दुर्ग
![गेल इंडिया की पाइप लाइन बिछाने फसले रौंदी, किसानों में रोष गेल इंडिया की पाइप लाइन बिछाने फसले रौंदी, किसानों में रोष](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1721985884G_LOGO-001.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 26 जुलाई। गेल इंडिया की पाइप लाइन बिछाने बार-बार कर्ज लेकर खेती कर रहे किसानों के खेतों की खड़ी रौंदी जा रही है। मामले में शासन-प्रशासन, गेल इंडिया के अधिकारी व तहसीलदार के रवैये को लेकर किसानों में लगातार आक्रोश बढ़ता जा रहा वे सवाल उठा रहे हैं कि आखिर गेल इंडिया पाइप लाइन प्रभावित किसानों की शासन -प्रशासन कब सुध लेगी।
जानकारी के अनुसार 20 जुलाई कों ग्राम ढौर के किसान रघुबर साहू के खेतों में खड़ी फसल को रौंदकर क्षति पहुँचाया गया। किसान संगठनों का कहना है कि पीडि़त किसान द्वारा इसका विरोध करने पर उन्हें 5 घंटे थाना में बैठा दिया गया। मामले को लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ट्विट कर शासन-प्रशासन को चेतावनी देते कहा था कि किसानों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
छग किसान मितान महासंघ के अनुसार 24 जुलाई को फिर ग्राम अहेरी के किसान बल्देव सिंह गायकवाड़ के खेत में जबरदस्ती खुदाई करने 20-25 लोंगों के दलबल सहित कंपनी के मैनेजर गुप्ता पहुँच गए महासंघ के अध्यक्ष कमलेश राजपूत का कहना है कि किसान द्वारा मौके में जाकर विरोध करने पर तहसीलदार अहिवारा एवं पुलिस टीम बुलवाकर किसान को डराने धमकाने लगा, यदि मौके पर किसान नेता रवि प्रकाश ताम्रकार अपने किसान साथियों को साथ लेकर नहीं पहुँचता तो अप्रीय घटना घटित हो सकता था, जिसके कारण उक्त क्षेत्र के किसानों में भय और आकोश का वातावरण व्याप्त है। इस विषय को लेकर ग्राम अहेरी में प्रभावित किसानों का आज बैठक हो रहा है, जिसमें अगली रणनीति के विषय में चर्चा किया जावेगा।
उनका कहना है कि खरीफ मौसम में किसानों के द्वारा अपने खेतों में फसल बोया जा चुका है। उसके लिए कृषक द्वारा खाद, बीज ऋण लिया जाता है। ऐसे में किसानों की गाढ़ी कमाई को क्षति पहुँचाते हुए गेल इंडिया कंपनी द्वारा मनमानी तरीके से फसलों को रौंदते हुए जेसीबी से पाईप लाईन डालने खुदाई किया जा रहा है। गेल इंडिया कंपनी के मैनेजर का रवैया भी किसानों के साथ ठीक नहीं है। इनका साथ स्थानीय पुलिस एंव तहसील प्रशासन भी दे रहा है, जिसके कारण क्षेत्र के किसानों में आक्रोश पनप रहा है। श्री राजपूत ने मामले में कार्रवाई करने और पीडि़त कृषक को क्षतिपूर्ति मुआवजा देने एंव गेल इंडिया कंपनी और प्रशासन प्रभावित कृषकों के साथ सौहाद्रपूर्ण वातावरण में बैठकर उचित समाधान करने का मांग की है।
छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन ने भी अहेरी में बल्देव और ढौर में रघुवर साहू के खेत में बिना अनुमति के घुसकर और धान की फसल को रौंदकर गेल कंपनी के कर्मचारियों द्वारा किसानों को घमका कर पाइपलाइन बिछाने का कड़ा विरोध किया है।
संगठन के संयोजक राजकुमार गुप्त ने कहा है कि कंपनी तथा शासन प्रशासन की यह कार्रवाई क्रूरता है, जिसे किसी भी स्थिति में किसान बर्दाश्त नहीं कर सकते। कंपनी और शासन प्रशासन उचित प्रक्रिया अपनाकर और मुआवजा देकर गर्मियों में पाइपलाइन बिछाने का काम पूरा कर सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं करके फसल बोवाई करने के बाद ऐसा किया किया जा रहा है। किसान संगठन ने कंपनी और शासन प्रशासन को आगाह किया है कि भविष्य में यदि फसल रौंदकर पाइपलाइन बिछाने का प्रयास किया जाता है तब इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा।
एसडीएम महेश राजपूत का कहना है कि इसके लिए भूअर्जन प्रदेश स्तर पर नियुक्त अधिकारी करते हैं मामले में सर्वे, किस आधार पर मुआवजा दिया जा रहा आदि को लेकर डिटेल वही बता पाएंगे। किसानों की फसल रौंदे जाने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि मामले में उनके पास कोई लिखित शिकायत नहीं हुई है यदि आवेदन देंगे तो जांच करेंगे।