दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 4 जुलाई। मोहन नगर थाना अंतर्गत निवासी विवाहिता अर्पिता राजपूत ने 23 मई को अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी थी। विवाहिता द्वारा आत्महत्या कर लेने के बाद से ही उसका पति एवं ससुराल के अन्य लोग फरार हो गए थे। मोहन नगर पुलिस ने फरार आरोपी पति को घटना के 40 दिन बाद पकड़ लिया है। नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग चिराग जैन ने बताया कि मृतका के पति को मोहन नगर पुलिस ने बुधवार को पकड़ लिया है। फरार सास- ससुर की तलाश में पुलिस की टीम लगी हुई है, और वे लोग भी जल्द ही पकड़े जाएंगे।
जानकारी के मुताबिक जवाहर नगर में ओडिशा से लगभग 11 माह पूर्व शादी होकर ससुराल आई विवाहित अर्पिता राजपूत (33) ने 23 मई की रात लगभग 11 बजे अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी थी। मृतका का पति सौरभ राजपूत दुर्ग इरिगेशन विभाग में कार्यरत है। अर्पिता राजपूत की शादी जून 2023 में सौरभ राजपूत के साथ हुई थी।
पुलिस ने फांसी पर लटकी विवाहिता को उतारकर जिला अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। जिला अस्पताल कोतवाली थाना क्षेत्र में होने से मामले को जीरो पर कायमी किया गया था। जानकारी के मुताबिक जब विवाहिता को जिला अस्पताल ले गए इसके बाद ससुराल वाले घर में ताला लगाकर फरार हो गए थे। जिला अस्पताल या मर्चुरी में ससुराल का कोई भी व्यक्ति नहीं पहुंचा था। ओडिशा से मृतका के मायके वाले पहुंचे थे। मृतका के पिता राजकुमार सिंह ठाकुर ने पुलिस को बताया था कि उनकी बेटी अर्पिता को शादी के बाद से ही ससुराल वाले रकम लाने के लिए परेशान कर रहे थे। कुछ दिनों पहले ही उनकी बेटी ने उन्हें बताई थी कि ससुराल वाले 25 लाख रुपए की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर उसे लगातार प्रताडि़त किया जा रहा है। इस पर उन्होंने बेटी को आश्वासन दिया था कि जल्द ही वह पैसों का इंतजाम कर देंगे हिम्मत रखो। ससुराल वालों से तंग आकर विवाहिता ने जान दे दी थी।