रायगढ़
2012-2016 के बीच का मामला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 16 फरवरी। रायगढ़ जिले के पुसौर ब्लॉक के ग्राम लारा में संचालित एनटीपीसी में सोमवार दोपहर सीबीआई टीम पहुंची और लगभग 6 साल पुराने चोरी के मामले में पूछताछ करते हुए कई लोगों के बयान दर्ज किए। आज दूसरे दिन भी पूछताछ जारी है।
एनटीपीसी के जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार एनटीपीसी प्लांट निर्माण के लिए 2012 से 2016 के बीच भेजी गई सीमेंट और लोहा परिसर से चोरी हो गए थे। निर्माण कार्य के लिए जितना माल आया और यार्ड से जितना डिस्पैच हुआ, इसमें बड़ा अंतर आने के बाद मामले में चोरी का खुलासा हुआ था। उस वक्त तत्कालीन अफसरों को जब लगा कि मामले में करोड़ों की हेराफेरी हुई है तो शुरूआती जांच के आधार पर 9 लोगों के खिलाफ एफआईआर कराई गई और 2019 में मामला सीबीआई को हैंडओवर कर दिया गया। अभी तक इसका एक भी आरोपी पकड़ में नहीं आया है।
एनटीपीसी लारा के जनसंपर्क अधिकारी अरूण मिश्रा ने बताया कि सीबीआई की टीम ने दो विभागों के 8-9 लोगों से पूछताछ की। इनमें दो अफसर रिटायर भी हो चुके हैं।
दरअसल एनटीपीसी प्लांट निर्माण के दौरान बड़ी मात्रा में स्टील और सीमेंट भेजे गए थे। कितना माल आया और कितना भेजा गया, इसकी रजिस्टर में एंट्री की जाती थी। इसकी जांच में बड़ी अनियमितता मिली थी। तब एनटीपीसी की विजिलेंस टीम ने इसकी जांच शुरू की थी, एफआईआर भी कराई थी। विजिलेंस टीम ने भी जांच में स्टाक में अंतर पाया। अंतर काफी अधिक होने के कारण इस मामले की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंप दिया गया। इसी कड़ी में सोमवार को सीबीआई की टीम जांच करने पहुंची। मंगलवार को भी पूछताछ की गई।