राजनांदगांव
'छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 जून। भाजपा नेता अशोक चौधरी ने मुख्यमंत्री द्वारा 556 करोड़ रुपए के शिलान्यास एवं लोकार्पण कार्यक्रम को ढकोसला बताया है।
श्री चौधरी ने कहा कि बजट में प्रधानमंत्री सडक़ योजना, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, स्वास्थ्य केंद्रों, विद्युत ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, छत्तीसगढ़ वेयरहाउसिंग के लिए अलग-अलग बजट निर्धारित है। सबको एकजाई करके जिले के विकास के नाम से एक झूठा और जनता को धोखा देने वाला कार्यक्रम है। वास्तिक में विकास करना चाहते हैं तो चुनाव के तुरंत बाद राजनांदगांव से ग्राम स्तर और नगर पंचायत नगर निगमों के लगभग 800 करोड़ नगद राशि कांग्रेस सरकार ने वापस बुला लिया था, वह पैसा उसी हिसाब से सभी नगर निगम, नगर पंचायत, नगर पालिका एवं ग्राम पंचायतों को वापस किया जाना चाहिए। उनके पैसे वापस लेने के कारण ग्राम पंचायतों के पूर्व सरपंच का जीवन दूभर हो गया है। कई लोगों ने पंचायत विकास निधि से कार्य शुरू कर दिए थे, केवल पैसा आहरण नहीं हुआ था, इस कारण पूर्व सरपंच सरकारी काम के बदले में व्यक्तिगत कर्जदार हो गए हैं। कई सरपंच अपने घरों का पैसा देकर अपनी जान बचाई हैं। इस उम्मीद के साथ कि जब पैसा आ जाएगा तो वह राशि वापस हो जाएगी, लेकिन ढाई साल बीतने के बाद भी किसी ग्राम पंचायत में एक रुपए का विकास कार्य नहीं हो पाया है।
आगे कहा कि अगर सही मायनों में विकास कार्य सरकार करना चाहती है ग्राम पंचायतों को पंचायती राज के पुराने समय के अधिकार वापस किए जाएं।जब से पंचायती राज लागू हुआ है, तब से आज तक पंचायत प्रतिनिधि का इससे बुरा हाल कभी नहीं रहा है। श्री चौधरी ने शासन को चेताया है कि जनता को उनका अधिकार वापस किया जाना चाहिए अन्यथा चुनाव में इसका परिणाम बहुत बुरा होगा।