रायपुर
रायपुर, 14 फरवरी। मिक्सोपैथी के विरोध में आईएमए की क्रमिक भूख हड़ताल आज भी यहां जारी रही। उनका कहना है कि मिक्सोपैथी से इलाज जन स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो सकता है।
प्रदेश में आईएमए से जुड़े डॉक्टर मिक्सोपैथी का लगातार विरोध कर रहे हैं। यहां रायपुर मेडिकल कॉलेज में उनकी क्रमिक भूख हड़ताल भी चल रही है। आईएमए रायपुर अध्यक्ष डॉ. विकास अग्रवाल के नेतृत्व में आज हड़ताल में शहर के फिजीशियन तथा पेट रोग विशेषज्ञों ने भाग लिया। इसमें डॉ.संदीप पांडेय, डॉ. कुलदीप सोलंकी, डॉ.ललित निहाल, डॉ.मनीषा लुनिया, डॉ.अनुपमा महापात्रा, डॉ.राजीव खरे, डॉ. पंकज, डॉ. अजीत मिश्रा, डॉ. प्रशांत सिंह आदि शामिल रहे।
हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों ने एक स्वर में कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति हजारों वर्ष पुरानी चिकित्सा पद्धति है, जिस पर हर भारतीय को गर्व है। इस प्राचीन तथा वैज्ञानिक चिकित्सा पद्धति को रिसर्च के माध्यम से अपने मूलभूत सिद्धांतों को सही साबित कर आधुनिक बनाया जाए और उसे उसके नैसर्गिक रूप में आधुनिक चिकित्सा पद्धति के समकक्ष खड़ा किया जाए , ताकि इन दोनों चिकित्सा पद्धतियों को इनके विशेषज्ञों द्वारा इनके मूल रूप में इस्तेमाल कर बहुत सी लाइलाज बीमारियों का इलाज किया जा सके । उनको आपस में मिलाकर मिक्सोपैथी के रूप में इस्तेमाल करना जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ होगा।