रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 अप्रैल। विशेष कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद एसीबी ईओडब्लू की टीम ने कोल लेवी वसूली और मनी लांड्रिंग मामले में निलंबित आईएएस रानू साहू और राप्रसे सौम्या चौरसिया से पूछताछ शुरू कर दी है। एसीबी अफसर सुबह 11 बजे जेल पहुंचे और महिला सेल में पूछताछ की। टीम दोपहर तक जेल में ही रही। दोनों से अगले दो दिन और पूछताछ करेगी।
वहीं 20-2 अप्रैल तक हुई पूछताछ के हवाले से एसीबी ईओडब्लू की टीम ने 50 से अधिक कोयला कारोबारियों की सूची तैयार की है, जिन्हें नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए तलब किया जा रहा है।
एसीबी-ईओडब्लू के सूत्र बताते हैं कि अब तक 15 से अधिक कोयला कारोबारियों को नोटिस भेजा भी जा चुका है.।जो एक-एक कर अपना बयान दर्ज कराने श्वह्रङ्ख दफ़्तर पहुंच रहें हैं। यह नोटिस कोल लिफ्टर और डिलीवरी ऑर्डर से जुड़े कारोबारियों के पास पहुंच रही है।सूत्रों के मुताबिक एसीबी की जांच में पिछले कुछ सालों में बड़े पैमानों पर कोल लिफ़्िटंग और डिलीवरी ऑर्डर पर गड़बडिय़ां पाई गई हैं।
इसी आधार पर अब कारोबारियों को दफ्तर तलब करने की तैयारी है। इनमें रायपुर, रायगढ़, कोरबा, सूरजपुर, बिलासपुर समेत कई जिलों के कोयला कारोबारियों के नाम शामिल है।इन कारोबारियों की गड़बडिय़ां कई बड़े कोल माइंस से जुड़े हुए हैं। एसीबी-ईओडब्लू ने कुसमुंडा कोल माइंस, दीपका कोल माइंस, गेवरा कोल माइंस, गायत्री कोल माइंस, आमगांव कोल माइंस समेत अलग-अलग माइनिंग से जुड़े कारोबारियों को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए तलब किया है। कोयले के कारोबार से जुड़े कारोबारियों को डिलीवरी ऑर्डर और कोल लिफ़्िटंग से जुड़े मामलों पर पूछताछ की जाएगी।
एंटी करप्शन ब्यूरो एसीबी-ईओडब्लू की जांच पूर्वर्ती सरकार में 25 रुपये प्रति टन कोल ट्रांसपोर्ट के लेवी वसूली पर भी चल रही है। प्रवर्तन निदेशालय के प्रतिवेदन पर ईओडब्लू ने 40 से अधिक लोगों के खिलाफ नामजद एफ़आईआर दर्ज की है,जिनका बहुत जल्द बयान दर्ज किया जाएगा। ईओडब्लू की टीम उन नामजद लोगों के साथ जुड़े कारोबारियों को भी अपने जांच के दायरे में ला रही है।