कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागाँव, 5 फरवरी। कलेक्टर कुणाल दुदावत की अध्यक्षता में कृषि एवं सहयोगी विभागों द्वारा संचालित कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने समीक्षा के दौरान केन्द्र और राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं से सभी किसानों को लाभान्वित करने पर जोर देते हुए शत-प्रतिशत किसानों का क्रेडिट कार्ड बनाने तथा सभी पात्र किसानों का प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के तहत पंजीयन मिशन मोड कर करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि सभी ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी प्रत्येक ग्राम में पहुंचकर किसान क्रेडिट कार्ड हेतु भू-स्वामी तथा वन अधिकार पत्र धारक किसानों के दस्तावेजों को तैयार करने में किसानों को सहयोग करें, जिससे किसान आसानी से आवेदन तैयार कर सकें।
उन्होंने इसी तरह उद्यानिकी, पशुपालन और मछलीपालन करने वाले किसानों का केसीसी आवेदन तैयार करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ मसाहती ग्रामों के किसानों को भी प्रदाय किया जाएगा। उन्होंने इसके साथ ही मृदा परीक्षण का कार्य तीव्र गति से करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने इस दौरान रबी क्षेत्राच्छादन की समीक्षा के साथ ही उर्वरकों के उपलब्धता की जानकारी भी ली। उन्होंने नकली खाद विक्रय संबंधी शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने प्रधानमंत्री सौर सुजला योजना के तहत सोलर पंप स्थापना के कार्य की समीक्षा भी की। उन्होंने माईक्रो वाटरशेड अंतर्गत स्वीकृत कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि चेक डेम, नाला बंधान, वृक्षारोपण का कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ किया जाए, जिससे लोगों को इसका वास्तविक लाभ प्राप्त हो।
कलेक्टर ने इस दौरान उद्यान विभाग द्वारा संचालित नर्सरियों को व्यवस्थित रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन किसानो के खेतों में नलकूप और फेंसिंग की व्यवस्था की गई है, उन किसानों को दुफसली खेती के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने जिले में किसानों के फसलों की सुरक्षा के लिए कोल्ड स्टोरेज की संख्या बढ़ाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने ऑइल पॉम के क्षेत्राच्छदन के लक्ष्य को पूर्ण करने के साथ ही उनकी देखरेख सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही किसानों को अंतरवर्ती खेती करने के लिए किसानों को प्रेरित करने को भी कहा। उन्होंने राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत प्राप्त लक्ष्य को पूरा करने के साथ ही विभाग की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थी किसानों को अनिवार्य रुप से किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने पशुपालन विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारियों को नियमित समय पर संस्थानों में उपस्थित रहने के निर्देश देते हुए कहा कि क्षेत्र भ्रमण का समय भी कार्यालय में प्रदर्शित करें, जिससे ग्रामीणों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने कृत्रिम गर्भाधान सहित अन्य लक्ष्यों को प्राप्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने इस दौरान मोबाईल वेटनरी वेन के माध्यम से दी जाने वाली सेवाओं की जानकारी ली।
उन्होंने इसके साथ ही मत्स्य बीज उत्पादन, मछुआ सहकारी समितियों का पंजीयन एवं मत्स्य संपदा योजना के तहत स्वीकृत कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान अपर कलेक्टर चित्रकांत चार्ली ठाकुर, कृषि विभाग के उप संचालक डीपी तांडे, उद्यानिकी विभाग की सहायक संचालक करुणा नेताम, पशुधन विकास विभाग के सहायक संचालक डॉ. एसके नाग, मत्स्य विभाग के उप संचालक मोहन राणा सहित संबंधित विभागों के मैदानी अधिकारी उपस्थित थे।