बलौदा बाजार
भाटापारा, 22 अप्रैल। जैन धर्म के चौबीसवें तीर्थंकर, दिव्य महापुरुष भगवान महावीर की जयंती शासकीय माध्यमिक एवं प्राथमिक विद्यालय कुम्हली में मनाई गई। विद्यालय के उपस्थित छात्र छात्राओं एवं शिक्षकों ने महावीर स्वामी के तैल चित्र का पूजन अर्चन कर पुष्पमाला अर्पित कर सदमार्ग पर चलने के लिए संकल्प लिया।
महावीर स्वामी के जीवनी पर शिक्षकों ने विस्तृत प्रकाश डाला । इस अवसर पर पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधान पाठक प्रभा सिंह ने विद्यार्थियों को महावीर स्वामी के पंचशील के सिद्धांत का अनुसरण करते हुए समाज मे उच्च नैतिक मूल्यों की स्थापना कर सकते हैं। वर्तमान मे हिंसात्मक प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है, असत्य भाषण, नशाखोरी का साम्राज्य है ऐसे में महावीर का उच्चतम आदर्श ही हमे सुगम जीवन दिशा दे सकता है। महावीर स्वामी का कठोर तपस्या ज्ञान प्राप्ति के लिए प्रेरित करता है। प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक छन्नूलाल साहू ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जैन धर्म के संस्थापक भगवान महावीर सिद्धांत असाधारण है और उनके अनुयायी बहुत कठोर तप करते हैं। मेरे विचार से ऐसा कहना बिल्कुल भी अतिशयोक्ति नहीं होगी कि पृथ्वी पर चलता फिरता भगवान हैं तो वह महावीर के भक्त जैन मुनि, साधु, संत हैं।
इस अवसर पर विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षिका यशोदा नायक, शिक्षक हुषण चंद्राकर, पोषण लाल साहू उपस्थित रहे।