राजनांदगांव
रैली निकालकर सौंपा मांग पत्र, वादा-खिलाफी का लगाया आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 फरवरी। भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध अखिल भारतीय आंगनबाड़ी कर्मचारी महासंघ के बैनर तले जिलेभर के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं ने सोमवार को जिला कार्यालय सामने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते आवाज बुलंद की। तत्पश्चात शहर में रैली निकालकर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर के प्रतिनिधि को मांग पत्र सौंपा।
आयोजित सभा को संबोधित करते आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका संघ के प्रदेश प्रभारी योगेशदत्त मिश्रा ने प्रदेश की भूपेश सरकार को आड़े हाथों लेते उनके द्वारा चुनाव पूर्व किए गए वायदों को याद दिलाते कहा कि राज्य सरकार के वर्तमान मुखिया ने उस दौरान अपने चुनाव घोषणा पत्र में इस बात का स्पष्ट उल्लेख किया था कि यदि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं को न्यूनतम वेतन दिया जाएगा, किन्तु सरकार बनने के दो साल बाद भी राज्य सरकार द्वारा इस तरह का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है।
श्री मिश्रा ने कहा कि यह आंदोलन देशभर के सभी जिला केंद्रों में आयोजित किया गया, जहां प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को मांग पत्र देकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी घोषित करने, सामाजिक सुरक्षा देने, न्यूनतम वेतन 18000 रुपए प्रतिमाह देने, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत देश के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों को प्राथमिक पाठशाला की मान्यता देने, इसमें कार्यरत कार्यकर्ता, मिनी कार्यकर्ता व सहायिकाओं को प्री-प्रायमरी शिक्षिका का दर्जा देने, भविष्य निधि, पेेंशन, ग्रेजुएटी, चिकित्सा सुविधा देने तथा अर्जित अवकाश, आकस्मिक अवकाश, चिकित्सा अवकाश व त्यौहारों पर छुट्टियां देने की मांग की गई है।
रैली में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की जिलाध्यक्ष हेमीन भगत, सचिव चित्ररेखा, जिलामंत्री विष्णुदास साहू, मीनाक्षी, अल्का, अनीता ठाकुर, शारदा धु्रव, रूखमणी वैष्णव, उमा ठाकर, अमरीकाबाई, उत्तरा साहू, चित्ररेखा डोंगरे, पुष्पा धु्रव, खेमा झा, गजानंद मिश्रा, नरेशराम साहू तथा पुनाराम सहित बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका शामिल थी।