महासमुन्द
छत्तीसगढ़ संवाददाता
महासमुंद 13 फरवरी। समकालीन सूत्र जगदलपुर और काव्यांश साहित्य एवं कला पथक संस्थान महासमुंद के संयुक्त तत्वावधान में 18 फरवरी रविवार को वन प्रशिक्षण सभागार महासमुंद में संजय अलंग प्रख्यात साहित्यकार, संभागीय आयुक्त के मुख्यातिथ्य डा.
भूपेन्द्र कुलदीप कुल सचिव हेमचन्द यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की अध्यक्षता, त्रिलोक महावर एवं रवि श्रीवास्तव के विशेष आतिथ्य में डॉ.जमुना बीनी को प्रतिष्ठित सूत्र सम्मान प्रदान किया जायेगा। इस कार्यक्रम के पूर्व अवलोकनार्थ सूत्र जगदलपुर के अध्यक्ष.विजय सिंह तथा सचिव नंदन कल महासमुंद पहुंचे थे। उक्त अतिथियों के सम्मान में काव्यांश में सरस काव्यगोष्ठी का आयोजन किया गया।
गोष्ठी कार्यक्रम का शुभारंभ सुरेन्द्र मानिकपुरी ने मातृवंदना से किया। काव्य पाठ से पूर्व काव्यांश के सदस्य सिरपुर एक्सप्रेस के सम्पादक आनंद राम पत्रकारश्री ने काव्यांश के उत्तरोत्तर प्रगति पर चर्चा की। कार्यक्रम में डा. वृन्दावन पटेल ने विजय विश्व हो इस तिरंगा, संस्थान के वरिष्ठ साहित्यकार सिराज बक्स साकिब ने तहूं जाबे महंू जाहूं खुटेरी के मेला, डा. साधना कसार ने चंचल झरने सा जगमग जलते दीपक सा बचपन, सूत्र के अध्यक्ष विजय सिंह ने जंगल के सन्नाटों में पत्तियां गुपचुप बतियाती हैं, सूत्र के सचिव ने इस समय, समय की स्याह स्लेट पर मां की कहानियां लिख रहा हूं, वरिष्ठ साहित्यकार अशोक शर्मा ने अलग-थलग हूं मैं, कार्यक्रम का संचालन करते हुए काव्यांश के संस्थापक अध्यक्ष भागवत जगत भूमिल ने ढोल ताशे बजने लगेंगे, सुरेन्द्र मानिकपुरी ने इक पाती तेरे नाम लिखा हूं सुनाया।
कार्यक्रम का संचालन भागवत जगत भूमिल ने तथा आभार प्रदर्शन अशोक शर्मा ने किया।
इस अवसर पर सूत्र के साहित्यकारों ने काव्यांश को सूत्र पत्रिका भेंट किया गया। उक्त जानकारी काव्यांश के कोषाध्यक्ष डी बसन्त साव साहिल ने दी है।