राजनांदगांव
बढ़ते पारा से वातावरण से नमी गायब
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 28 फरवरी। गर्म हवाओं के चलते फरवरी माह का आखिरी दिन तापमान बढ़ रहा है। पारा बढ़ते ही वातावरण से नमी गायब हो गई है। मौसम के उलटफेर से अब दिन का तापमान बढ़ रहा है। रविवार को तेज धूप और गर्म हवाओं के चलते लोग गर्मी और पसीने से बेहाल रहे। बीते कुछ दिनों से तापमान में बढ़ोत्तरी हो रही है। इसके अलावा रात का तापमान भी बढ़ रहा है। लोग अब घरों और दुकानों तथा कार्यालयों में एसी और पंखों का उपयोग करना शुरू कर दिए हैं। तापमान में बढ़ोत्तरी और गर्मी की दस्तक के साथ ही ठंडे पेय पदार्थों की दुकानें भी शहर में सजने लगी है। इधर देशी फ्रिज माने जाने वाले घड़ों का बाजार भी सज गया है।
इधर मौसम के रूख बदलते ही बाजार में मिट्टी के घड़े पहुंच रहे हैं। कुम्हारों से घड़ों की पारंपरिक खेप की खरीदी की जा रही है। बाजार में घड़ों की खेप पहुंचने से गर्मी के आगमन का संकेत दिखाई दे रहा है। इस बीच ठंडे पेयजल के कारोबार की शुरूआत भी हो गई है। गन्ना रस के शौकीन लोगों के लिए दुकानें लग गई है। गन्ना रस की मांग अभी से ही लोगों के बीच बढ़ी हुई है। आमतौर पर प्यासे गले को तर करने के लिए गन्ना रस की पारंपरिक मांग लोगों में रही है। गन्ना रस की मांग आने वाले दिनों में बढ़ती जाएगी। शहर के अलग-अलग दुकानों और होटलों में ठंडे पेयजल के लिए लोग बहुराष्ट्रीय कंपनियों के पेय पदार्थ पी रहे हैं। शहर के चौक-चौराहों में ठंडे पेय पदार्थ के साथ बर्फ की दुकानें भी सज गई है। इधर दिन और रात के तापमान बढ़ते ही बिजली की खपत भी बढ़ी है। घरों में अब रात को पंखे भी चलने शुरू हो गए हैं। वहीं कूलर और एसी की खरीददारी में भी मामूली बढ़ोत्तरी होने लगी है।
बताया जा रहा है कि इस बार भीषण गर्मी पडऩे का अंदेशा मौसम विभाग ने जताया है। मार्च के आखिरी सप्ताह तक मौसम विभाग ने रात के तापमान में गिरावट बरकरार रहने की उम्मीद जताई है। अप्रैल माह में गर्मी अपने उग्र तेवर से लोगों के पसीने छुड़ाएगी। गुजरे साल कोरोना के चपेटे में बीत गया। लिहाजा घरों में रहने के कारण लोगों को गर्मी का अहसास नहीं हुआ। हालांकि बीते साल अप्रैल-मई माह में मौसम विपरीत रहा। दोनों माह में औसतन हर दिन शाम को गरज-बरज के साथ बारिश भी हुई। वहीं बेमौसम ओले भी गिरे। इस साल तेज धूप के साथ पारा 45 डिग्री के आसपास पहुंच सकता है। बताया जा रहा है कि फरवरी माह में जिस तरह से मौसम का मिजाज बदला है। उससे तेज गर्मी पडऩे का अंदेशा जताया जा रहा है।