दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 14 अप्रैल। भाजपा विधायक गजेंद्र यादव ने राहुल गांधी पर बड़ा पलटवार करते हुए उनसे कई सवाल पूछे हैं। गजेंद्र यादव ने कहा कि पहली बार आदिवासी राष्ट्रपति चुनने का मौका आया तो कांग्रेसियों ने जी जान लगा दी उसका विरोध करने में। यहां तक कि छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के वोट से बने विधायकों को भी मजबूर किया कि महामहिम मूर्मू के खिलाफ वोट दें। आदिवासियों के विरुद्ध साजिश कर जब कांग्रेस मुर्मु को हरा नहीं पाई तो इनके नेता बौखलाहट में राष्ट्रपति को ‘राष्ट्रपत्नी’ कह कर मजाक उड़ाने लगे।
यादव ने कहा कि जब राज्यसभा भेजने की बारी आयी तो सारी सीटों को बेच डाला।
छत्तीसगढ़ के किसी आदिवासी या दलित या पिछड़े वर्ग के नेता को वहां भेजने की जहमत नहीं उठायी। अब घडिय़ाली आंसू बहा रहे। छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार के शासन में लगभग 40 हजार आदिवासी बच्चे इलाज के अभाव में मर गये, तब जुबान को क्या हो गया था राहुल के? पचास वर्षों तक आदिवासी-दलितों-पिछड़ों का हक नहीं दिया। छत्तीसगढ़ को लूटते रहे। भाजपा ने राज्य बनाया आदिवासी बहुलता के कारण और पहला आदिवासी मुख्यमंत्री भी भाजपा ने हो दिया।
मोदी सरकार ने 4 लाख करोड़ से ज्यादा डूबा हुआ पैसा वसूल कर गरीबों को उनका हक दिया है। मनमोहन सरकार के दूसरे कार्यकाल में बहुत से गलत लोगों को तब की कांग्रेस सरकार के मंत्रियों के फोन द्वारा बैंको से लोन देने दबाव डाला जाता था। गलत लोगों को नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए पैसा दिया गया उसमें से भी कई लाख करोड़ मोदी सरकार ने वसूल कर दिखाए है। राहुल गांधी का दुष्प्रचार काम नहीं आएगा। अच्छा होता वो छत्तीसगढ़ आकर आदिवासियों और पिछड़े वर्ग के लोगो से माफी मांगते क्योंकि आदिवासियों का उन्होंने हक मारा है, विरोध किया है और पिछड़े वर्ग को गाली दी है।