दुर्ग
दुर्ग, 3 जून। जिला अस्पताल दुर्ग में सांस की कमी पूरा करने 31 लाख खर्च कर ऑक्सीजन की सप्लाई की गई। कोरोना काल में जिला अस्पताल दुर्ग में 100 बेड का कोविड सेंटर तैयार किया गया था और 70 बेड का रेस्पेरेटरी वार्ड बनाया गया था, जहां सांस की तकलीफ वाले नॉन कोविड मरीजों को भर्ती किया गया। आपात स्थिति में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने बाहर से सिलेंडर मंगाए गए। अब जिला अस्पताल दुर्ग में लिच्डि ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की जा रही है, जिस पर 1.5 करोड़ खर्च होंगे।
दुर्ग जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगने से सांस की तकलीफ वाले मरीजों का बेहतर इलाज हो सकेगा। 6 केएलडी क्षमता का प्लांट लगाया जा रहा है। क्रियान्वयन एजेंसी सीजीएमएससी है। अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक की सप्लाई हो चुकी है, जिसे असेम्बल किया जाएगा। वैसे जिला अस्पताल में 55 बेड के हिसाब से ऑक्सीजन की सुचारू रूप से सप्लाई पहले से ही जारी है। बेडों की संख्या बढऩे से कोरोना काल में बाहर से ऑक्सीजन मंगाया गया।
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. पी. बालकिशोर ने बताया कि लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट की तैयारी जोरों पर है। ऑक्सीजन टैंक पहुंच चुका है। जल्द ही इसकी स्थापना की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्लांट लगने के बाद जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई पर्याप्त मात्रा में होगी।