महासमुन्द

एमएमसी अस्पताल में आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट शुरू
28-Aug-2024 3:43 PM
 एमएमसी अस्पताल में आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट शुरू

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 28 अगस्त।
मेडिकल कॉलेज संबद्ध जिला अस्पताल ए में अब मरीजों और उनके परिजनों को ओपीडी के बाहर लंबी कतारों में पर्ची कटवाने के लिए घंटों कतार मेंं खड़ा होना नहीं पड़ेगा। अब वे ऑनलाइन पंजीयन कराकर मरीज सीधे संबन्धित बीमारियों के चिकित्सकों से मिल सकेंगे। मेडिकल कॉलेज बनने के बाद से अस्पताल में मरीजों की भीड़ को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने महासमुंद में आभा एप यानी आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट-बेस्ट स्कैन एंड फेसलिटी की शुरुआत की है। 

कहा जा रहा है कि इससे ओपीडी के लिए प्रतीक्षा का समय भी घट जाएगा और अधिक से ने अधिक मरीज उपचार का लाभ ले सकेंगे। कल 27 अगस्त को लांचिंग के बाद से आज दोपहर तक 80 लोगों ने इस एप के माध्यम से ऑनलाइन पंजीयन कराकर उपचार के लिए समय लिया है। 

डॉक्टरों के मुताबिक यह चिकित्सा रिकॉर्ड तक आसान पहुंच प्रदान करता है तथा सटीक जानकारी के लिए वन स्टॉप कार्य करता है। यह उपयोगकर्ताओं को आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी जैसी विभिन्न आयुष उपचार सुविधाओं तक पहुंच के लिए एक विशिष्ट पहिचान प्रदान करता है। डिजिटल स्वास्थ्य आभा कार्ड बनाने के लिए आप आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस का उपयोग कर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आधार कार्ड के साथ आभा पंजीकरण के लिए आवेदन करते समय सुनिश्चित करें कि आपका मोबाइल नंबर आपके आधार से जुड़ा हुआ है।

इस तरह एम्स की तर्ज पर अब महासमुंद जिला अस्पताल में यह सुविधा शुरू हो गई है। पहले दिन 80 लोगों ने एप डाउनलोड कर क्यूआर स्कैन कर इसका लाभ लिया है। जन-जन तक इसे पहुंचाने के लिए इस एप का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। आभा आइडी बनाने के लिए पहले चरण में आधिकारिक आभा वेबसाइट पर जाएं और आभा नंबर बनाएं पर क्लिक करें। दूसरे चरण में आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस में से किसी एक का चयन करें और क्लिक करें। तीसरे चरण में अपनी पसंद के अनुसार अपना आधार या लाइसेंस नंबर दर्ज करें। घोषणा को ध्यान से पढऩा सुनिश्चित करें।

चौथे चरण में घोषणा के साथ मैं सहमत हूं् का चयन करें और अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजे गए ओटीपी को दर्ज करें।
पांचवें चरण में सबमिट पर क्लिक करें। इससे आपकी आभा आईडी सफलतापूर्वक जेनरेट हो जाएगी और क्यूआर स्कैन करते ही आपको यूनिक नंबर मिलेगा।

इस तरह आभा एप्लिकेशन के जरिए मरीज को आसानी से क्यूआर कोड स्कैन कर यूनिक टोकन नंबर मिल जाएगा। जब उनका टोकन उन्हें नजर आ जाए तब वो सीधे काउंटर पर जा सकते हैं, इससे उन्हें लाइन में लगने की जरूरत नहीं है। मरीजों को यह डिजिटल सुविधा दिये जाने से उन्हें काफ ी सुविधा मिल रही है। आभा आधारिक स्कैन और शेयर सुविधा जहां एक तरफ  समय की बचत कराती है तो वहीं इससे रजिस्ट्रेशन प्रॉसेस भी आसान है। मरीजों को इससे बिना किसी परेशानी के बेहतर सुविधा मिलती है।इस एप के जरिए मरीजों की केस हिस्ट्री को सुरक्षित रखा जा सकता है। उन्हें अपनी बीमारियों की फाइल लेकर नहीं घूमना होगा। भारत के किसी भी मेडिकल कॉलेज में इस सुविधा का लाभ मिलेगा ताकि स्वास्थ्य डेटा के प्रबंधन उस तक पहुंच सके।

इस ऐप में भारत भर में स्वास्थ्य सेवा वितरण को बेहतर बनाने के लिए उसके उपयोग के तरीके को बदलने की क्षमता है। आभा आधारित स्कैन और शेयर सुविधा के परिणाम अब तक बेहद ही उत्साह जनक आए हैं। 

महासमुंद मेकाहाम में इस सुविधा के लिए पहले दिन 70 से 80 टोकन बांटे गए। मेडिकल कॉलेज अस्पताल महासमुंद से मिली जानकारी के अनुसार मैन्युअल पर्ची बनाने में पूर्व में मरीजों को लंबी कतारें लगानी पड़ती थी। जिसकी वजह से पंजीयन में देरी होती थी। फलस्वरूप अनेक मरीजों को उपचार के लिए दूसरे दिन आना पड़ता था। अब आभा स्ेकैन और शेयर सुविधा के आने के बाद मरीजों को इन लंबी कतारों में खड़े होने की जरूरत नहीं पड़ेगी और अस्पताल में उन्हें बिना किसी परेशानी के चिकित्सीय सुविधा हासिल होगी।

जानकारी अनुसार आभा कार्ड का पूरा नाम आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता है। आभा कार्ड आइडी में 14 अंकों की पहचान संख्या होती है। संपूर्ण चिकित्सा इतिहास, परामर्श विवरण और नुस्खे आभा आईडी में शामिल होते हैं। इस कार्ड का प्रबंधन आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत किया जाता है, जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण की एक डिजिटल स्वास्थ्य सेवा पहल है।
 

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