राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 अप्रैल। अंबागढ़ चौकी के आतरगांव निवासी ज्योति बाला को प. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से इतिहास विषय में पीएचडी की उपाधि प्रदत्त किया गया है। उनका शोध का विषय छत्तीसगढ़ में हल्बा जनजाति का सामाजिक, धार्मिक एवं आर्थिक जीवन दुर्ग संभाग के विशेष संदर्भ में था। ज्योति बाला को उक्त विषय से संबंधित छत्तीसगढ़ की हल्बा जनजाति का सामाजिक, धार्मिक एवं आर्थिक जीवन पर किए गए ऐतिहासिक अध्ययन के शोध में प्रदत्त की गई पीएचडी की उपाधि के संदर्भ में विश्वविद्यालय द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है।
डॉ. डीएस जगत एवं डॉ. शम्पा चौबे के मार्गदर्शन में शोध का अध्ययन करने वाली ज्योति बाला शुरू से ही मेधावी छात्रा रही है। वरिष्ठ पत्रकार दीपांकर खोबरागड़े की भांजी ज्योति बाला दिग्विजय महाविद्यालय की गोल्ड मेडलिस्ट छात्रा रही है। वहां से अपना अध्ययन कार्य पूरा कर ज्योति पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से इतिहास के सामाजिक विज्ञान के संकाय से छत्तीसगढ़ के हल्बा जनजाति के धार्मिक सामाजिक एवं आर्थिक विषय पर शोध कार्य किया है। तत्पश्चात उन्हें विश्वविद्यालय द्वारा पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। ज्योति पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय व रिसर्च सेंटर शासकीय दु.ब. महिला स्नाकोत्तर महाविद्यालय रायपुर इतिहास विभाग और शोध निदेशक डॉ. डीएस जगत, सह शोध निर्देशिका डॉ. शम्पा चौबे का मार्गर्शन से पूर्ण किया है। ज्योति बाला की इस उपलब्धि पर उनके इष्ट मित्रों, परिजनों एवं शुभचिंतकों ने शुभकामनाएं दी।