महासमुन्द
बौद्धिक व भावनात्मक विकास को मजबूती प्रदान करते हैं खिलौने-बनमोती
06-Apr-2024 3:57 PM
महासमुंद, 6 अप्रैल। खिलौना आधारित कार्यशाला में शासकीय प्राथमिक शाला बोड़ेसरा के छात्रों को माचिस की तीलियों से मानव कंकाल बनाने के गुर सिखाए गए। प्रधानपाठक बनमोती भोई ने बच्चों के बौद्धिक विकास, उनमें रचनात्मकता पैदा करने, समस्या को सुलझाने के कौशल को निखारने में खिलौनों की भूमिका पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि सीखने-सिखाने के संसाधन के रूप में खिलौनों में अध्यापन कला को बदलने की क्षमता है और खिलौना आधारित शिक्षण का उपयोग माता-पिता द्वारा अपने बच्चों को सिखाने के लिए आसानी से किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि खिलौने हमारे देश की सांस्कृतिक विरासत को समझने में मदद करते हैं और बौद्धिक व भावनात्मक विकास को मजबूती प्रदान करते हैं। उन्होंने खिलौना आधारित कार्यशाला में विभिन्न खिलौना बनाना सिखाया।