गरियाबंद
![महानदी में चेन माउंटेड तले युवक की मौत, भडक़े पूर्व पीसीसी चीफ महानदी में चेन माउंटेड तले युवक की मौत, भडक़े पूर्व पीसीसी चीफ](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1718374479011.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 14 जून। शहर से लगे पारागांव महानदी के अवैध रेत घाट में बुधवार की रात चैन माउंटेन मशीन के नीचे घोंट गांव के 25 साल के युवक राजेश यादव की मौत हो गई। इस मौत को लेकर पीसीसी के पूर्व चीफ पूर्व मंत्री धनेंद्र साहू काफी आक्रमक हो गए है।
उन्होंने मौजूदा अभनपुर विधायक इंद्रकुमार साहू व माइनिंग अधिकारी के ऊपर गंभीर आरोप लगाए है। श्री साहू गुरूवार की शाम नवापारा स्थित अपने संगवारी कार्यालय में एक पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि यह घटना काफी दुखद है। कोई छोटी-मोटी घटना नहीं है। एक गरीब परिवार के युवक की मौत हो जाती है। इस संबंध में बताया कि वे एसडीएम से बात किए। उनसे पूछा कि पारागांव की ये खदान किसके द्वारा संचालित है। उक्त खदान से युवक को अस्पताल तक कौन पहुंचाया? चैन माउंटेन मशीन किसकी है? पूरा दोष किसका है? इन सभी सवालों का जवाब चाहिए?
पीसीसी के पूर्व चीफ श्री साहू ने कहा कि मुआवजा के रूप में इस परिवार को 20 लाख रूपए दी जाए और तीन दिनों के भीतर इस रेत खदान में जो भी इन्वाल्मेंट है, दुर्घटना के लिए दोषी है। उनके खिलाफ एफआईआर कर सख्त कड़ी कार्रवाई की जाए वर्ना चौथे दिवस वे कांग्रेसजनों के साथ रायपुर पहुंचकर कलेक्ट्रेट के सामने धरना पर बैठ जाएंगे जिसकी पूरी जवाबदारी प्रशासन की होगी।
श्री साहू ने बताया कि उन्होंने तहसीलदार से पूछा कि अंतिम संस्कार के लिए इस परिवार को क्या दिए? तहसीलदार ने श्री साहू को जवाब दिया कि 50 हजार रूपए दिए। श्री साहू ने प्रशासन से पूछा है कि क्या पारागांव की यह खदान स्वीकृत है? इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि विधायक और कलेक्टर से पूछना चाहता हूं कि आरंग से लेकर नवापारा 30 किमी के दायरे तक महानदी में कौन सा खदान स्वीकृत है? पर्यावरण की अनदेखी कर महानदी के बीच जगह-जगह बेशरम डालकर हाइवा गाडिय़ों को निकालने के लिए सडक़ें बनाई जा रही है और अधिकारी सोए हुए है। आखिर नदी के बीच बेशरम डालकर इन्हें सडक़ बनाने का परमिशन किसने दिया? ओवरलोड हाइवा वाहनों की वजह से क्षेत्र की सडक़े खराब हो रही है। ये सडक़े जनता के लिए बनाई गई है।
श्री साहू ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में लीगल रूप से कुम्हारी और गौरभांट की खदान चली है। इनका पियरेड खत्म हुआ और खदान तुरंत बंद कर दी गई। परंतु हमने किसी भी माफिया को नाजायज तरीके से खदान चलाने नही दिया। श्री साहू ने कहा कि ऐसा नहीं है कि माफिया हमसे संपर्क न किए हो। सबको कह दिया गया कि नाजायज काम हम नहीं होने देंगे और जैसे ही विधानसभा का रिजल्ट आया मैं चुनाव हारा और दूसरे दिन से ही नाजायज रूप से माफियाओं द्वारा रेत खदान शुरू कर दिया गया।
श्री साहू ने बताया कि रायपुर के माइनिंग अधिकारी फोन नहीं उठाते। उन्हें इस संबंध में कलेक्टर से बात करना पड़ता है। कहा कि जब कोई घाट पर्यावरण एनओसी के बगैर चालु हो नहीं सकता तो ये घाट कै से चल रही है। जगह-जगह अवैध रूप से हो रहे भंडारण आखिर किसका है? कहां की रेत है ये? इन सभी बातों की जांच होनी चाहिए और दोषी जाए जाने पर संबंधितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो वर्ना कांग्रेस आंदोलन के लिए तैयार रहेगी। पत्रकार वार्ता के दौरान नगर के वरिष्ठ कांग्रेस अशोक गोलछा,पालिका अध्यक्ष धनराज मध्यानी,जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष चंद्रहास साहू,नगर पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष जीत सिंग,रामा यादव,राजा चांवला,दीपाली राजपूत,रामरतन निषाद,विनोद कडरा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस जन मौजूद थे।