महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 30 अप्रैल। बार-बार मौसम परिवर्तन होने की वजह से अब सब्जियों में इल्लियां लगनी शुरू हो गई है। इसे लेकर किसान परेशान हैं।
मालूम हो कि महासमुंद अंचल में बड़े पैमाने पर छोटे बड़े किसान सब्जियों की खेती कर रहे हैं और यहां 19 हजार 570 एकड़ में इन दिनों सब्जियों की खेती की जा रही है। जिला मुख्यालय सहित आसपास के ग्रामों में बड़े पैमाने पर छोटे-बड़े किसान सब्जियों का उत्पादन करते हैं। इन दिनों कुम्हड़ा कट्टू, टमाटर, लौकी, फ ूलगोभी, हरी मिर्च सहित पत्तेदार भाजियों में चेंच भाजी, करमता भाजी, चौलाई, लाल भाजी सहित अनेक सब्जियों की पैदावार हो रही है। लेकिन सप्ताह भर से बारिश व बदली की वजह से पर्याप्त सूर्य की रौशनी सब्जियों को नहीं मिली है। फलस्वरूप अब सब्जय़िों में इल्लियों तथा कीट लगने शुरू हो गए हैं।
जानकारी के अनुसार यह बारिश बालियां निकलती धान की फसल के लिए फायदेमंद है। लेकिन गेहूं और सब्जियों की फसल के लिए हानिकारक है। पिछले सप्ताह भर से खराब मौसम सब्जी उत्पादक किसानों के लिए आफत बना हुआ है। सप्ताह भर से अंचल में बदली तथा बारिश का मौसम निर्मित है। बारिश तथा बदली की वजह से रबी की फसलों के साथ ही साथ सब्जियों की फसलें जमकर प्रभावित हुई हैं। सब्जी बाड़ी में पालक, मेथी, बथुआ, टमाटर के पौधे कीचड़ की वजह से खराब हो गए हैं।
मुख्यालय के आसपास सब्जी का उत्पादन करने वाले छोटे किसानों के मुताबिक बारिश बदली की वजह से सब्जियों में कीट प्रकोप की शिकायत बढ़ गई है। फूल गोभी, पत्ता गोभी जैसी सब्जियों में काफी कीड़े लगे हैं। वहीं, टमाटर, सेम, लौकी,बैंगन में कीट प्रकोप की वजह से छेद हो गया है। बाड़ी और खेतों में सब्जी जल्दी सडऩे लगी है। गर्मी में सर्वाधिक डिमांड में रहने वाली पालक भाजी, लाल भाजी, बथुवा सडऩे लगी है तथा टमाटर, फूलगोभी, सेम, शिमला मिर्च में सब्जियों में कालापन की शिकायत है। बैंगन, कुम्हड़ा जैसी सीजन की प्रमुख सब्जियों में इन दिनों कीट प्रकोप बढऩे पूरी आशंका है। कीट प्रकोप की वजह से फूलगोभी, पत्तागोभी, टमाटर, मिर्च में छेद हैं।
बार-बार मौसम बदलने की वजह से सब्जियों को सूर्य की रौशनी नहीं मिल पा रही है। बदली की वजह से सब्जियों में इल्लियों का खतरा मंडरा रहा है। किसान परेशान हैं कि अब किसानों को कीटनाशक में अधिक खर्च बढ़ेगा। वहीं सब्जियां जो आगामी सप्ताह भर में बाजार में आने वाली थी, उन्हें जल्दी बेचना पड़ेगा। इस तरह आगामी खेप में देरी होगी। कीट प्रभावित सब्जियों को किसानों को आनन-फ ानन में बेचना मजबूरी हो गई है।
कृषि विभाग के अधिकारियों ने रबी फसलों पर फिलहाल किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होने की बात कही है। लेकिन उनका मानना है कि लगातार बदली की वजह से इन दिनों सब्जी की फसल लेने वाले किसान इल्ली तथ अन्य कीट प्रकोप से अत्यधिक परेशान हैं।
महासमुंद में 19 हजार 570 एकड़ में सब्जियों की
खेती की जा रही है