महासमुन्द
प्रारंभिक जांच में समिति प्रबंधक, दो ऑपरेटर, एक किसान पर मामला दर्ज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,12 अप्रैल। महासमुंद जिले में धान खरीदी वर्ष 2023-24 में छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ा फर्जीवाड़ा जिले के पिथौरा ब्लॉक के जाड़ामुड़ा धान खरीदी केंद्र में उजागर हुआ था। जिसमें समिति के कर्मचारियों और किसानों ने मिलीभगत कर दूसरे किसानों के खेत के रकबे को अपने रकबे में जोडक़र करोड़ों का फर्जीवाड़ा किया था। इसी मामले में पिछले तीन महीने से जिला प्रशासन की 5 सदस्यीय टीम जांच कर रही है।
प्रारंभिक जांच में इस फर्जीवाड़े में शामिल जाड़ामुड़ा के समिति प्रबंधक उमेश भोई और दो ऑपरेटर के अलावा एक किसान राम प्रसाद के खिलाफ बसना थाने मामला दर्ज करवाया गया है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, वैसे-वैसे इस मामले में शामिल लोगों के खिलाफ मामला दर्ज होगा।
जांच टीम के मुताबिक इस फ र्जीवाड़े में महिलाएं भी शामिल हैं, जिन्होंने जाड़ामुड़ा समिति के कर्मचारी से मिलीभगत कर अपना रकबा बढ़वाया और समिति में धान बिक्री दिखाकर शातिर तरीके से लाखों रुपए बैंक से निकाल लिए।
जांच कमेटी के मुताबिक सावित्री पति जेठला के पास झारमुड़ा में खसरा क्रमांक 19 में 0.4000 हेक्टेयर, खसरा क्रमांक 20 में 0.7000 हेक्टेयर और खसरा क्रमांक 95 में 2.2800 हेक्टेयर कुल 3.38 हेक्टेयर यानी 8 एकड़ 45 डिसमिल जमीन है। जिसे फर्जी तरीके से बढ़ाकर खेती की जमीन 9.8800 हेक्टेयर यानी 24 एकड़ 7 डिसमिल किया गया है। जबकि इनकी कुल खेती की जमीन 8 एकड़ 45 डिसमिल है। इन्होंने 8 एकड़ 45 डिस्मिल खेती की जमीन पर प्रति एकड़ 21 क्विंटल के हिसाब से 177 क्विंटल 45 किलोग्राम धान बेचने की पात्रता है। लेकिन फर्जी तरीके से रकबा बढ़ाकर इन्होंने 480 क्विंटल धान समर्थन मूल्य पर बेचा और बैंक से लाखों रुपए आहरण किया है।
इस फर्जीवाड़े में 18 किसानों के नाम हंै, जिसमें शिवा बरिहा पिता भिखारी बरिहा,गौतम बरिहा पिता कुशनो, बोदराम पिता भरत, आनंद पिता चमरा, मुरारी पिता लक्ष्मीधर, हितेश पिता आशाराम, जलसिंह पिता विश्राम बरिहा, राम प्रसाद पिता नन्दलाल, संतलाल पिता ईश्वर, दाशरथी पिता ईश्वर, मनोहर पिता बैकुंठ बिहारी, चन्दर सिंह पिता सुखीराम, घनश्याम पिता चिंता राम सहित कई नाम शामिल हैं। धान खरीदी में प्रदेश के सबसे बड़े इस फर्जीवाड़े में जिला प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए जनवरी माह में ही जांच के आदेश दिए थे। जांच के लिए 5 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। जांच अधिकारियों का कहना हैं कि प्रारंभिक जांच में इस फर्जीवाड़े में शामिल जाड़ामुड़ा के समिति प्रबंधक उमेश भोई और दो ऑपरेटर के अलावा एक किसान राम प्रसाद के खिलाफ बसना थाने मामला दर्ज करवाया गया है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, वैसे-वैसे इस मामले में शामिल लोगों के खिलाफ मामला दर्ज होगा।