महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,30 मार्च। मसीही समाज ने शुक्रवार को शहर स्थित गिरजाघरों में गुड फ्राइडे पर विशेष आराधना की। इस दौरान प्रभु यीशु के सात अमर वाणियों को याद किया गया। साथ ही उनके मानवता-प्रेम के संदेशों को आत्मसात कर आगे बढऩे का संकल्प लिया गया।
मालूम हो कि यह दिन मसीही समाज के लिए खास होता है। यह मसीही समाज के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है और वे इस दिन को बलिदान दिवस के रूप में मनाते हैं।
शुक्रवार को अन्य चर्च के साथ स्थानीय तुमगांव रोड स्थित शहर के प्रमुख सेंट पीटर्स चर्च तथा कैथोलिक चर्च सुभाषनगर में गुड फ्राइडे के अवसर पर दोपहर विशेष आराधना हुई। इसमें बड़ी संख्या में समाज के सदस्य शामिल हुए। इस विशेष आराधना का संचालन कलीसिया पासबान रेव्ह.पी. सिंह तथा रेव्ह.फादर देवानंद बाघ ने किया। इस अवसर पर सात वचनों की व्याख्या मुख्य वक्ता प्रतिभा सालोमन, रेव्ह.एस. शॉल व कलीसिया पासबान रेव्ह.पी. सिंह ने की। इसके बाद बाइबल पाठ, विशेष गीत, विशेष प्रार्थना, धन्यवाद प्रार्थना की गई। कल समाज के लोगों ने व्रत रखा और दोपहर की आराधना के बाद उपवास तोड़ा। इस दौरान महिला सभा ने सभी के लिए खिचड़ी, फल व कोल्ड्रिंक की व्यवस्था भी की। कलीसिया के लोगों ने बताया कि मसीही समाज गुड फ्राइडे को यीशु के बलिदान दिवस के रूप में मनाते हैं। इस दिन प्रभु यीशु को मृत्यु दंड देकर क्रूस सूली पर चढ़ाया गया था। गुड फ्राइडे को होली फ्राइडे, ब्लैक फ्राइडे और ग्रेट फ्राइडे भी कहते हैं। इस दिन चर्च में समाज के लोग एकत्रित होकर क्रूस से दिए गए प्रभु यीशु के सात वचनों और उनके उपदेशों को सुनते हैं। इस दिन प्रभु यीशु मसीह ने क्रूस पर अपने प्राणों का त्याग कर मानवजाति के प्रति अपनी क्षमा और प्रेम को वास्तविक रूप में प्रकट किया था। जहां उन्होंने स्वयं को प्रताडि़त करने वाले और प्राण लेने वालों के लिए ईश्वर से क्षमा प्रदान करने के लिए प्रार्थना की थी। उन्होंने क्रूस पर से 7 वचन कहे थे। शुक्रवार को सभी चर्च में समाज के लोगों ने ये उपदेश सुनी।