राजनांदगांव

मोहल्ला कक्षा लेने वाले 36-36 शिक्षक हर जिले में होंगे पुरस्कृत
28-Jun-2021 8:54 PM
मोहल्ला कक्षा लेने वाले 36-36 शिक्षक  हर जिले में होंगे पुरस्कृत

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 28 जून। कोरोना लॉकडाउन के दौरान बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए संचालित पढ़ई तुंहर द्वार कार्यक्रम के दूसरे वर्ष की शुरूआत के पूर्व छग शासन स्कूल शिक्षा विभाग अंतर्गत समग्र शिक्षा द्वारा 27 जून को आयोजित वेबीनार में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने शामिल होकर नवाचारी शिक्षकों से बच्चों की शिक्षा और शिक्षा पद्धति के संबंध में चर्चा की।

उन्होंने पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के अंतर्गत नियमित रूप से नियमित कक्षा लेने वाले प्रत्येक जिले से 36-36 शिक्षकों को पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की। मंत्री टेकाम ने कहा कि वेबीनार में नवाचारी शिक्षकों के माध्यम से बच्चों की नियमित पढ़ाई की समस्याओं का हल ढूंढने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सोच के अनुसार मोहल्ला क्लास में जाके पढ़बो, तभे नवा छत्तीसगढ़ गढ़बो। यह कार्य सभी नवाचारी शिक्षकों की सक्रियता से ही पूरा होगा।

 वेबीनार में 62 हजार से अधिक शिक्षकों ने भाग लिया। स्कूल शिक्षा मंत्री ने 22 नवाचारी शिक्षकों के अनुभव सुनें। जिसमें राजनांदगॉव जिले से एकमात्र शिक्षिका के रूप में मोहला विकासखंड की ज्योति उइके शामिल रही। उल्लेखनीय है कि राजनांदगॉव जिले की नवाचारी शिक्षिका ज्योति उईके द्वारा सौ दिन सौ कहानियॉ कार्यक्रम चलाया जा रहा है। सभी विद्यार्थियों को युवा क्लब के माध्यम से पुस्तक वितरित कर बच्चों को द्विभाषी कहानियॉ पढऩे, पढक़र अदला-बदली करने एवं पठन कौशल विकास में सहयोग दे रही है।

प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा डॉ. आलोक शुक्ला ने कहा कि गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष स्थिति बेहतर है। स्कूलों में बच्चों को प्रवेश ऑनलाइन के माध्यम से दिया गया है। प्रवेशित बच्चों के नाम स्कूलवार उपलब्ध है। अब तक 49 लाख बच्चों की ऑनलाइन एंट्री स्कूलवार दर्ज हो चुकी है। इससे स्कूलवार मॉनिटरिंग हो पाएगी। शिक्षक अब एक-एक बच्चे की पढ़ाई का आंकलन कर पाएंगे। उन्होंने बताया कि एससीईआरटी को निर्देशित किया गया है कि सभी विषयों के लिए आंकलन की प्रणाली विकसित करें। उन्होंने कहा कि पाठ्य पुस्तक निगम को निर्देश दिए गए हैं कि 15 जुलाई तक पाठ्य पुस्तकें संकुल स्तर तक पहुंचाए। पुस्तक पहुंचाने का कार्य प्रारंभ हो चुका है।

स्कूल शिक्षा सचिव एवं आयुक्त लोक शिक्षण डॉ. कमलप्रीत सिंह ने कहा कि मोहल्ला या पारा कक्षा संचालन के लिए स्थान का चयन कर ऑनलाइन कक्षा को और प्रभावी बनाया जाए। इसके अलावा कक्षा संचालन के लिए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन किया जाए। प्रत्येक शिक्षक उस कक्षा के कोर्स के अनुसार टाइम टेबल बनाकर अध्यापन कार्य करे।

वेबीनार में एनआईसी संचालक सोम शेखर, सहायक संचालक समग्र शिक्षा डॉ. एम. सुधीश, राज्य साक्षरता मिशन के असिस्टेंट डायरेक्टर प्रशांत कुमार पांडे, आशीष गौतम, ताराचंद जायसवाल, आशुतोष पांडे, श्री रागिनी भी उपस्थित थे। वेबीनार का संचालन प्रशांत कुमार पांडेय ने किया।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news