महासमुन्द
ग्रामीण क्षेत्रों में लो-वोल्टेज, पंप नहीं चल रहे, किसान चिंतित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 6 अप्रैल। जिले में अप्रैल माह में भीषण गर्मी पड़ रही है। तापमान 40 डिग्री से पार हो गया है। कल 5 अप्रैल को अधिकतम तापमान 41 डिग्री व न्यूनतम तापमान 24 डिग्री रहा। गर्मी की वजह से कूलर-पंखे की मांग भी बढ़ गई हैं।
इधर, भीषण गर्मी में ग्रामीण क्षेत्रों में लो-वोल्टेज की समस्या भी बनी हुई है। इसके कारण पंखे-कूलर ढंग से नहीं चल पा रहे हैं। लो-वोल्टेज और बिजली कटौती की समस्या जस की तस है, जिससे किसान चिंतित है। नर्रा क्षेत्र में लो-वोल्टेज की समस्या से सबमर्सिबल मोटर पंप नहीं चल रहे हैं। पंपों की धार पतली हो गई है। सिंचाई प्रभावित होने से धान की फसल पीली पड़ रही है। यदि लो-वोल्टेज की समस्या ऐसी ही रही तो फसल नुकसान होने की संभावना है। इस क्षेत्र के गांवों में बाड़ी में लगाई गई सब्जी की फसल मुरझा रही है। प्याज भाजी, चेंच भाजी, बैगन, भिंडी, लाल भाजी, पालक, मेथी, धनिया, गोभी लहसुन, टमाटर आदि की फसल मुरझाने लगी है। लो-वोल्टेज के कारण बाड़ी में लगी फसल की सिंचाई नहीं हो पा रही है। आज से बदलेगा मौसम, तापमान रहेगा स्थिर: मौसम विभाग ने 6 अप्रैल से मौसम में बदलाव के संकेत दिए हैं।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि 6 अप्रैल से द्रोणिका व चक्रवाती सिस्टम एक बार फिर सक्रिय हो रहा है। इससे आसमान में बादल छाएंगे। वहीं कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। महासमुंद/नर्रा। लो-वोल्टेज से पंपों की धार हुई पतली। गर्मी के कारण सडक़ें सुनी अप्रैल में चिलचिलाती धूप व भीषण गर्मी की वजह से लोग घर में रहना ही पसंद कर रहे हैं।
दोपहर में शहर व गांव की गली-सडक़ें विरान हो रही है। बिना किसी आवश्यक व जरूरी कार्य के लोग बाहर नहीं निकल रहे हैं। दिनों दिन बढ़ते तापमान के कारण लोगों के घरों में कूलर और एसी का चलना प्रारंभ हो गया है। वहीं दुकानों में भी ग्राहकों की कमी दिखाई देने लगी है।
जबकि, किसी कार्य से लोग निकल भी रहे हैं तो अपने शरीर को गमछे, टोपी और चश्मे से ढंकने के बाद बाहर निकल रहे है।