महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 13 मार्च। सिरपुर अंचल में विचरण कर रहे बाघ की एकदम सही लोकेशन कोई नहीं बता पा रहा है। कल मंगलवार को उसके फूट प्रिंट महासमुंद जिले से बाहर मिलना बताया जा रहा है। बीती रात मरौद में सोसायटी समीप एक गाय का शिकार हुआ है। यह शिकार बाघ ने ही किया है या तेंदुए ने, कहा नहीं जा सकता। दोनों जिलों के डीएफओ और वन विकास निगम के डीएम नाइट विजन ड्रोन के साथ सर्चिंग पर निकले हुए हैं।
महासमुंद और बलौदाबाजार व वनविकास निगम की कुल 6 टीमें सिरपुर के आसपास बाघ की मॉनिटरिंग में जुटी हुई हैं। जंगलों में शिकारियों द्वारा वन्य जीवों के शिकार के लिये बिछाए गये करेंट से बाघ को बचाने की चिंता वन अफसरों को है। इस वजह से वन अफसरों ने अपने-अपने जिलों के कार्यपालन यंत्री सीएसईबी को पत्र लिखकर जंगल में बिछाये गये अवैध बिजली कनेक्शन काटने और अव्यवस्थित या नीचे आ चुके विद्युत तारों को व्यवस्थित कर ऊंचा उठाने के लिये कहा है।
स्थिति को देखते हुये कल डीएफओ महासमुंद व डीएफओ बलौदाबाजार तथा डीएम वन विकास निगम की सिरपुर में बैठक हुई। बैठक में एसडीओ वन बार अभयारण्य अधीक्षक के अलावा रेंजर्स भी शामिल थे। बैठक में बाघ की ट्रेकिंग और उसकी सुरक्षा को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। एसडीओ वन महासमुंद वाहिद खान ने दोनों डीएफओ, डीएम निगम की हुई बैठक में बताया कि पूरा अमला जंगल में इस कार्य पर लग गया है। तुमगांव विद्युत वितरण केन्द्र तथा इसके अंतर्गत आने वाले छपोरा और सिरपुर मुख्यालय की टीमें 3-4 दिन से इस कार्य में जुटी है। बताया गया है कि अब तक 10.12 अस्थाई कनेक्शन काटे गये तथा अनेक स्थानों पर नीचे आ चुके विद्युत तारों को ऊंचा उठाया गया है।
मंगलवार को बाघ का लोकेशन सिरपुर से आगे बलौदाबाजार जिले की सीमा में या आसपास बताई गई थी। बीती रात सिरपुर से आगे मरौद में सोसायटी के समीप मरौद निवासी भोजराम ध्रुव की गाय का शिकार किया। अभी यह नहीं पता चला है कि गाय का शिकार बाघ ने ही किया है या फिर तेंदुए ने। वन अफसर कह रहे हैं कि जिस जंगल में बाघ विचरण करता है, वहां दूसरे वन्य प्राणियों में हलचल मच जाती है। हो सकता है गाय का शिकार तेंदुए ने किया हो। ग्रामीणों के मुताबिक मौके पर वन कर्मी पहुंचे,कार्रवाई कर वे चले गये। ग्रामीणों ने बताया कि बाघ की उपस्थिति से मरौद व आसपास के गांवों में दहश का माहौल है।