दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 12 अप्रैल। जिला सहकारी बैंक में पशु पालक किसानों का केसीसी ऋण प्रकरण स्वीकृत नहीं किया जा रहा है। इससे पशुपालक किसानों को ऋण नहीं मिल पा रहा है। प्रगतिशील दुग्ध उत्पादक किसान संघ ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर ऋण प्रकरण स्वीकृत कराने मांग की है।
जानकारी के अनुसार जिले के अनेक पशुपालक किसान सह समितियों से पशुपालन हेतु केसीसी ऋण लेते है, जिसे 1 वर्ष में जमा कर पुन: ऋणराशि मांगते है, जो कि 1 लाख से 3 लाख तक है। सौंपे गए ज्ञापन में लोकसभा चुनाव के कारण जिला सह केद्रीय बैंक दुर्ग में ऋण कमेटी की बैठक नहीं होने की वजह ऋण प्रकरण स्वीकृत नहीं किया जाना बताया गया है जिसके कारण ऋण नहीं मिल पाने से केसीसी ऋण लेने वाले पशुपालक किसान परेशान है।
प्रगतिशील दुग्ध उत्पादक किसान संघ के अध्यक्ष रविप्रकाश ताम्रकार का कहना है कि पशुपालनक किसान माह अप्रैल-मई में आनेवाले बरसात के सीजन के लिए पैरा-कुटी तथा अन्य सामग्री खरीदकर स्टोर कर रखते है क्योंकि बरसात में पैरा कुटी का भाव 4 से 5 गुना बढ़ जाता है। उनका कहना है कि पशुपालक किसानों को अगर आपके द्वारा ऋण प्रकरण स्वीकृत नहीं किया गया तो पैसे के अभाव में पशुपालकों को बरसाती सीजन में पशुचारा की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए पशुपालकों के व्यापक हित में गौपालन केसीसी ऋण को नियमित रूप से स्वीकृती किया जाना चाहिए।