महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 30 मार्च। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों बार-बार अघोषित बिजली कटौती से किसान व आम जन परेशान हैं। किसान खेतों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। नलकूपों से पानी खेतों तक नही पहुंच पा रहा है। पूर्व संसदीय सचिव व महासमुंद के पूर्व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने शासन-प्रशासन पर षडय़ंत्र पूर्वक बिजली कटौती कर किसानों को परेशान करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने जारी बयान में कहा कि प्रदेश सरकार कुंभकरणी नींद में हैं। भाजपा के नेता चुनाव के समय आम जनता से किये वादे भूल गये हैं। प्रदेश सहित जिले भर में हो रहे बिजली की आंख मिचौली व वोल्टेज डाउन की समस्या साय सरकार की देन है। साय सरकार प्रदेश में अघोषित बिजली कटैती कर व बिजली दर में वृध्दि कर किसानों के जख्मों पर नमक छिडक़ने का काम कर रही है। छग में सरप्लस बिजली होने के बाद भी राज्य में किसानों के साथ.साथ आम जनता भी बिजली कटौती से परेशान हंै।
श्री चंद्राकर ने कहा कि जब-जब भाजपा सरकार आती है, यही दिन देखना पड़ता है। पूर्व में जब कांग्रेस की भूपेश सरकार थी, तब किसानों को पर्याप्त बिजली मिल रही थी। वहीं हाफ बिजली बिल योजना का लाभ भी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिया। प्रदेश में साय सरकार आते ही राज्य में बिजली समस्या शुरू हो चुकी है। डबल इंजन सरकार प्रदेश के लिए ट्रबल इंजन साबित हो रहा है। छत्तीसगढ़ की जनता की हितैषी होने का ढोंग रचने वाली मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सरकारी विभाग पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है। इस सरकार की कथनी और करनी में काफी अंतर है। उनका चेहरा बेनकाब होता जा रहा है। जुमलेबाज सरकार की मनमानी का जवाब राज्य के किसान अप्रैल के लोकसभा चुनाव में देगी।