महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,7अप्रैल। पूर्व संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा जमीन रजिस्ट्री में दी जा रही 30 प्रतिशत छूट को वर्तमान भाजपा के साय सरकार द्वारा समाप्त करने की घोषणा को गरीब व मध्यम वर्ग के हित पर कुठाराघात बताया है।
श्री चंद्राकर ने कहा कि ठेला, खोमचा, छोटे दुकानदार, आम आदमी, मध्यम वर्ग के जमीन खरीदने के सपने को साकार करने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने जमीन रजिस्ट्री में 30 प्रतिशत का छूट दिया था। कांग्रेस ने तो आम आदमी के लिए यह छूट देकर प्रत्येक व्यक्ति को लाभ देने योजना बनाई थी। लेकिन कारपोरेट व उद्योगपतियों के हितैषी भाजपा सरकार को गरीबों के सुख-दुख से कोई सरोकार नहीं है। उन्हें केवल उद्योगपति मित्रों की चिंता है, गरीबों के हित का ध्यान नहीं है।
पूर्व विधायक श्री चंद्राकर ने जारी बयान में कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा गाइडलाइन दरों पर स्टांप ड्यूटी में 30 प्रतिशत की छूट विगत 5 वर्षों से दी जा रही थी, उसे खत्म कर दिया गया है। जिसका सीधा नुकसान आम जनता को उठाना पड़ रहा है। श्री चंद्राकर ने आगे कहा कि प्रदेश में पहले ही साय सरकार के संरक्षण में रेत का दाम चार गुना बढ़ चुका है। सरिया और सीमेंट के दामों में भारी भरकम मुनाफ ाखोरी से जनता आहत है। हर तरफ महंगाई की मार से आम जन परेशान हैं। ऐसे में 1 अप्रैल 2024 से जमीन रजिस्ट्री में मिल रहे छूट का लाभ खत्म होने से उन्हें 100 फीसदी शुल्क अदा करना पड़ेगा।
पूर्व संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की गलत आर्थिक नीतियों के चलते जनता महंगाई की मार झेलने मजबूर हैं। डीजल की कीमत का असर सभी तरह की वस्तुओं की कीमत में होता है।
ट्रांसपोर्ट से लेकर उत्पादन तक की लागत में इसका सीधा असर होता है। 2014 में क्रूड मिल 110 से 140 डॉलर प्रति बैरल थी, जो वर्तमान में घटकर लगभग 90 डॉलर प्रति बैरल रह गया है। लेकिन इसका लाभ जनता को देने के बजाय केंद्र की मोदी सरकार खुद ही मुनाफाखोरी कर रही है। डीजल पर जो सेंट्रल एक्साइज 2014 में मात्र 3 रुपए 56 पैसा प्रति लीटर हुआ करता करता था, उसे मोदी सरकार में बढ़ाकर 31 रुपए 83 पैसा तक बढ़ाकर वर्तमान में 15 रुपए 80 पैसा वसूल कर रही है। मोदी सरकार ने विगत 10 वर्षों तक केवल डीजल, पेट्रोल में अतिरिक्त मुनाफाखोरी कर 38 लाख करोड़ से अधिक की डकैती जनता की जेब से की है। भाजपा की जनविरोधी नीतियों के चलते, जनता पर दोहरी मार पड़ रही है। एक तरफ बेरोजगारी और घटते इन्कम से आम जनता परेशान हैं, दूसरी तरफ मोदी निर्मित महंगाई की मार से।