इस विषय में पूर्व में भी आवेदक द्वारा तहसीलदार को शिकायत सौंपा गया था, पर आदिवासी भूमि के सामान्य में कनवर्ट होने के जादू की जाँच की बजाय अधिकारी ने उक्त कनवर्टेड जमीन की बिक्री भी विधिवत सम्पन्न हो गयी। अब मामले की शिकायत पर एसडीएम ने जाँच हेतु रिमार्क किया है, जिससे शिकायतकर्ता को उम्मीद जगी है कि इस फर्जीवाड़े का खुलासा हो सकेगा।
लाखों में बिकी जमीन, फिर भी जाँच में अनदेखी
इस मामले में शिकायतकर्ता की माने तो आदिवासी जमीन को तहसील कार्यालय में सांठ-गांठ कर पहले सामान्य जमीन दर्शाया गया और फिर सामान्य जमीन बताकर उसकी लाखों में बिक्री कर दी गयी। ऐसे में लाखों के खेल की लिखित शिकायत के बाद भी तहसील कार्यालय में जाँच को लेकर बेपरवाही बताती है कि लाखों के वजन में कई कंधे झुके हुए है, जिससे जमीन के कनवर्ट हो जाने को लेकर वे आँखें मुंद सकें।
फर्जीवाड़े की पोल खोल तक जारी रहेगा संघर्ष -गुरमीत सिंह
शिकायत कर्ता गुरमीत सिंह ने बताया कि आदिवासी जमीन को शासकीय दस्तावेजों में सामान्य बना देने कैसे फर्जीवाड़े में प्रशासन के कुछ लोगों का भी सहयोग है, अगर इस मामले को शिकायत के बाद भी गंभीरता से नहीं लिया गया तो उच्च स्तर पर इसकी दस्तावेजों के साथ शिकायत की जाएगी।