दुर्ग
सेवा के साथ व्यक्तित्व विकास का माध्यम है एनएसएस-आदित्य
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उतई, 21 मार्च। छत्तीसगढ़ कृषि महाविद्यालय धनोरा द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम के अंतर्गत कोडिय़ा में 11 से 17 मार्च तक 7 दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन किया गया था। इस शिविर में एनएसएस स्वयंसेवक ग्रामीणों के साथ मिलकर प्रतिदिन योगाभ्यास, श्रमदान, साक्षरता व मतदाता जागरूकता दीवाल लेखन, नुक्कड़ नाटक, किसान गोष्ठी, ग्राम सर्वे सहित अनेक विषय विशेषज्ञों द्वारा बौद्धिक परिचर्चा का आयोजन किया गया था।
बौद्धिक परिचर्चा में पूर्व स्वयंसेवक व शौर्य संगठन कोषाध्यक्ष रवि साहू ने एनएसएस के सम्बंध में जानकारी, जीडी रुंगटा कॉलेज के सहायक प्राध्यापक आदित्य कुमार ने जीवन कौशल व सामुदायिक विकास, इंडिया न्यूज के संवाददाता वैभव चंद्राकर ने कृषि क्षेत्र में मीडिया का योगदान विषय पर विशेष परिचर्चा का आयोजन किया गया था।
रविवार को आयोजित समापन समारोह में जिला निषाद समाज के आंकेक्षक मलेश निषाद, वेदमाता गायत्री परिवार ट्रस्ट कोडिय़ा प्रमुख उमेश साहू, पूर्व सरपंच राधेलाल साहू, शौर्य युवा संगठन के सचिव आदित्य भारद्वाज, छग कॉलेज एनएसएस यूनिट कार्यक्रम अधिकारी विवेक पांडेय मौजूद थे।
मलेश निषाद ने समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा जीवन में शिक्षा का विशेष महत्व है, लेकिन शिक्षा के साथ संस्कार जरूरी है। अच्छे संस्कार से ईमानदार और सामाजिक व्यक्तित्व विकसित होता है।
उमेश साहू ने स्वयंसेवकों को प्रेरित करते हुए कहा विज्ञान का अध्यात्म से जुड़ा होना निहायत ही जरूरी है। जो विज्ञान आध्यात्मिक नहीं होगा, विनाशकारी हो साबित हो सकता है। आज जब दुनिया को अहिंसा और शांति की बेहद जरूरत है, वहां आध्यात्म से जुड़ा विज्ञान मानवता के लिए हितकारी भी होगा और विकासशील भी।
शौर्य संगठन सचिव आदित्य भारद्वाज ने युवाओं को समाज के प्रति जिम्मेदार बनने के लिए प्रेरित करते हुए कहा एनएसएस का एकमात्र उद्देश्य युवा छात्रों को सामुदायिक सेवा के माध्यम से अपने व्यक्तित्व को विकसित करने के लिए अनुभव प्रदान करना है। शिविर के सभी दिन सभी स्वयंसेवक समर्पित भावना से कार्य करें, जिससे इसके उद्देश्य की पूर्ति हो सके।
शिविर के सफल आयोजन हेतु ग्राम सरपंच चंद्रभान सारथी, पंचगैहा निषाद समाज अध्यक्ष नीलम निषाद, लोचन निषाद, टेमन भारद्वाज सहित छग कृषि महाविद्यालय के सभी स्वयंसेवकों का सराहनीय योगदान रहा।