महासमुन्द

कोसरंगी की महिलाओं को न चूल्हा मिला न कनेक्शन, उज्ज्वला योजना की सब्सिडी बैंक खाते में लगातार पहुंच रही
14-Feb-2024 3:19 PM
कोसरंगी की महिलाओं को न चूल्हा मिला न कनेक्शन, उज्ज्वला योजना की सब्सिडी बैंक खाते में लगातार पहुंच रही

जांच के बाद कार्रवाई होगी-अफसर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,14 फरवरी।
जिसे के कोसरंगी गांव की महिलाएं कल कलेक्टोरेट पहुंची और उन्होंने बताया कि अब तक न तो उन्हें गैस चूल्हा मिला है और न ही गैस का कनेक्शन मिला है। लेकिन उनके बैंक खाते में उज्ज्वला योजना के तहत गैस की सब्सिडी लगातार आ रही है, जो धोखाधड़ी है। पीडि़त महिलाएं कलेक्टर से योजना का लाभ दिलाने के लिए गुहार लगा रही हैं। इस पूरे मामले में अपर कलेक्टर निर्भय साहू का कहना है कि महिलाओं के द्वारा गैस, चूल्हा नहीं मिलने के बावजूद सब्सिडी खाते में आने की शिकायत की गई है। जिस पर जांच के बाद  उचित कार्रवाई की जायेगी। 

तस्वीर में कलेक्ट्रोरेट परिसर महासमुंद में आवेदन लिए खड़ी ये महिलाएं गांव कोसरंगी की हैं। ये वही पीडि़त महिलाएं हैं जिनके गांव में लगभग 6-7 महीने पहले एक शिविर के माध्यम से 27 पात्र हितग्राहियों में से तीन हितग्राही को गौरव गैस एजेंसी के द्वारा उज्जवला योजना का गैस और चूल्हा वितरण किया गया था। शेष 24 पात्र हितग्राहियों को जल्द उज्ज्वला योजना के तहत गैस और चूल्हा देने की बात कही गयी थी। पात्र महिलाएं कई बार गौरव गैस एजेंसी आकर गैस, चूल्हा और कनेक्शन प्रमाण पत्र की मांग करती रहीं, लेकिन हर बार एजेंसी संचालक के द्वारा कनेक्शन आने पर देने की बात कही गई। 

हद तो तब हो गई जब पात्र महिलाओं ने अपना बैंक पास बुक अपडेट कराया तो उनके खाते में बकायदा 261 रुपए एलपीजी गैस की सब्सिडी चार-पांच बार आई हुई थी। महिलाओं को पता चला कि उन्हें उज्जवला योजना का न तो गैस मिला और न ही चूल्हा पर सब्सिडी बकायदा उनके खाते में आ रही है और कहीं न कहीं उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। इसके बाद पीडि़त महिलाओं ने कलेक्टोरेट पहुंचकर कलेक्टर को इसलकी जानकारी दी। 

इस तरह चूल्हे से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से शुरू की गई उज्ज्वला योजना के तहत महासमुंद जिले में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। ् दर्जनों हितग्राहियों को कागज पर उज्ज्वला योजना का लाभ दे दिया गया है। सब्सिडी भी उनके खाते में आने लगी है लेकिन आज तक हितग्राहियों ने उज्जवला योजना का न तो चूल्हा देखा है, न ही गैस देखा है। अभी भी लकड़ी जलाकर खाना पकाने को मजबूर हैं।  खाद्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार महासमुंद जिले में कुल 2 लाख 356 हितग्राहियों को जिले के 18 गैस एजेंसियों से योजना का लाभ दिया गया है। अभी यह एक गैस एजेंसी का मामला सामने आया है। सूक्ष्मता से जांच करेंगे। 

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