दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 9 अप्रैल। पिछले 30 दिनों से नगपुरावासियों की प्यास पंचायत के एकमात्र पानी के टैंकर के भरोसे बुझ रही है। भीषण गर्मी में इसी एकमात्र टैंकर से हर मोहल्ले में पानी पहुंचाया जा रहा है।
ग्रामीणों के मुताबिक टैंकर पहुंचते ही लोगों में पानी के लिए भगदड़ की स्थिति रहती है। पाइप लाइन का कार्य पूरा हो जाने से लोगों को पेयजल समस्या से मुक्ति मिल सकती इसके बावजूद अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। अब नगपुरा में नलों में पेयजल सप्लाई के लिए पाइप लाइन डालने का काम एक बार फिर बंद कर दिया गया है। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया है।
ग्रामीणों ने बताया कि पाइप लाइन डालने का कार्य रुकने से टंकी में पानी नहीं भर पा रहा है। नतीजन ग्रामीणों को गंभीर पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। नाराज ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर एवं एसपी को ज्ञापन सौंपा इसमें उन्होंने चुनाव बहिष्कार के पहले 10 अप्रैल को नगपुरा बस स्टैंड चौक पर चक्काजाम किए जाने की बात कही है।
ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम नगपुरा में एडीबी प्रोजेक्ट के तहत लोक निर्माण विभाग द्वारा ठेलकाडीह से चिखली तक सडक़ निर्माण कार्य किया जा रहा है। सडक़ चौड़ीकरण और नाली निर्माण के जद में पेयजल सप्लाई पाइप लाइन होने के कारण एडीबी द्वारा नई पाइप लाइन बिछाने के लिए ढाई साल पहले 40 लाख से ज्यादा जमा करा दिया है। इसके बाद भी पीएचई विभाग द्वारा पाइप लाइन बिछाने पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पिछले दिनों ग्रामीणों के आंदोलन के बाद पाइप लाइन का काम शुरू किया गया था, लेकिन अब इसे भी अधूरा छोड़ दिया गया है। जिसकी वजह से एक माह बाद भी टंकी में पानी पहुंचना शुरू नहीं हुआ है। इससे ग्रामीणों को भीषण पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है।
ज्ञापन सौंपने वाले ग्रामीणों बलराम कौशिक, लीना सिन्हा, अन्नपूर्णा धनकर, सीमा सिन्हा आदि ने बताया कि वे सडक़ और पेयजल संकट को लेकर जनवरी से आंदोलन कर रहे हैं। इसी क्रम में लगभग महीनेभर पहले नगपुरा बस स्टैंड चौक पर चक्काजाम भी किया गया था। इसके बाद पेयजल सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू किया गया था मगर पीएचई के अफसरों ने अब यह काम बंद कर दिया है।