राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 मार्च। जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष पद पर हाईकोर्ट से पक्ष में फैसला आने के बाद भाजपा नेता सचिन बघेल ने पुन: पदभार सम्हाल लिया है। पूर्ववर्ती कांग्रेस ने उन्हें पद से हटा दिया था। इस फैसले को बघेल ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। हाईकोर्ट ने बघेल के पक्ष में फैसला सुनाते कांग्रेस सरकार के निर्णय को अनुचित करार दिया है। कोर्ट से न्याय मिलने के बाद बघेल ने अध्यक्ष की कुर्सी सम्हाल ली है। इससे पहले पार्टी कार्यालय में उन्हें बधाई देने का तांता लगा रहा।
मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही नियम विरूद्ध तरीके से जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की बोर्ड को भंग कर दिया गया था। 2019 से लगातार इस मामले में तीन बार बोर्ड को निलंबित किया गया और चौथी बार इसे भंग कर दिया गया। इस फैसले के खिलाफ तत्कालीन बैंक अध्यक्ष सचिन बघेल ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट में लगातार सुनवाई के बाद अंतत: बघेल के पक्ष में फैसला आया। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस सरकार गठन के बाद बैंक में नियम विरूद्ध तरीके से बैंक बोर्ड को भंग किया गया था। इस संबंध में छत्तीसगढ़ राज्य अधिकरण बिलासपुर ने मामले की सुनवाई करते पुन: बोर्ड को स्थापित करने का फैसला सुनाया। फैसले के बाद सचिन बघेल की जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में पुन: ताजपोशी होगी।
इधर सचिन बघेल ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा करते कहा कि मामले की सुनवाई लंबे समय बाद उनके पक्ष में फैसला आया है। जिसका वह स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के हित में मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सदैव कार्य किए जाएंगे।