राजनांदगांव
पुष्प महोत्सव का समापन समारोह
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 15 फरवरी। छत्तीसगढ़ पिछड़ा वर्ग प्राधिकरण अध्यक्ष दलेश्वर साहू आनंद वाटिका में आयोजित पुष्प महोत्सव के समापन समारोह में शामिल हुए। अध्यक्ष श्री साहू ने कहा कि फूल प्रकृति के स्वरूप हैं, जब हम फूल, मोर, तितली के रंग और स्वरूप को देखते हैं, तो हम ईश्वर के रूप को देखते हंै। उन्होंने पुष्प महोत्सव के सफल आयोजन के लिए नगर निगम आयुक्त एवं उनकी टीम को बधाई दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते छत्तीसगढ़ अल्पसंख्यक आयोग सदस्य हफीज खान ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रयासों से पर्यटन की सुविधा बढ़ी है और पर्यटन के क्षेत्र में हमारे प्रदेश को पहचान मिली है।
विशिष्ट अतिथि राजगामी संपदा न्यास अध्यक्ष विवेक वासनिक ने पुष्प महोत्सव के इस अवसर पर मातृ-पितृ दिवस मनाने के लिए उन्होंने आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि नगर निगम आयुक्त आनंद वाटिका एवं बर्थडे पार्क के निर्माण के लिए सदैव याद किए जाएंगे। उनका यह प्रयास है कि लोग प्रकृति से संस्कृति की ओर जुड़े।
महापौर हेमा देशमुख ने कहा कि प्रकृति पांच तत्वों से मिलकर बनी है। प्रकृति को सहेजना, संरक्षण करना और इससे जुडऩा मनुष्य का स्वभाव है। नगर निगम की टीम ने इसी सोच को पुष्प महोत्सव में प्रदर्शित किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सोच के अनुरूप छत्तीसगढ़ की माटी की सुगंध हमारे संस्कृति में है। उन्होंने कहा कि राम वन गमन पथ यहां उकेरा गया है। प्रकृति को उसके स्वभाव के अनुरूप उकेरकर यहां साज-सज्जा की गई है। पुष्प अभिव्यक्ति के माध्यम हैं, वे अपनी सुंदरता से हृदय में स्थान बना लेते हैं। सुकून की बात हो या इत्र या वीरों को श्रद्धांजलि देना हो या धार्मिक अनुष्ठान फूल के बिना पूरे नहीं होते। प्रकृति और मनुष्य एक-दूसरे के बिना अधूरे हैं। नगरवासियों के सहयोग से आज यह सफल आयोजन किया गया। नगर निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक ने कहा कि पुष्प महोत्सव से हमने यह संदेश दिया है कि प्रकृति हमारा ईश्वर है। हमारे प्राचीन ग्रंथ ऋगवेद एवं अन्य धर्मों में भी उल्लेख है कि यह सृष्टि पांच तत्वों से मिलकर बनी है। उन्होंने कहा कि प्रकृति को छत्तीसगढ़ की संस्कृति से जोडक़र यह आयोजन किया गया। उन्होंने सभी का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर नगर अध्यक्ष हरिनारायण धकेता, वरिष्ठ पार्षद कुलबीर छाबड़ा, सुनीता फडऩवीस ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान मातृ-पितृ दिवस मनाया गया एवं समता वृद्धाश्रम के वृद्धजनों को आरंभ एक प्रयास संस्था के सदस्यों द्वारा चरण धोकर उनसे आर्शीवाद लिया गया और माता-पिता का सदैव सम्मान करने का संदेश दिया गया।