महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,15 अप्रैल। पूर्व संसदीय सचिव व महासमुंद के पूर्व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने भारतीय जनता पार्टी के केंद्र सरकार पर युवा विरोधी व श्रमिक विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि 2014 में सत्ता में आते ही हर साल 2 करोड़ युवाओं को नौकरी देने का वादा कर जुमलेबाज सरकार ने युवाओं को रोजगार देने का कोई पहल नहीं किया। उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां केंद्र सरकार के विभिन्न स्तरों पर स्वीकृत लगभग 30 लाख पद रिक्त हैं। वहीं वर्तमान मोदी राज में देश में बेरोजगारी ऐतिहासिक रूप से शिखर पर है। 2014 के पहले पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय केंद्रीय विभागों में भर्ती के लिए एसएससी, बैंकिंग, रेलवे सहित तमाम भर्ती परीक्षाएं हर 3 महीने में आयोजित होती थीं। जो मोदी सरकार बनने के बाद से पिछले 10 सालों से लगभग बंद है। युवा विरोधी मोदी सरकार केंद्रीय विभागों, बैंक,बीमा, रेलवे, नवरत्न कंपनी और सरकारी उपक्रमों में युवाओं को रोजगार के अवसर देने के बजाय सार्वजनिक उपक्रमों को औने-पौने दाम पर अपने पूंजीपति मित्रों को बेचकर देश के करोड़ों युवाओं के सपनों को कुचलने का काम किया है। मोदी सरकार का फोकस केवल अपने चंद मित्रों का मुनाफा है और इसलिए भाजपा की पूंजीवादी नीतियों के चलते ही करोड़ों युवा, सरकारी नौकरी पाने के, सरकारी पदों पर नियुक्ति के अधिकार से वंचित हो रहे हैं। केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनने पर युवा न्याय योजना लागू होगी।