महासमुन्द
घटना की शाम ही गांव वालों ने स्कूल से मधुमक्खी का छत्ता हटाया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,15 अप्रैल। जिले के सरायपाली क्षेत्र स्थित शासकीय स्कूल लिमगांव की कक्षा नौवीं की दो छात्रा पानी पीने के लिए स्कूल से बाहर निकलीं तो मधुमक्खियों के हमले का शिकार हो गई। एक छात्रा किसी तरह भागकर कक्षा तक पहुंची, जबकि दूसरी बच्ची के सिर पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। इससे वह अपने चेहरे को बचाने स्कूल परिसर के खुले मैदान में ही बैठ गई। इसके बाद मधुमक्खियों ने बालिका को घेरकर हमला कर दिया। इस दौरान किसी तरह मिडिल कक्षा के दो शिक्षकों ने उसे मधुमक्खियों से बचाते हुए अस्पताल भिजवाया। इस हमले के बाद 13 अप्रैल की ही रात्रि को ग्रामीणों ने स्कूल से मधुमक्खियों का छत्ता हटा दिया है।
पता चला है कि इस दौरान हाईस्कूल के शिक्षक बच्चों को बचाने के बजाय वीडियो बनाने में जुटे रहे। पूरी घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ है।
स्कूल के शिक्षकों के अनुसार 13 अप्रैल को हाई स्कूल लिमगांव में अध्यनरत कक्षा नौवीं की दो बालिका दीपिका भोई व निशा पटेल लगभग 8.30 बजे पानी पीने स्कूल परिसर में स्थित हैंडपंप के पास गई थी। पानी पीकर दोनों वापस अपनी कक्षा में लौट रही थी।
इसी दौरान हाईस्कूल के दूसरे फ्लोर में स्थित छत्ते से मधुमक्खियां उडक़र दोनों बच्चियों पर हमला कर दिया। हमला होते देख एक छात्रा ने अपने चेहरे को मधुमक्खी के डंक से बचाने के लिए पूरी तरह ढंक दिया। उसके पीठ व सिर में मधुमक्खियों ने काफी डंक मारा है। जबकि दूूसरी छात्रा किसी तरह खुद को बचाते कक्षा की ओर दौड़ी।
जानकारी अनुसार इस हाई स्कूल के दो मंजिला भवन की छत पर मधुमक्खी का छत्ता है। मधुमक्खियों द्वारा लगातार हमले किए जाने के बाद भी उसे हटवाया नहीं गया है। इस बार समय रहते मिडिल स्कूल के दो शिक्षक बच्चियों को बचाने नहीं दौड़ते तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी। घायल बालिका समेत दोनों को तत्काल 108 के माध्यम से स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया।
संकुल समन्वयक गिरधारी नायक ने कहा-लगभग एक माह पूर्व मधुमक्खियों ने छत्ता बनाया था और मुझ पर भी एक बार हमला किया था। इसके अलावा रसोइयों पर भी मधुमक्खियों ने हमला किया है। घटना के दिन मिडिल स्कूल के दो शिक्षकों ने जान जोखिम में डालकर चद्दर व पानी लेकर घायल छात्रा तक पहुंचे और उसे अस्पताल भिजवाया।
बालिका निशा पटेल के पिता शोभाराम पटेल ने बताया कि मधुमक्खियों ने उसकी पुत्री पर हमला किया गया था। स्कूल परिसर में शिक्षकों द्वारा मधुमक्खी के हमले के बाद शरीर में मधुमक्खी के डंक टूटकर रह गए थे जिसे निकाला गया। अभी बच्ची के चेहरे व शरीर में सूजन है। मधुमक्खियों ने 12 अप्रैल को भी दो रसोइयों पर हमला किया था। इसके पूर्व वहां के संकुल समन्वयक गिरधारी नायक पर भी 29 मार्च को मधुमक्खियों ने हमला किया था।