बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपट्नम, 29 मार्च। गोंडवाना समाजों द्वारा गांव-गांव में करसाड़ मनाने की शुरुआत हो चुकी है, 27 व 28 मार्च को कुचनुर गांव में बड़े ही धूमधाम से पेन पोम्मलैया बमनम्मा के साथ सभी देवी -देवता कुचनुर पहुंचे।
समाज के देवी -देवता भोपालपट्नम ब्लॉक के आठ गांवों में त्योहार मनाएंगे। बीते दिनों समाज प्रमुखों ने बैठक बुलाकर तारीखों पर मंथन किया गया है। बुधवार गुरुवार को कुचनुर से करसाड़ की शुरुआत हुई है, 1 व 2 मई को कंदुलनार में पंडुम मनाया जाएगा, जिसके पेन जिब्वाकाटी होंगे 22 व 23 मई को यापला में कार्यक्रम होगा, जिसमें पेन शिखरदरुड होंगे 30 मई को वंगापल्ली में पंडुम का आयोजन होगा, जिसमें पेन मुंगाराज शामिल होंगे 5 व 6 जून को सड्रापल्ली में पंडुम होगा, जिसमें पेन एडनाल मुसलोड होंगे 12 व 13 जून को पोषड़पल्ली में देवी देवताओं का पंडुम मनाया जाएगा, जिसमें पेन एड़ीमर्री अट्टमपडग़ु होंगे 15 व 16 जून को पामगल आयोजन होगा, जिसमें पेन चिन्नापेल्लड़ होंगे।
19 व 20 जून को पेगड़ापल्ली में पंडुम का आयोजन होगा, जिसमें पेन इंदावेल्ली होंगे गांवों में त्योहार मनाने के बाद सभी पेन एक-दूसरे करसाड़ पर चले जाएंगे। दो दिन के करसाड़ जात्रा के बाद पेन की बिदाई दी जाएगी। उसके बाद बीज त्योहार मनाया जाता है।
सैकड़ों की भीड़ के साथ आते है देवी-देवता
गांवों में हो रहे देवी-देवताओं का करसाड़ में सैकड़ों की तादात में गोंडवाना समाज के लोग इक_ा होते है। निर्धारित किए गए गांवों में सभी देवी-देवताओं का एक साथ मिलान होता है। गोंडवाना समाज द्वारा यह कार्यक्रम बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।