महासमुन्द

कलेक्टर जनदर्शन में आवेदन के बाद फौरी कार्रवाई करने खाद्य अधिकारी सोनापुटी गांव पहुंचे, नाराज ग्रामीणों के बीच घंटों फंसे रहे
28-Aug-2024 4:10 PM
कलेक्टर जनदर्शन में आवेदन के बाद फौरी कार्रवाई करने खाद्य अधिकारी सोनापुटी गांव पहुंचे, नाराज ग्रामीणों के बीच घंटों फंसे रहे

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 28 अगस्त।
सोनापुटी गांव के करीब डेढ़ सौ ग्रामीण राशन में डंडी मारने की शिकायत लेकर कल कलेक्टोरेट पहुंचे थे। सभी ने जनदर्शन में शिकायत की और जांच की गई और जांच के लिए शाम को ही खाद्य निरीक्षक ग्राम सोनापुटी ग्राम पहंचे। यहां खाद्य निरीक्षक को ग्रामीणों ने घेर लिया। सूचना मिलते ही जिला प्रशासन हरकत में आई। इससे पहले ही खाद्य निरीक्षक गांव से निकलने में सफल रहे। 

मामला यह है कि 27 अगस्त की शाम खाद्य निरीक्षक हेमंत वर्मा ग्रामीणों को राशन नहीं मिलने तथा जिन्हें मिला, उनके राशन में डंडी मारने की शिकायत की जांच के लिए  सोनापुटी गांव पहुंचे। उन्हें नाराज ग्रामीणों के बीच असामान्य स्थिति का सामना करना पड़ा। सौ से अधिक नाराज ग्रामीणों के बीच वे घंटों फंसे रहे। सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आया। लेकिन इसके पूर्व ही देर शाम करीब 9.15 बजे श्री वर्मा अपने एक सहयोगी के साथ सोनापुटी से बागबाहरा के लिए रवाना हो गए। मामले की जांच जारी है।

मालूम हो कि करीब 42 किमी दूर से कल दोपहर विभिन्न वाहनों से जिला मुख्यालय पहुंचे बागबाहरा ब्लॉक के ग्रामीणों ने कलेक्टर जनदर्शन में आवेदन सौंपकर अपनी व्यथा बताई। करीब डेढ़ सौ ग्रामीणों में 50-60 महिलाएं और बाकी पुरुष थे। कैलाश दीवान, मनीराम, लक्ष्मीनाथ, संतराम, कुमार, टीकम साहू, सुरेश दीवान आदि के मुताबिक गांव में महिला स्व सहायता समूह द्वारा राशन दुकान का संचालन किया जाता है। हर महीने इस दुुकान में चावल वितरण में अनियमितता की जाती है। कभी कभी चावल मिलता ही नहीं। जिन . हितग्राहियों को मिलता भी है तो उसमें डंडी मारी जाती है। किसी परिवार को 35 किलो, किसी परिवार को 42 किलो चावला मिलता है। उक्त चावल में 500-700 ग्राम चावल कम मिलता है।

ग्रामीणों ने बताया कि बहुत से ग्रामीणों को तो चावल मिलता ही नहीं। इस माह का चावल अभी तक वितरण नहीं हो पाया है। जबकि महिना समाप्त होने वाला है। इसी तरह एक राशन कार्ड में प्रतिमाह एक किलो शक्कर मिलता है। इसमें भी 100 ग्राम की डंडी मार ली जाती है। कीमत भी 17 रुपए की जगह 20 रुपए प्रति किलो ली जाती है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि खाद्य विभाग व प्रशासन को पहले भी इस बाबत शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कार्रवाई नहीं की जाती। 

लिहाजा अफसर को अपने बीच पाकर ग्रामीण खाद्य विभाग और प्रशासन को कोसते रहे। शोर-शराबे और तनाव के बीच श्री वर्मा ने कुछ ग्रामीणों के बयान लिए। पूछताछ की। कुछ ग्रामीणों ने दस्तावेजों पर दस्तखत भी नहीं किए। असामान्य स्थिति की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आता, इसके पूर्व ही श्री वर्मा के बागबाहरा लौटने की खबर आई।

श्री वर्मा के मुताबिक वे जांच के लिए गए थे। दोनों पक्ष आए थे। जांच अभी और आगे बढ़ेगी। कोई अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं हुई। महिला समूह को हटाकर राशन दुकान का संचालन किसी और को देने तथा महिला समूह का पंजीयन भी निरस्त करने की मांग आवेदन में की गई है। 

गौरतलब है कि जनदर्शन में उक्त आवेदन पर फ ौरी कार्रवाई करते हुए कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने खाद्य अफसरों को मामले की जांच कराने कहा। जिस पर खाद्य अधिकारी ने तत्काल खाद्य निरीक्षक बागबाहरा हेमंत कुमार वर्मा को जांच पर लगा दिया। इसी मामले की जांच के लिए श्री वर्मा कल शाम करीब 5 बजे सोनापुटी पहुंचे थे। जहां सूचना मिलते ही ग्रामीण एकत्र हो गए और नाराज ग्रामीणों ने श्री वर्मा से खरीखोटी शुरू कर दिया। 

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