राजनांदगांव
समस्याओं से जूझ रहा अस्पताल, विधायक छन्नी ने जताई नाराजगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 25 अप्रैल। डेढ़ दर्जन स्वास्थ्य कर्मचारियों व एक डॉक्टर के कोरोना संक्रमित होने से कई परेशानियों से गुजर रहे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंबागढ़ चौकी व स्थानीय स्वास्थ्य विभाग की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। नई समस्या यह है कि यहां सीएचसी अंबागढ़ चौकी में पदस्थ दो मेडिकल अफसर डॉक्टरों को आगामी आदेश तक सीएचसी डोंगरगांव अटैच कर दिया गया है।
शुक्रवार को सीएमएचओ कार्यालय से जारी आदेश के बाद सीएचसी की मुश्किलें बढ़ गई है और स्थानीय स्तर पर जिला मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी के आदेश का विरोध होने लगा है। कहा जा रहा है कि डोंगरगांव में समस्या आ रही है तो इसे जिला मुख्यालय में पदस्थ डॉक्टरों के माध्यम से दूर किया जाना चाहिए। ग्रामीण इलाकों व विशेषकर संवेदनशील क्षेत्रों में पदस्थ चिकित्सकों को इधर से उधर नहीं किया जाना चाहिए।
कोरोना संक्रमण के दूसरे दौर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एक चिकित्सक सहित आधा दर्जन स्टाफ एवं ग्रामीण इलाकों में पदस्थ लगभग एक दर्जन स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हंै। ऐसी स्थिति में चौकी सीएचसी व ग्रामीण इलाकों के स्वास्थ्य केंद्रों में व्यवस्थाएं गड़बड़ाई हुई है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के आधा दर्जन स्टाफ के होम आईसोलेशन में चले जाने से यहां अस्पताल प्रबंधन को स्टाफ की कमी से जूझना पड़ रहा है। इन मुश्किल हालातों में स्वास्थ्य व चिकित्सा विभाग के शीर्ष कार्यालय ने डॉ. भूपेन्द्र जंघेल व डॉ. निशांत सोरी को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अंबागढ़ चौकी से सीएचसी डोंगरगांव में आगामी आदेश तक अटैच कर दिया है। शीर्ष कार्यालय व सीएमएचओ के इस आदेश के बाद अंबागढ़ चौकी में एक नहीं कई मुश्किलें खड़ी हो गई है। स्थानीय स्तर पर सीएमएचओ के आदेश का विरोध शुरू हो गया है।
नगर पंचायत के पार्षद मनीष बंसोड, पार्षद मुकेश सिन्हा, पार्षद अविनाश कोमरे, पार्षद शंकर निषाद, पार्षद सविता मानिकपुरी, पार्षद शीतल भुआर्य ने कहा कि अनुसूचित व संवेदनशील क्षेत्र में पहले से ही स्वास्थ्य व चिकित्सा सुविधाओं की कमी हैं और नागरिकों को यहां डॉक्टर के अभाव का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे समय में चौकी के डॉक्टरों को डोंगरगांव भेजा जाना उचित नहीं है।
कांग्रेस पार्षदों ने कहा कि संकट के समय में यहां सुविधाएं बढ़ाना चाहिए तो उल्टा डॉक्टरों को यहां से भेजकर समस्याएं बढ़ाई जा रही है। पार्षदों ने मामले की शिकायत स्थानीय विधायक से करते इस मामले में हस्ताक्षेप कर चौकीवासियों को राहत दिलाने की मांग की है।सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के दो चिकित्सकों को आगामी आदेश तक डोंगरगांव अटैच किए जाने के मामले में खुज्जी विधायक छन्नी साहू ने कलेक्टर व सीएमएचओ से चर्चा कर नाराजगी जताते कहा कि ऐसा करने से पहले स्थानीय जनप्रतिनिधियों को विश्वास में लिया जाना चाहिए था।
विधायक श्रीमती साहू ने कहा कि संकट के इस दौर में सभी स्थानों में चिकित्सा व स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने की आवश्यकता है। अंबागढ़ चौकी में डेढ़ दर्जन स्वास्थ्य कर्मियों के कोरोना संक्रमित होने से पहले से ही यहां समस्याएं बनी हुई है और अस्पताल स्टाफ की कमी एवं अन्य परेशानियों से गुजर रहा है। इन हालातों में चौकी के दो डॉक्टरों को डोंगरगांव भेजा जाना उचित नहीं है।
श्रीमती साहू ने कहा कि जिले में कहीं कमियां है तो इसे रिजर्व अन्य डॉक्टरों के माध्यम से पूर्ति किया जाना चाहिए। विधायक ने सीएमएचओ को चौकी के डॉक्टरों को वापस भेजने या इनके स्थान पर अन्य चिकित्सक भेजने का निर्देश दिया है।
बीएमओ डॉ. आरआर धुर्वे ने कहा कि शीर्ष कार्यालय के आदेश पर सीएचसी में पदस्थ दो डॉक्टरों को डोंगरगांव के लिए रिलीव कर दिया गया है। यहां वर्तमान में मात्र दो चिकित्सक ही पदस्थ हैं।