महासमुन्द

मृत को जीवित बता रायपुर भेज रहे थे डॉक्टर
01-May-2024 2:52 PM
 मृत को जीवित बता रायपुर भेज रहे थे डॉक्टर

निजी अस्पताल में प्रसूता की मौत पर परिवार का आरोप

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,1 मई।
सरायपाली स्थित भारती अस्पताल में वार्ड क्रमांक-9 निवासी एक महिला की बच्चे को जन्म देने के कुछ घण्टे बाद अस्पताल में ही मौत हो गई। यह हादसा कल हुआ। इससे आक्रोशित महिला के परिजनों एवं वार्डवासियों ने अस्पताल में जमकर हंगामा करते हुए लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ  कार्रवाई की मांग की है। 

परिजन पुलिस, प्रशासन, जनप्रतिनिधियों एवं मीडिया कर्मियों की समझाइश के बाद शांत हुए। इसके बाद प्रसूता के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ  थाने में शिकायत दर्ज की है।  पुलिस का इस मामले में कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद संबंधितों के विरुद्ध कार्रवाई संभव है। 

मृतका के परिजनों से मिली जानकारी अनुसार दिनेश प्रधान की पत्नी रिंकी प्रधान को प्रसव के लिए भारती अस्पताल सरायपाली में भर्ती किया गया था। ऑपरेशन पश्चात् रिंकी ने एक शिशु को जन्म दिया और तत्काल बाद उसकी मौत हो गई। मौत के बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने उसे रायपुर भेजने का नाटक किया।

परिवार की मानें तो अस्पताल की लापरवाही से अत्यधिक रक्त स्त्राव होने के कारण रिंकी की मृत्यु हुई है। रिंकी की मृत्यु पश्चात देखते ही देखते अस्पताल में परिजनों व वार्डवासियों की भीड़ इक_ा हो गई। उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। अस्पताल से डॉक्टर, कंपाउंडर सभी नदारद हो गए। 

परिवार जनों के मुताबिक 7 बजे ऑपरेशन के बाद रात लगभग 9 बजे अस्पताल में रिंकी की तबीयत अचानक खराब होने लगी। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन व चिकित्सकों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। स्थिति बहुत अधिक खराब होने पर अस्पताल प्रबंधन हरकत में आया। तब तक रात्रि के 2 बज गए थे। इतनी रात को परिजनों को गाड़ी की व्यवस्था कर उसे किसी अन्य बड़े अस्पताल ले जाने के लिए कहा गया। उसके अलावा परिजनों को किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई। 

कल सुबह इस घटना की खबर मिलते ही पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे। जनप्रतिनिधि और मीडिया कर्मी भी वहां पहुंच गए और परिवार को समझाइश देते रहे। अंतत: मृतका के परिवारजन शांत हुए और इस मामले में दोषी लोगों पर कड़ी कार्रवाई तथा अस्पताल प्रबंधन पर भी कार्रवाई की मांग की।

मौके पर उपस्थित अधिकारियों ने बताया कि तहसीलदार की निगरानी में शव के पोस्टमार्टम हेतु डॉक्टरों की टीम गठित की गई। उनकी निगरानी में ही पूरी जांच होगी और दोषियों पर कार्रवाई होगी। नवजात शिशु को इलाज हेतु अन्य अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।

वार्ड क्रमांक 9 के पार्षद हेमंत प्रधान ने कहा कि डॉक्टरों व अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से ही रिंकी की मृत्यु हुई है। समय पर ध्यान दिया जाता तो इस घटना को टाला जा सकता था। बावजूद अस्पताल प्रबंधन इस घटना की जिम्मेदारी लेने से बच रहा है। उन्होंने भी लापरवाह कर्मचारियों पर कार्रवाई करने और अस्पताल का लाईसेंस रद्द करने की मांग की है।

वहीं उपस्थित लोगों ने बताया कि अस्पताल में इलाज में लापरवाही की शिकायतें पूर्व में भी देखी गई है। एक एनेस्थीसिया डॉक्टर इस अस्पताल का संचालक है। इस संबंध में अस्पताल प्रबंधक से चर्चा करने संपर्क साधा गया। पर संपर्क नहीं हो पाया।
 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news