महासमुन्द
महासमुंद,14 मार्च। महावीर कॉलोनी निवासी इंजीनियर अनिमेश सिंह रघुवंशी की आत्महत्या के मामले में अभी तक एफआईआर नहीं हो पाई है। क्योंकि उनके परिजन एफआईआर के लिए दोबारा पुलिस के पास नहीं पहुंचे हैं। हालांकि उन्हें इसके लिए बुलाया गया था।
एफआईआर नहीं होने से किसी की गिरफ्तारी भी नहीं हो सकी है। मामला अभी तक मर्ग जांच तक सीमित है। आगे पुलिस के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है। क्योंकि इंजीनियर अनिमेश ने मरने से पहले लिखे अपने सुसाइड नोट में जिन लोगों से परेशान होने का जिक्र किया है। वहीं सूदखोरी के अवैध धंधे में लिप्त अन्य लोग फरार हो चुके हैं। इसकी पुष्टि विभागीय सूत्रों से भी हो रही है। यदि एफआईआर हुई होती तो आरोपी गिरफ्तार भी हो चुके होते।
मालूम हो कि रायपुर के प्रोफेसर कॉलोनी के मूल निवासी और महासमुंद में महावीर कॉलोनी के हाल निवासीइंजीनियर अनिमेश ने सोमवार 11 मार्च को सूदखोरों के दबाव से परेशान होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। सूचना पर मृतक के पिता प्रकाश सिंह रघुवंशी और उसके चचेरे भाई कियूष शर्मा महासमुंद पहुंचे थे। पंचनामा पोस्टमॉर्टम आदि के बाद परिजन को शव सौंप दिया गया था। परिजन शव रायपुर ले गए थे। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला था जिसमें ऐसे कुछ सूदखोरों का जिक्र था जो अनिमेश को उधारी के पैसे लौटाने के लिए परेशान करते थे। अनिमेश का कई साइड पर काम चल रहा था।
उसने कुछ सूदखोरों से उधार में रकम लेकर भवनों का निर्माण किया था। सुसाइड नोट में उसने कई ऐसे भवन मालिकों का भी जिक्र किया है जिनसे उसे अच्छी खासी रकम लेना बाकी है। इन सब दबावों के कारण उसने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने सुसाइड नोट परिजनों को पढ़वाया भी था ताकि जांच आगे बढ़े। लेकिन मामला इसके बाद से आगे नहीं बढ़ा।
इधर अब तक पुलिस ने हैंडराइटिंग एक्सपर्ट को सुसाइड नोट भी नहीं भेजा है जिससे यह पक्का हो सके कि वह अनिमेश का ही लिखा हुआ है। हालांकि यह केवल औपचारिकता दी है। एलिस तो मानकर चल रही है औपचारिकता ही है। पुलिस तो मानकर चल रही है कि यह अनिमेश का ही लिखा हुआ है। लेकिन वह इसे एक्सपर्ट से प्रमाणित कराना चाहती ताकि आरोपी कोर्ट में इसे चैलेंज न कर सकें। इस मामले में कोतवाली टीआई मोनिका श्याम का कहना है कि पुलिस तो तत्काल ही एफआईआर कर आगे की कार्रवाई करना चाहती थी, लेकिन मृतक के परिजन नहीं आ पाए।
मौके का फायदा उठाकर संदिग्ध तो भागेंगे ही। अब एफआईआर के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।