महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,15 जून। मीन रिकार्ड संबंधी काम के एवज में रुपए मांगने वाले पटवारी के खिलाफ ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है । उक्त पटवारी की शिकायत करने व उसे हटाने की मांग को लेकर ग्रामीण कलेक्टोरेट पहुंचकर परिसर में ही धरने पर बैठ गए। एसडीएम सुनील चंद्रवंशी के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारियों ने धरना समाप्त किया।
मामला जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर ग्राम नांदगांव का है। यहां के ग्रामीण पटवारी के रवैये से परेशान हंै। ग्रामीणों का आरोप है कि पटवारी हर काम के लिए रुपए की मांग करता है । यहीं नहीं रिकार्ड से छेड़छाड़ करता है। भूमि स्वामी का नाम हटाकर अयोग्य भूमि लिख देता है और विरोध करने पर रिकॉर्ड खराब करने की धमकी देता है ।
ग्रामीण प्रेम चंद्राकर, रामेश्वर, रामू चेलक, बुधराम पटेल ने बताया कि पटवारी हर कार्य के लिए रकम की मांग करता है और नहीं देने पर रिकार्ड खराब करने की धमकी दी जाती है। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन डिजीटल हस्ताक्षर को हटा देता है और रुपए देने पर फिर से जोड़ता है। वहीं गांव के किसान बेदूराम ने स्वयं की जमीन बिक्री के लिए 3 अप्रैल 2021 को लोक सेवा केन्द्र से बी 1, नक्शा, खसरा, डिजीटल हस्ताक्षरुक्त निकाला, जिसमें कैफियत में सिंचाई के साधन के लिए नहर का उपयोग किया गया है एवं पटवारी द्वारा चौहद्दी रिकार्ड में भूमिस्वामी, कृषि भूमि एवं उत्तर में उत्तम कुमार, दक्षिण में रामप्यारे, पश्चिम में प्रेम लाल, पूर्व में गणेश का विवरण देकर स्वयं 3 अप्रैल 2021 को हस्ताक्षर किया है। जब भूमिस्वामी किसान बेदूराम ने 9 अप्रैल को रजिस्ट्री करने आया तो ऑनलाइन रिकार्ड से मालूम हुआ कि पटवारी द्वारा उक्त भूमि को बलात आदेशिका के ब्यौरे में शासन से प्राप्त भूमि कलेक्टर के अनुमति बिना बिक्री अयोग्य लिखा पाया एवं कैफियत में भी शासन से प्राप्त भूमि कलेक्टर के अनुमति बिना बिक्री अयोग्य दर्ज कर दिया।