रायपुर
वैसे देश में एक द्रोणिका बनी हुई है। जो दक्षिण तमिलनाडू से दक्षिण पूर्व मध्यप्रदेश तक 0.9 किमी ऊंचाई तक विस्तारित है। इसकी वजह से हवा की गति अनियमित रहेगी, और पश्चिमी हवा का प्रभाव रहेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 अप्रैल। अप्रैल महीने की शुरूआत के साथ ही प्रदेश में भीषण गर्मी का असर दिखने लगा है। पिछले दो दिन से शहर के लोग 40.5 डिग्री तापमान वाली गर्मी से झुलस रहे हैं। रोजाना काम से आने- जाने वाले लोग गर्मी से बचने गमछा, छता और स्कार्फ का सहारा ले रहे हैं। वही गर्मी को देखले हुए शिक्षा विभाग ने बच्चों स्कूल कर समय में भी परिर्वतन किया है। शहर में इन दिनों आलम एैसा है कि गर्मी में दोपहर बाद सडक़ों पर आवाजाही कम हो गई है। तपजी गर्मी से राहत पाने लोग या तो घरों में या दफ्तर में देर तक रूक रहें हैं ताकि गर्मी से बचा जा सके। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन तक गर्मी के तेवर में किसी तरह का बदलाव नहीं होगा। शहर में अभी दिन और रात का तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक रिकार्ड किया गया है।
रायपुर के साथ ही प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी मौसम शुष्क रहा। दोपहर बाद राजधानी में अधिकतम तापमान 41 डिग्री पार रहा वहीं न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम व न्यूनतम तापमान दोनों ही सामान्य से दो, तीन डिग्री ज्यादा रहे।
मौसम विभाग का कहना है कि छह अप्रैल से प्रदेश में बारिश होने के आसार है। हालांकि अभी पश्चिमी हवाओं के चलते प्रदेश का मौसम शुष्क रहेगा। और अधिकतम तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी संभावित है।
जल संकट
माह के शुरूआत के साथ ही गर्मी भी बढऩे लगी है। इससे नदी तालाबों के जल स्तर कम होने से पेयजल संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मौसम विज्ञानियों ने पहले ही इस बार गर्मी के दिनों की संख्या ज्यादा रहने की संभावना जताई है।