छत्तीसगढ़ » बस्तर
जगदलपुर, 27 अक्टूबर। मेडिकल कॉलेज से लेकर अन्य सभी पीएचसी, सीएचसी के अलावा महारानी अस्पताल में लगभग 2 वर्षों से सेवा दे रहे डीएमएफटी के स्टाफ को नौकरी से निकाले जाने की बात की सूचना मिलते ही बुधवार को सभी स्टाफ मेकाज के अधीक्षक कार्यालय के सामने धरने में बैठकर अपनी बातों को लेकर पहुँच गए, जहाँ अधिकारी ने संघ के 2 सदस्यों को बुलाकर बातचीत करते हुए 31 अक्टूबर तक कार्य अवधि में रहने की बात कही गई है।
डीएमएफटी स्टाफ ने बताया कि विगत 3 माह से वेतन नही मिलने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें कई स्टाफ किराए के मकान में रह रहे है तो कई स्टाफ होम लोन नहीं पटा पा रहे हंै, कई स्टाफ एजुकेशन लोन नहीं दे पा रहे हैं, तो कई स्टाफ को किराने की दुकानदार ने सामान देने से मना कर दिया है, 3 माह से वेतन नहीं मिलने के कारण स्टाफ कई बार बस्तर कलेक्टर से भी मिलने गए, लेकिन मुलाकात नहीं होने के कारण उन्होंने अन्य अधिकारियों को अपनी समस्याओं को लेकर ज्ञापन भी सौंप चुके हंै।
लगातार वेतन नहीं मिलने के कारण स्टाफ के द्वारा आबकारी मंत्री से मिलकर उन्हें ज्ञापन भी सौंप चुके हैं, जहां उन्हें जल्द ही वेतन मिलने की बात कही गई थी, लेकिन बुधवार को अचानक जारी हुए आदेश में डीएमएफटी स्टाफ को नवंबर के पहली तारीख से हटाए जाने की बात सामने आई है, लेकिन स्टाफ को अभी तक जिला प्रशासन की ओर से कोई भी पत्र नहीं मिला है, जिसमें इस बात को कहा गया है कि उन्हें हटाया जा रहा है।
वेतन न मिलने की बात को लेकर बुधवार को अधीक्षक के पास पहुचे कर्मचारियों ने अपने वेतन को जल्द से जल्द दिलाने की बात कही है, इसके अलावा मेकाज की बात करे तो यहां करीब 3 सौ के लगभग स्टाफ है, जिसमे डॉक्टर से लेकर सफाई कर्मचारी तक शामिल हैं।
जगदलपुर, 27 अक्टूबर। पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह मीणा के मार्गदर्शन में यातायात प्रभारी कौशलेश देवांगन व नगरनार थाना प्रभारी शिवशंकर गेंदले के साथ ही यातायात स्टाफ के द्वारा कृषि महाविद्यालय में यातायात के संबंध में शिक्षा जागरूकता अभियान के तहत कृषि कॉलेज में अध्ययनरत विद्यार्थियों एवं एनसीसी कैडेट को यातायात नियमों का पालन कर वाहन चलाने एवं अपने-अपने परिजनों को भी यातायात नियमों का पालन कर वाहन चलाने समझाइश दी गई।
उन्होंने बताया कि यातायात के विभिन्न नियमों के बारे में बारीकी से जानकारी दी गई एवं चौक-चौराहों में लगे सिग्नल के संबंध में हमराह स्टॉप के द्वारा डेमो दिखाकर समझाया गया। इसके अलावा अतिरिक्त साइबर क्राइम के संबंध में जगदलपुर के द्वारा साइबर से होने वाली विभिन्न क्राइम के संबंध में विभिन्न जानकारी दिया गया, जिससे आम नागरिक साइबर क्राइम से बचा जा सके।
आने वाले समय में प्रत्येक स्कूल में जाकर स्कूली विद्यार्थियों के साथ यातायात नियमों के बारे में बताना, उनसे विभिन्न विषयों पर चर्चा करना लक्ष्य रखा गया है, शिक्षा जागरूकता अभियान के अतिरिक्त समय-समय पर जन जागरूकता अभियान भी चलाया जाना है, जिले में यातायात नियमों के संबंध में आम नागरिकों को ज्ञात नहीं होने के कारण दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिन्हें रोकना अत्यंत आवश्यक है, यह करना तभी संभव होगा जब आम नागरिक यातायात पुलिस का साथ दें।
यातायात पुलिस सभी नागरिकों से अपील की है कि यातायात नियमों का पालन कर ही अपनी वाहन चलाएं, जिससे भविष्य में होने वाली सडक़ दुर्घटनाओं को रोकी जा सकती है।
अवैध पटाखे ले जाते 2 बंदी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 26 अक्टूबर। एसपी गिरिजा शंकर जायसवाल के नेतृत्व में नारायणपुर पुलिस को नक्सलियों की सप्लाई चैन को तोडऩे में सफलता मिली है। आज अवैध पटाखे ले जाते 2 को पुलिस ने धर दबोचा।
आज विश्वसनीय सूत्र के माध्यम से एसपी गिरिजा शंकर जायसवाल को सूचना मिली कि एक वाहन के माध्यम से अवैध पटाखे ले जाया जा रहा है, जिसे नक्सलियों, संघम सदस्यों तथा नक्सली समर्थकों द्वारा फ़ोर्स मूवमेंट की लोकेशन उजागर करने हेतु इस्तेमाल के लिए सप्लाई किया जाता है। सूचना प्राप्त होते ही श्री जायसवाल ने थाना प्रभारी ओरछा के नेतृत्व में एक टीम गठित की। टीम ने जाँच/ कार्रवाई के दौरान मुख्य आरोपी दीपक डे (42 वर्ष) और सह अभियुक्त महिपाल पटेल (27 वर्ष) को निजी वाहन क्रमांक सीजी 17 जीए 0251 में बिना लाइसेंस के अवैध पटाखे का परिवहन करते हुए धर दबोचा।
कार्रवाई के दौरान विभिन्न ब्रांड्स जैसे-टाइगर बम पटाखे, छत्तीसगढ़ टाइगर पटाखे, होली पटाखे, तोताछाप पटाखे और ताज लग्जरी पटाखे सहित अन्य ब्रांड के अनुमानित क़ीमत 30,000/- (शब्दों में तीस हजार रुपये) के पटाखे जब्त की गई।
पुलिस अधीक्षक गिरिजा शंकर जायसवाल के निर्देशानुसार विस्फोटक अधिनियम 1884 के धारा 9 (ख) के तहत थाना ओरछा में अपराध पंजीबद्ध कर कार्यवाही विवेचना में ली गई। उक्त कार्रवाई के माध्यम से नक्सलियों के सप्लाई चैन को तोडऩे में सफलता मिली है।
उक्त घटनाक्रम के मद्देनजर श्री जायसवाल ने जिले के सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि, सडक़ मार्ग सहित अन्य माध्यम से किसी भी शर्त में इस प्रकार के विस्फोटक पदार्थ नक्सलियों तक न पहुँचे, इस हेतु एक्शन प्लान बनाया है। उन्होंने थाना प्रभारियों से यह भी कहा कि एमसीपी चेकिंग और सतत निगरानी के दौरान यह भी सुनिश्चित करें कि जिला क्षेत्रान्तर्गत किसी भी स्थान में पटाखे ख़ासकर विस्फोटक के रूप में इस्तेमाल में लाने वाले वस्तुओं का अवैध परिवहन, भंडारण अथवा विक्रय न हो।
उक्त घटना के संबंध में पुलिस अधीक्षक गिरिजा शंकर जायसवाल ने मीडिया को बताया कि नारायणपुर पुलिस नक्सलियों के हर प्रकार के चैन को तोडऩे के लिए सतत निगरानी के साथ कार्रवाई करती रहेगी।
नारायणपुर, 26 अक्टूबर। कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू ने आज कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा के लंबित प्रकरणों की समीक्षा की और जिला अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा कलेक्टर कान्फ्रेंस में दिए गए निर्देशों के तहत ग्रामीण अर्थव्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने के लिए गौठानों में आर्थिक गतिविधियों का विस्तार करने के निर्देश दिए।
श्री साहू ने गौठानों में गोबर खरीदी, खाद निर्माण, सामुदायिक सब्जी उत्पादन, चारा व्यवस्था और खरीफ फसल कटाई को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त मात्रा में चारा के रूप में पैरा संकलन के निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने आगामी समर्थन मूल्य पर धान खरीदी हेतु सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने कहा। उन्होंने धान खरीदी केन्द्रों में बारदानों की पर्याप्त व्यवस्था हेतु बारदाना संकलन की जानकारी लेते हुए बारदाना संकलन करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि जिले में राज्योत्सव को गरिमामयी ढंग से मनाने के लिए तैयारी करने हेतु अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है, वे तय समय मे जिम्मेदारी को पूरा करें। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत पोषण चंद्राकर, डिप्टी कलेक्टर वैभव क्षेत्रज्ञ, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीआर पुजारी, सिविल सर्जन डॉ एमके सूर्यवंशी, जिला शिक्षा अधिकारी जीआर मंडावी, सहायक आयुक्त आदिवासी संजय चन्देल, महिला एवं बाल विकास अधिकारी रविकांत ध्रुवे, नगरपालिका अधिकारी मोबिन अली के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री साहू ने रोका छेका अभियान को और अधिक प्रभावी करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा यह अभियान राज्य शासन के निर्देश पर मार्च 2022 तक लागू रहेगा। इसके लिए नगरीय निकाय, जनपद पंचायत सीईओ को निर्देशित किया है। इसके साथ ही उन्होंने मनरेगा के कार्यों की जानकारी लेते हुए कहा कि अब बारिष का मौसम पूरी तरह चला गया है। मनरेगा के तहत् जरूरतमंद परिवारों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने हेतु क्रमबद्ध तरीके से कार्य संचालित करें। इसके साथ ही उन्होंने नवसर्वेक्षित गांवों में नवीन धान उपार्जन केन्द्र प्रारंभ किये जाने हेतु प्रस्ताव शीघ्र उच्च कार्यालय को प्रेशित करने के निर्देष संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिये।
बैठक में कलेक्टर ने जनशिकायतों, मांगों एवं विभिन्न लंबित प्रकरणों का निराकरण समय सीमा में करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने नामांतरण, बंटवारा, अनुकंपा नियुक्ति एवं पेंशन प्रकरणों के कार्यों को तत्परता से निराकृत करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों सहित जिला अधिकारियों को निर्देशित किया है कि, वे खरीफ फसल कटाई के बाद किसानों को समझाइश दें कि पैरा, भूसा आदि अवशेषों को निकटतम गोठनों में पशुचारा के रूप में उपलब्ध कराएं। कलेक्टर ने नगरीय क्षेत्रों में पट्टा बनाने के लिए नए आवेदनों की सूची बनाने तथा हाट बाजारों में उपयोग होने वाले शासकीय वाहनों में सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं की जानकारी तथा लाउड स्पीकर द्वारा प्रचार करने के निर्देश दिए ताकि लोग कल्याणकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठा सकें।
जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक
नारायणपुर, 26 अक्टूबर। कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू की अध्यक्षता में आज कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में कलेक्टर श्री धर्मेश कुमार साहू ने जिले में कोविड-19 के एक्टिव केसों, वैक्सीनेशन, कोविड-19 टेस्ट की जानकारी ली।
उन्होंने जिले में कोरोना टेस्टिंग को बढ़ाने हेतु अवकाश के दिनों में भी टेस्टिंग करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने कहा कि त्यौहारी सीजन में भीड़ अधिक होती है, ऐसे में कोरोना संक्रमण बढऩे की संभावना अधिक होती है। इसलिये टेस्टिंग टीम प्रमुख स्थानों में शिविर लगाकर टेस्टिंग करें और टेस्टिंग की संख्या को बढ़ाये। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया कि टेस्टिंग एवं वैक्सीनेशन टीम की सतत् मॉनिटरिंग करें। कलेक्टर ने जिले में वैक्सीनेशन के बारे में जानकारी लेते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोविड-19 के वैक्सीनेशन से छुटे हुए लोगों का भी षीघ्र वैक्सीनेशन किया जाये। उन्होंने कहा कि गांवों मे कोविड-19 वैक्सीनेशन हेतु समयबद्ध कार्ययोजना तैयार कर अधिकारी- कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी गयी है। गांवों में टीकाकरण हेतु लोगों को जागरूक करें, आवश्यक हो तो क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और शासकीय कर्मचारियों का भी सहयोग लें। उन्होंने सभी जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि वे अपने एवं आने अधीनस्थ तथा उनके परिवार के सदस्यों के वैक्सीनेशन की जानकारी ले, तथा इसकी जानकारी दे। इसके साथ ही पॉजिटिव पाये गये लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग पूरी गंभीरता से की जाये। कलेक्टर ने जिला अस्पताल में स्थापित किये गए आक्सीजन प्लांट की प्रगति की जानकारी ली।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत पोषण चंद्राकर, डिप्टी कलेक्टर वैभव क्षेत्रज्ञ, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीआर पुजारी, सिविल सर्जन डॉ. एमके सूर्यवंशी, जिला शिक्षा अधिकारी जीआर मंडावी, सहायक आयुक्त आदिवासी संजय चन्देल, महिला एवं बाल विकास अधिकारी रविकांत ध्रुवे, नगरपालिका अधिकारी मोबिन अली के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
जगदलपुर, 26 अक्टूबर। पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह मीणा के मार्गदर्शन में यातायात प्रभारी कौशलेश देवांगन व नगरनार थाना प्रभारी शिवशंकर गेंदले के साथ ही यातायात स्टाफ के द्वारा कृषि महाविद्यालय में यातायात के संबंध में शिक्षा जागरूकता अभियान के तहत कृषि कॉलेज में अध्ययनरत विद्यार्थियों एवं एनसीसी कैडेट को यातायात नियमों का पालन कर वाहन चलाने एवं अपने-अपने परिजनों को भी यातायात नियमों का पालन कर वाहन चलाने समझाइश दी गई।
यातायात प्रभारी कौशलेश देवांगन ने बताया कि यातायात के विभिन्न नियमों के बारे में बारीकी से जानकारी दी गई एवं चौक-चौराहों में लगे सिग्नल के संबंध में हमराह स्टॉप के द्वारा डेमो दिखाकर समझाया गया। इसके अलावा अतिरिक्त साइबर क्राइम के संबंध में साइबर सेल जगदलपुर के द्वारा साइबर से होने वाली विभिन्न क्राइम के संबंध में विभिन्न जानकारी दिया गया, जिससे आम नागरिक साइबर क्राइम से बचा जा सके।
आने वाले समय में प्रत्येक स्कूल में जाकर स्कूली विद्यार्थियों के साथ यातायात नियमों के बारे में बताना, उनसे विभिन्न विषयों पर चर्चा करना लक्ष्य रखा गया है, शिक्षा जागरूकता अभियान के अतिरिक्त समय-समय पर जन जागरूकता अभियान भी चलाया जाना है, जिले में यातायात नियमों के संबंध में आम नागरिकों को ज्ञात नहीं होने के कारण दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिन्हें रोकना अत्यंत आवश्यक है, यह करना तभी संभव होगा जब आम नागरिक यातायात पुलिस का साथ दें।
यातायात पुलिस सभी नागरिकों से अपील की है कि यातायात नियमों का पालन कर ही अपनी वाहन चलाएं, जिससे भविष्य में होने वाली सडक़ दुर्घटनाओं को रोकी जा सकती है।
समय-सीमा बैठक में कलेक्टर ने दी चेतावनी
जगदलपुर, 26 अक्टूबर। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के साथ ही स्वास्थ्य के लिए उत्तम जैविक खाद की उपयोगिता को बढ़ावा देने के लिए शासन द्वारा गौठानों के माध्यम से गोबर खरीदी के साथ ही इससे वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट का निर्माण किया जा रहा है। शासन के इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और लापरवाही बरतने पर अधिकारी-कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह बातें कलेक्टर रजत बंसल ने आज जिले में संचालित विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान समय-सीमा की बैठक में कही।
उन्होंने गौठान समितियों द्वारा तैयार वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट के उठाव में तेजी लाए जाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि क्रय किए गए गोबर से खाद का निर्माण भी शीघ्र सुनिश्चित किया जाए, जिससे खाद की गुणवत्ता में किसी प्रकार की कमी न आए। बैठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी ऋचा प्रकाश चौधरी, अपर कलेक्टर अरविंद एक्का, सहायक कलेक्टर सुरुचि सिंह सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने समय-सीमा बैठक में कहा कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा गौठानों को ग्रामीण औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित करने की परिकल्पना के साथ कार्य किया जा रहा है। इसके तहत गौठानों में ही कृषि उपज और वनोपज के प्रसंस्करण के साथ ही मुर्गीपालन, पशुपालन, बकरीपालन, मछलीपालन, बत्तखपालन सहित अन्य रोजगारमूलक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने वन-धन केन्द्रों में संचालित गतिविधियों की नियमित समीक्षा के साथ ही इसके बेहतर क्रियान्वयन पर जोर दिया।
ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि संबंधी गतिविधियों में तेजी लाने के लिए सिंचाई सुविधाओं के विस्तार पर जोर दिया। उन्होंने नलकूपों के साथ ही सतही जल से सिंचाई की सुविधाएं विकसित करने के लिए सोलर सिंचाई पंपों की स्थापना के कार्य में भी तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वसहायता समूहों के माध्यम से तैयार की जाने वाली सामग्री का उपयोग दैनिक जीवन में बढ़ाने के संबंध में भी निर्देशित किया। उन्होंने आश्रम-छात्रावासों में दैनिक उपयोग के लिए स्व सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पाद क्रय करने के निर्देश भी दिए।
कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा के दौरान बकावंड में योजनाओं के क्रियान्वयन में बरती जा रही लापरवाही पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए परियोजना अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बकावंड में कुपोषण की दर को कम करने के प्रयासों में पर्याप्त तेजी लाने की आवश्यकता है। कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में पहुंचाने का कार्य भी तेजी से किया जाना चाहिए।
कलेक्टर ने इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित कार्यों की भी विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने सभी हाट-बाजारों में मोबाईल मेडिकल यूनिट के माध्यम से ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के साथ ही शहरी क्षेत्र में स्वास्थ्य केन्द्रों की स्थापना के लिए स्थान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
आजादी का अमृत महोत्सव तथा राज्योत्सव का उत्साह के साथ होगा आयोजन
आजादी की 75वीं वर्षगांठ के तौर पर मनाए जा रहे अमृत महोत्सव एवं छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की 21वीं वर्षगांठ का उत्साह के साथ आयोजन किया जाएगा। कलेक्टर ने छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या एवं राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर समस्त शासकीय कार्यालयों को रोशनी से जगमग करने के साथ ही रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश भी दिए।
जगदलपुर, 26 अक्टूबर। कोरोना टॉस्क फोर्स की बैठक में कलेक्टर रजत बंसल ने टीकाकरण बढ़ाए जाने पर जोर दिया। कलेक्टर ने कहा कि जिले में अब तक 70 फीसदी लोगों को टीके का पहला डोज लग चुका है, वहीं लगभग 39 फीसदी लोगों को टीके का दूसरा डोज भी लग गया है।
उन्होंने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचने के लिए टीकाकरण सबसे अधिक सशक्त उपाय है। कोरोना की संभावित लहर से बचने के लिए सभी व्यस्क लोगों के दोनों डोज के टीकाकरण के लक्ष्य को शीघ्र से शीघ्र हासिल करना आवश्यक है। शहरी क्षेत्र में भी टीके के दूसरे डोज के लिए लोगों को अधिक से अधिक प्रोत्साहित करने पर जोर दिया गया। इसके लिए वार्डवार एवं पंचायतवार सूची तैयार करते हुए घर-घर जाकर लोगों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। लोगों को टीका लगाने हेतु जागरुक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ ही शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग सहित अन्य विभाग के मैदानी अमले का सहयोग लेने को भी कहा।
कलेक्टर ने कहा कि कोरोना जांच में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। विशेषकर त्यौहारी सीजन में बाजारों में उमडऩे वाली भीड़ को देखते हुए कोरोना जांच में भी तेजी लाने के निर्देश भी उन्होंने दिए। कोरोना नियंत्रण के कार्य में लगे स्वास्थ्य विभाग के साथ ही सुरक्षा एवं अन्य विभागों के कर्मचारियों तथा व्यवसायियों की नियमित कोरोना जांच के संबंध में भी कलेक्टर ने निर्देशित किया। दूसरे राज्यों और जिले से आने वाले सभी लोगों की कोरोना जांच सीमा पर स्थित नाकों में सुनिश्चित करने के साथ ही दूरस्थ अंचलों में मोबाइल जांच दल के माध्यम से कोरोना जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कोरोना की संभावित लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य केन्द्रों में ऑक्सीजन सहित सभी आवश्यक औषधियां एवं उपकरण तैयार रखने के निर्देश भी दिए गए। कोरोना के शिकार परिजनों को अनुग्रह राशि के साथ ही आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश भी कलेक्टर द्वारा दिए गए।
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र मीणा, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, आईपीएस सुश्री अंकिता शर्मा, अपर कलेक्टर अरविंद एक्का, सहायक कलेक्टर सुश्री सुरुचि सिंह सहित जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।
जगदलपुर, 26 अक्टूबर। बस्तर जिले में सामुदायिक वन संसाधन अधिकार की मान्यता एवं प्रबंधन के संबंध में 26 से 28 अक्टूबर तक आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ आज जिला पंचायत जगदलपुर के सभाकक्ष में किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ में वनाधिकार मान्यता अधिनियम के सफल क्रियान्वयन के लिए गठित कार्य समिति के सदस्य मोहन हीराबाई हीरालाल उपस्थित थे। इसके अलावा आदिवासी, दलित मंच के संयोजिका राजिम कतेवास एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. शरदचन्द्र लेले भी विशेष रूप से उपस्थित थे।
इस अवसर पर अतिथियों एवं प्रशिक्षकों ने उपस्थित सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं स्वयं सेवकों को सामुदायिक वन संसाधन अधिकार की मान्यता और प्रबंधन के उद्देश्यों एवं इसके सफल क्रियान्वयन हेतु जमीनी स्तर पर किए जाने वाले कार्यों के बारीकियों के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
इस अवसर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मोहन हिराबाई हीरालाल ने सामूहिक अधिकार की प्रेरणा और वन अधिकार कानून का योगदान के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वनों एवं वन्य संसाधनों की रक्षा वहां पर रहने वाले आदिवासियों एवं वनवासियों ने की है। हीरालाल ने कहा कि वनाधिकार मान्यता अधिनियम वनों में रहने वाले आदिवासियों एवं वनवासियों को उनके वाजिब हक को दिलाने में अत्यंत कारगर साबित होगा।
उन्होंने इस कार्य में लगे सभी लोगों को अपने कार्य को पूरी सावधानी एवं निष्ठापूर्वक करते हुए इसका सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने को कहा। इस अवसर पर आदिवासी, दलित मंच के संयोजिका श्रीमती राजिम केतवास ने इस अधिनियम के उद्देश्य एवं इसके सफल क्रियान्वयन उपायों के संबंध में जानकारी दी। इसके अलावा उन्होंने वनाधिकार मान्यता हेतु गठित समिति के कार्यों आदि के संबंध में जानकारी दी।
इस अवसर पर मास्टर ट्रेनर्स तुलसी राम ठाकुर एवं प्रशिक्षकों ने इस अधिनियम के महत्व, उद्देश्य एवं जमीनी स्तर पर किए जाने वाले कार्यों तथा सम्पूर्ण प्रक्रियाओं के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
कृषि महाविद्यालय में भू-जल संबंधित प्रशिक्षण एवं सार्वजनिक विचार विमर्श कार्यक्रम
जगदलपुर, 26 अक्टूबर। भू-जल संबंधित तृतीय स्तर प्रशिक्षण एवं सार्वजनिक विचार विमर्श का आयोजन सोमवार को शहीद गुंडाधूर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र तथा केन्द्रीय भूमिजल बोर्ड, रायपुर (भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय, जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग) के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
इस अवसर पर केन्द्रीय भूमि जल बोर्ड, उत्तर मध्य छत्तीसगढ़ क्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. प्रदीप नायक ने अपने संबोधन में कृषकों, छात्र छात्राओं तथा उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को छत्तीसगढ़ में भू जल स्तर की स्थिति एवं बस्तर क्षेत्र की भू जल स्थिति को विस्तारपूर्वक बताया।
डॉ. नायक ने पूर्व की तुलना में वर्तमान स्थिति में भूजल का दोहन अधिक होने की बात कही तथा लगातर भूजल दोहन की दर बढऩे पर आने वाले समय में जल संकट एक बहुत बड़ी समस्या के रूप में होगी कहकर कार्यक्रम में ध्यानाकर्षण किया तथा सभी प्रशिक्षणार्थियों से जल संरक्षण के विधियों को अमल में लाने की अपील की।
कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. आर एस नेताम ने कहा कि पीने योग्य पानी के बिना मानव जीवन की परिकल्पना नहीं की जा सकती, भूमिगत जल को व्यर्थ न गवांयें तथा वर्षा जल को संरक्षण करने की सलाह दी। डॉ नेताम ने आने वाले समय में घटते हुये जलस्तर पर चिंता व्यक्त की तथा जलसंरक्षण जागरूकता अभियान में सभी को अपना योगदान सुनिश्चित करने की सलाह दी।
कार्यक्रम में उपस्थित उद्यानिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एके ठाकुर ने जल संरक्षण के साथ साथ सिंचाई के विकल्पों के विभिन्न विधियों को प्रशिक्षण के दौरान बताया। डॉ. ठाकुर ने सिंचाई के दौरान पानी का समुचित उपयोग करने की सलाह दी एवं उन्नत सिंचाई की विधियों जैसे स्प्रिंकलर, ड्रिप इत्यादि का अधिक से अधिक प्रयोग में लाने की सलाह दी।
मृदा वैज्ञानिक डॉ. टी पी चंद्राकर ने मृदा जल संरक्षण की विधियों को विस्तारपूर्वक बताया तथा मृदा जल संरक्षण के तकनीक को अपनाकर खेती करने से हमारी खेती करने से हमारी खेती कैसे टिकाऊ खेती होगी विषय पर अपना विचार प्रस्तुत किया। केन्द्रीय भूमिजल बोर्ड के वैज्ञानिक डॉ. अजय कुमार सिन्हा ने भू-भौतिकीय तकनीक तथा भूजल स्तर अन्वेषण विषय पर अपना व्याख्यान दिया तथा भू-भौतिकीय प्रतिरोधकता अन्वेषण की वैज्ञानिक विधि का प्रदर्शन कर जानकारी दी।
इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. मनीष सिंह, डॉ. एच के पात्र, डॉ. एन सी मण्डावी, डॉ. पी के सलाम, डॉ. जे एल सलाम, डॉ एम एल कुर्रे, डॉ. डी एस महिपाल, डॉ. पद्माक्षी ठाकुर, डॉ यशवंत निराला, डॉ आशीष केरकेट्टा, पी एस नेताम, अनुराग केरकेट्टा, महाविद्यालय के कर्मचारीगण तथा बड़ी संख्या में कृषक छात्र-छात्रायें उपस्थित थे तथा ऑनलाइन माध्यम से बड़ी संख्या में छात्र-छात्रायें तथा अधिकारीगण प्रशिक्षण कार्यक्रम में जुड़े हुये थे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में मंच का संचालन वैज्ञानिक विकास रामटेके ने किया।
सीएम ने दी कैंपा मद से 5-5 लाख की मंजूरी
जगदलपुर, 26 अक्टूबर। विधायक जगदलपुर एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन की अनुशंसा पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं वन मंत्री मोहम्मद अकबर सूदूरवर्ती वन क्षेत्र कोलेंग के तीन देव गुडिय़ों कांदानार में तीन देवगुड़ी एवं छिंदगुड़ में एक एवं मुण्डागढ़ में एक देवगुड़ी के संवर्धन एवं संरक्षण के लिए कैम्पा मद से पांच-पांच लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान की है,
विदित हो कि राज्य की संवेदनशील सरकार द्वारा आदिवासी संस्कृति और देव स्थानों को संरक्षित एवं संवर्धित करने के लिए देव गुडिय़ों का संवर्धन किया जा रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आदिवासी संस्कृति को संरक्षित करने के विशेष निर्देश दिए हैं, इसी कड़ी में विधायक जगदलपुर एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन की अनुशंसा पर कांगेर घाटी नेशनल पार्क से लगे संवेदनशील एवं अपने विशिष्ट आदिम संस्कृति के लिए विख्यात कोलेंग क्षेत्र के चार ग्राम पंचायत में आठ देव गुडिय़ों के संवर्धन के लिए 40 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई है।
इस अवसर पर कोलेंग क्षेत्र के ग्राम पंचायत कोलेंग, कांदानार, छिंदगुड एवं मुण्डागढ के ग्रामीणों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व वन मंत्री मोहम्मद अकबर एवं विधायक जगदलपुर एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश की संवेदनशील सरकार के द्वारा आदिवासी संस्कृति को संरक्षित करने के लिए जो कार्य किया जा रहा है उसके लिए हम आभारी हैं।
जगदलपुर, 26 अक्टूबर। बस्तर जिले के लिए स्वीकृत जिला आपदा प्रबंधन सलाहकार के एक संविदा पद के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया है। निर्धारित योग्यताधारी अभ्यर्थी 16 नवंबर तक कलेक्टर वित्त शाखा के पते पर प्रेषित किया जा सकता है। अधिक जानकारी बस्तर जिले की अधिकृत वेबसाइट पर उपलब्ध है।
जगदलपुर 26 अक्टूबर। जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी ऋ चा प्रकाश चौधरी ने बास्तानार में आयोजित ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता के दौरान पहुंचकर खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित किया। यहां युवोदय के स्वयंसेवकों द्वारा विभिन्न खेलकूदों का आयोजन किया गया था। खेलकूद के दौरान जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने पहुंचकर खिलाडिय़ों का परिचय प्राप्त करने के साथ ही उनसे बातचीत की।
जगदलपुर, 26 अक्टूबर। भारत की आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत शहीद गुण्डाधूर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र जगदलपुर में ग्रामीण कृषि मौसम सेवा परियोजना के तहत 23 अक्टूबर को जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ. मनीष कुमार ने शहीद गुण्डाधूर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र जगदलपुर के विशेषज्ञों को क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केन्द्र रायपुर से प्राप्त मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान के आधार पर कृषि मौसम सलाह तैयार करने की जिम्मेदारी दी।
ल्लेखनीय है कि पिछले मौसम एवं आने वाले दिनों के मौसम पूर्वानुमान के बारे में चर्चा कर निष्कर्षों के आधार पर कृषि मौसम सलाह बुलेटिन तैयार की जाती है। इसे प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया एवं विभिन्न एजेंसियों की वेबसाईट के माध्यम से संभाग के किसानों तक यह सलाह प्रत्येक सप्ताह के मंगलवार एवं शुक्रवार को जारी की जाती है।
इस अवसर पर ग्रामीण कृषि मौसम सेवा से किसानों को जोडऩे के लिए किसानों को अपना मोबाईल नम्बर, ई-मेल आईडी आदि जमा करने की सलाह भी दी गई। कार्यक्रम में श्री अनुराग सांडिया एवं तेजमन नाग के द्वारा मौसम विभाग द्वारा विकसित किए गए मौसम मेघदूत एवं दामिनी मोबाइल एप्प के फलोत्पादन में होने वाली उपयोगिता के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषकों के अलावा 35 इनपुट डीलर भी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 26 अक्टूबर। कोतवाली थाना क्षेत्र के रानसरगीपाल में एक किसान अपने खेत से धान लेने जा रहा था कि अचानक बैल अनियंत्रित होने से किसान के ऊपर से बैलगाड़ी गुजर गई। घायल को 112 वाहन से मेकाज ले जाया गया।
पुलिस ने बताया कि रानसरगीपाल में जाकर पूछताछ करने पर बताया कि अमलसाय वटी (42 वर्ष) अपने बैलगाड़ी से धान लाने के लिए खेत जा रहे थे, जो बैलगाड़ी के आगे आगे चल रहे थे, कि अचानक बैल बैलगाड़ी के साथ आगे की ओर दौड़े, जिससे अमलसाय गिरने से बैलगाड़ी के नीचे आ गया और चक्का सीने में चढऩे से हड्डी फैक्चर हो गया है, जिसे अस्पताल ले जाने के लिए वाहन की व्यवस्था की जा रही थी, लेकिन कोई भी मदद नहीं मिलने पर 112 वाहन में बैठाकर मेडिकल कॉलेज डीमरापाल लाकर भर्ती किया गया।
जगदलपुर, 25 अक्टूबर। जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी ऋ चा प्रकाश चौधरी ने बास्तानार में आयोजित ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता के दौरान पहुंचकर खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित किया। यहां युवोदय के स्वयंसेवकों द्वारा विभिन्न खेलकूदों का आयोजन किया गया था। खेलकूद के दौरान जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने पहुंचकर खिलाडिय़ों का परिचय प्राप्त करने के साथ ही उनसे बातचीत की।
जगदलपुर, 25 अक्टूबर। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के तहत फार्मासिस्ट ग्रेड-2, महिला एवं पुरुष ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, ड्रेसर ग्रेड-1 एवं ग्रेड-2, लैब असिस्टेंट एवं डार्क रूम असिस्टेंट सहित चतुर्थ श्रेणी के पदों पर भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन 15 नवंबर तक मंगाए गए हैं। विशेष कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड बस्तर की बेवसाईट के माध्यम से आवेदन 25 अक्टूबर से 15 नवंबर तक प्रस्तुत की जा सकती है। विशेष कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड बस्तर के परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि ऑनलाइन आवेदन में त्रुटि सुधार 16 से 20 नवंबर तक की जा सकती है। 12 दिसंबर से प्रवेश पत्र जारी किए जाएंगे तथा संभाग के सभी जिलों में 19 दिसंबर को सुबह 11.45 बजे से परीक्षा आयोजित की जाएगी।
ऑनलाइनआवेदन भरने की विधि, भर्ती नियम, विभाग द्वारा जारी विज्ञापन, पाठ्यक्रम, परीक्षा शुल्क जमा करने की विधि विशेष कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड बस्तर की वेबसाइट पर उपलब्ध है। आनलाईन आवेदन के साथ अभ्यर्थी की जाति, जन्मतिथि, स्थानीय निवासी आदि संबंधी प्रमाण पत्र नहीं लिए जा रहे हैं। अभ्यर्थी के सभी अर्हता संबंधी प्रमाण पत्र का परीक्षण नियुक्तिकर्ता प्राधिकारी द्वारा नियुक्ति के पूर्व किया जाएगा।
जगदलपुर, 25 अक्टूबर। भारत की आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत शहीद गुण्डाधूर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र जगदलपुर में ग्रामीण कृषि मौसम सेवा परियोजना के तहत 23 अक्टूबर को जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ. मनीष कुमार ने शहीद गुण्डाधूर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र जगदलपुर के विशेषज्ञों को क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केन्द्र रायपुर से प्राप्त मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान के आधार पर कृषि मौसम सलाह तैयार करने की जिम्मेदारी दी।
उल्लेखनीय है कि पिछले मौसम एवं आने वाले दिनों के मौसम पूर्वानुमान के बारे में चर्चा कर निष्कर्षों के आधार पर कृषि मौसम सलाह बुलेटिन तैयार की जाती है। इसे प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया एवं विभिन्न एजेंसियों की वेबसाईट के माध्यम से संभाग के किसानों तक यह सलाह प्रत्येक सप्ताह के मंगलवार एवं शुक्रवार को जारी की जाती है। इस अवसर पर ग्रामीण कृषि मौसम सेवा से किसानों को जोडऩे के लिए किसानों को अपना मोबाईल नम्बर, ई-मेल आईडी आदि जमा करने की सलाह भी दी गई। कार्यक्रम में श्री अनुराग सांडिया एवं तेजमन नाग के द्वारा मौसम विभाग द्वारा विकसित किए गए मौसम मेघदूत एवं दामिनी मोबाइल एप्प के फलोत्पादन में होने वाली उपयोगिता के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषकों के अलावा 35 इनपुट डीलर भी उपस्थित थे।
जगदलपुर, 25 अक्टूबर। बस्तर जिले के लिए स्वीकृत जिला आपदा प्रबंधन सलाहकार के एक संविदा पद के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया है। निर्धारित योग्यताधारी अभ्यर्थी 16 नवंबर तक कलेक्टर वित्त शाखा के पते पर प्रेषित किया जा सकता है। अधिक जानकारी बस्तर जिले की अधिकृत वेबसाइट पर उपलब्ध है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 25 अक्टूबर। एनएच में आज सुबह 2 बाईकों के भिड़ंत में एक 21 वर्ष के युवक की मौत हो गई, वहीं घटना के बाद दूसरे बाइक चालक को ज्यादा चोट नहीं लगी।
पुलिस ने बताया कि तोकापाल निवासी गिरीश नाग बाजार-बाजार जाकर जूते-चप्पल बेचने का काम करता था। सोमवार को तोकापाल बाजार होने के कारण वह अपना सामान छोडक़र नाश्ता करने के लिए अपनी बाइक में जा रहा था कि आरापुर के पास सामने जा रही एक अन्य बाइक से टक्कर हो गई। घटना के बाद आसपास के लोगों ने घायल को तोकापाल के स्वास्थ्य केंद्र में ले गए, जहां से उसे मेकाज रेफर किया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के परिवार वालों ने बताया कि वह अपने घर में सबसे बड़ा बेटा है, इसके अलावा पिता मनिहारी का काम करता है। परिवार के लोगों ने यह भी बताया कि अभी कुछ दिन पहले बाइक खराब हो जाने के कारण उसे बनने के लिए दिया हुआ था, लेकिन वाहन के आने के बाद अचानक आज हुए हादसे में उसकी मौत हो गई।
कुछ दिन पहले ही भाई की हुई थी मौत
जगदलपुर, 25 अक्टूबर। नगर सैनिक के पद में पदस्थ आरक्षक की शहर के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले ही उसके भाई का भी निधन हुआ है।
नगर सेना सेनानी एस के मार्बल ने बताया कि त्रिलोक चंद्र जोशी 55 वर्ष जो कि नगर सेना में पदस्थ होने के साथ ही अभी वर्तमान में यातायात विभाग में कार्य कर रहे थे, 23 अक्टूबर की शाम को त्रिलोक जोशी ने सेनानी को अपने भाई की मौत की जानकारी देने के साथ ही 5 दिन की छुट्टी भी लिया था। जिसके बाद अचानक उसे दिल का दौरा पड़ा। परिजन उसे पास के निजी अस्पताल में भर्ती के लिए ले गए, जहाँ उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
इसकी जानकारी लगने के बाद से न सिर्फ नगर सेना में बल्कि यातायात विभाग में भी शोक की लहर छा गई। लोग अपने तरीके से श्रद्धाजंलि देने लगे, वहीं उनके कार्यों के बारे में भी चर्चा की।
मैप रीडिंग से लेकर कई जानकारियां, आग बुझाने के बताए तरीके
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 25 अक्टूबर। कृषि महाविद्यालय कुम्हरावड़ धरमपुरा जगदलपुर में सात दिवसीय एनसीसी विशेष शिविर का आयोजन किया गया है, जिसमें बस्तर के साथ ही नारायणपुर से आये कैडेटों को विशेष ट्रेंनिग दी जा रही है। इस दौरान उन्हें कैंप में हर जरूरी बातों को बताने के साथ ही मिलिट्री ट्रेनिंग के बारे में बताया गया।
कैंप के बारे में जानकारी देते हुए कर्नल अजय धवन ने बताया कि 22 अक्टूबर को कैंप को प्रारंभ किया गया। इस शिविर के दौरान कैडेटों ने ड्रील, फायरिंग, मैप रीडिंग, योगा पीटी, अम्बूस, ट्राफिक नियम एवं स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्रशिक्षण के बारे में जानकारी दी गई। यहां करीब 114 कैडेट हैं। इस कैंप में बी सर्टिफिकेट व सी सर्टिफिकेट में रखा गया है, इस ट्रेनिंग के बाद सभी कैडेट्स मिलिट्री परीक्षा देने के योग्य हो जाएंगे।
इसी कार्यक्रम के तहत सोमवार को नगर सेना सेनानी एस मार्बल के द्वारा आपदा प्रबंधन के अंतर्गत अग्नि सुरक्षा से संबंधित समस्त प्रकार की आग लगने का कारण एवं आग बुझाने के सिद्धांत वह बचाव के तरीके के बारे में जानकारी दिया गया। बच्चों से ही मॉक ड्रिल भी कराया गया। इस कार्यक्रम में कर्नल एके आहूजा व अधिकारी कर्मचारी एवं सभी कैडेट उपस्थित थे।
सभी 8 सीआरपीएफ के जवान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 25 अक्टूबर। मेडिकल कॉलेज डिमरापाल के कोविड वार्ड में फिर से कोरोना मरीजों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। अभी देखा जाए तो जितने भी मरीज अभी आये हैं, वे सभी सीआरपीएफ के जवान बताये जा रहे हैं, जहाँ डॉक्टरों की टीम लगातार इन मरीजों का उपचार कर रही है, साथ ही चिकित्सक लगातार मरीजों का ऑब्जर्वेशन भी कर रही है।
बताया जा रहा है कि कोरोना के मरीज अभी बीच में पूरी तरह से ठीक हो चुके थे, जिसमें मरीजों का आना पूरी तरह से कम हो गया था, लेकिन बीच में एक महिला के आने के बाद उसकी छुट्टी दे दिया गया था, उसके बाद अभी 3 दिनों में ही 5 जवानों को कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उसे मेकाज लाया गया, उसके बाद रविवार को ही 3 जवान को लाया गया, जिसे कोरोना होने की बात की जानकारी मिलने के बाद उसे कोविड वार्ड में भर्ती किया गया है,
डॉक्टरों का कहना है कि मरीज की संख्या में अभी आना शुरू हुआ है, 3 दिन में ही 8 जवान इलाज के लिए आये हंै, जिनका बेहतर उपचार किया जा रहा है, जहाँ लगातार डॉक्टरों की टीम तीनों शिफ्ट में आकर इन जवानों का इलाज कर रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 25 अक्टूबर। केन्द्र सरकार की कल्याणकारी योजना का लाभ पहुंचाने परमार्थ संस्था ने मजदूर वर्ग के लोगों का ई-श्रम कार्ड बनाने के लिए जगदलपुर के पूर्व विधायक संतोष बाफना के आवासीय कार्यालय में नि:शुल्क पंजीयन शिविर का आयोजन किया गया और पहले ही दिन शिविर में 100 श्रमिकों का पंजीयन भी किया गया। श्रमिकों का ऑनलाईन पंजीयन करने के पश्चात् सभी श्रमिकों से किसी भी प्रकार की राशि लिए बगैर ई-श्रम कार्ड का भी पूर्व विधायक बाफना के हाथों से वितरण किया गया।
शिविर उद्धाटन के मौके पर बाफना ने उपस्थितजनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार के श्रम और रोजगार मंत्रालय के द्वारा असंगठित क्षेत्रों में कार्यरत् देश के करोड़ो कामगारों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मजबूत बनाने व उनके हितों को ध्यान में रखते हुए ही ई-श्रम योजना बनाई गई, ताकि देशभर के श्रमिकों का डाटाबेस तैयार कर इसकी मदद से विभिन्न सरकारी योजनाएं जैसे श्रमिकों को पीएम सुरक्षा बीमा का कवरेज, विभिन्न प्रकार के सामाजिक सुरक्षा लाभों का वितरण, आपदा एवं महामारी जैसी कठिन परिस्थितियों में सरकार की मदद प्राप्त करने में श्रमिकों को आसानी होगी और सरकार की अनेक योजनाओं से उन्हें लाभांवित किया जा सकेगा।
साथ ही परमार्थ संस्था के इस कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि, सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी श्रमिकों को न होने व उनका पंजीयन होने के कारण अक्सर श्रमिक इनका लाभ नहीं उठा पाते है। किन्तु परमार्थ संस्था का यह कार्य निश्चित् ही मानवता की बेहतर मिशाल पेश कर रहा है। जो गरीब वर्ग को उनका हक उन तक पहुॅचाने का कार्य कर रहे हैं। और उनके इस कार्य से गरीब परिवारों को आर्थिक संबल भी मिलेगा।
इसके अलावा परमार्थ संस्था के सदस्य भावेश यदु के द्वारा पूर्व विधायक बाफना को बताया गया है कि, आज के इस कार्यक्रम के पश्चात् उनकी यह टीम शहर के प्रत्येक वार्ड व ग्राम पंचायतों में भी नि:शुल्क शिविर लगाकर श्रमिकों को इस योजना के जरिए ई-श्रम कार्ड बनवाकर लाभ दिलाने में पूरा सहयोग करेगी। जिस पर पूर्व विधायक ने भी परमार्थ संस्था के इस नेक कार्य में हर संभव मदद करने का वादा भी किया।
विभिन्न योजनाओं के तहत 34 करोड़ से अधिक राशि का भुगतान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 24 अक्टूबर। राष्ट्रीय विधिक प्राधिकरण (नालसा ) नई दिल्ली के तत्वावधान एवं छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के मार्गदर्शन में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत अखिल भारतीय जागरूकता एवं आउटरीच अभियान के अंतर्गत ‘मेगा लीगल सर्विस कैम्प’ आयोजित किया गया। जिले के सभी विकासखण्ड मुख्यालय में आयोजित ‘मेगा लीगल सर्विस कैम्प’ में बड़ी संख्या में लोग शासकीय योजनाओं का लाभ लेने के लिए पहुंचे। इस मेगा लीगल सर्विस कैंप के माध्यम से 26 हजार 31 हितग्राहियों को शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत 34 करोड़ 74 लाख 99 हजार 475 रुपए का भुगतान किया गया।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की बैंक लिंकेज, रिवाल्विंग फंड, सामग्री वितरण, प्रधानमंत्री आवास योजना, समाज कल्याण विभाग द्वारा जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, वृद्वा पेंशन, राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना, दिव्यांगों के लिए सहायक उपकरण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा मनरेगा के तहत भुगतान, राजस्व विभाग द्वारा जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, शिक्षा विभाग द्वारा छात्र दुर्घटना बीमा, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा नोनी सुरक्षा बीमा योजना, छत्तीसगढ़ महिला कोष ऋण, वन विभाग द्वारा शहीद महेन्द्र कर्मा बीमा सुरक्षा योजना, वनोपज संग्रहण समूह का भुगतान, कृषि विभाग द्वारा मिनी किट, स्प्रिंकलर, उद्यानिकी विभाग द्वारा पावर स्प्रे, श्रम विभाग द्वारा ई-श्रम कार्ड, मुख्यमंत्री निर्माण योजना, ठेेका श्रमिकों के लिए योजना तथा पंजीयन कार्ड, स्वास्थ्य विभाग द्वारा मच्छरदानी, मितानीन दवा पेटी, पशुधन विकास विभाग द्वारा पशुधन, खाद्य विभाग द्वारा राशन कार्ड, जिला अंत्यावासायी द्वारा शहीद वीर नारायण सिंह स्वावलंबन योजना, व्यापार एवं उद्योग केन्द्र द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम सहित विभिन्न योजनाओं के तहत इस अवसर पर हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया।
कलेक्टोरेट के आस्था कक्ष में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती सुमन एक्का, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र मीणा, अपर कलेक्टर अरविंद एक्का, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती गीता बृज सहित न्यायाधीशगण उपस्थित थे।
सुबह 10.30 बजे वर्चुअल कार्यक्रम के जरिए बिलासपुर स्थित उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति एवं मुख्य संरक्षक विधिक सेवा प्राधिकरण अरूप कुमार गोस्वामी के मुख्य आथित्य में ई मेगा विधिक सेवा शिविर की शुरुवात की गई। मुख्य न्यायाधिपति ने इस मौके पर शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि यह हर्ष की बात है कि वे इस शिविर का हिस्सा बन पाए हैं। उन्होंने संविधान में समान विधिक सेवा सभी नागरिकों को उपलब्ध कराने उल्लेखित अनुच्छेदों का जिक्र किया। निशुल्क विधिक सेवा सभी नागरिकों का अधिकार है और प्रयास है कि सभी नागरिकों को इसकी जानकारी हो। विधिक जागरूकता लाने में यह ई मेगा विधिक सेवा शिविर काफी सहयोगी साबित हुआ है। उन्होंने इसके लिए सबका धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता न्यायाधीश गौतम भादुड़ी ने की। उन्होंने इस मौके पर कहा कि ई मेगा विधिक शिविर से सभी जिलों के काफी संख्या में हितग्राही लाभान्वित हुए हैं । ये जागरूकता शिविर लगाने का उद्देश्य है कि लोगों को दिए गए हक के प्रति उनको जागरूक किया जा सके। उन्होंने विधिक शिविर के जरिए जो लाभ लाभार्थियों को दिया गया उसकी जानकारी दी और हर्ष भी जताया कि इससे राज्य के आठ लाख से ज्यादा लोग लाभान्वित हुए हैं। उन्होंने इस मौके पर नालसा का हेल्पलाइन नंबर ’15100’ भी सबके साथ साझा करते हुए सभी जरूरतमंदों को इसका लाभ उठाने का सुझाव दिया। उन्होंने सबका आह्वान किया कि जिन्हें विधिक जागरूकता का लाभ मिला वो अन्य को भी इसका लाभ उठाने कहें।
इस वर्चुअल कार्यक्रम में विशेष अतिथि के तौर पर उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति संजय कुमार अग्रवाल और संजय श्याम अग्रवाल उपस्थित रहे। उन्होंने अपने उद्बोधन में राज्यव्यापी ई मेगा विधिक शिविर आयोजित किए जाने पर बधाई दी क्योंकि इसके जरिए आम लोगों को विधिक सेवाएं उपलब्ध कराई गई और लोगों को संविधान में उल्लेखित उनके मौलिक अधिकार की जानकारी दी गई। इसके तहत प्रयास रहा कि समान न्याय लोगों को पहुंचाने सभी जिलों में कार्य किया जाए। इस मौके पर राज्यव्यापी ई मेगा विधिक शिविर में स्वागत भाषण रजिस्ट्रार जनरल संजय कुमार जायसवाल ने दिया। वर्चुअल कार्यक्रम के अंत में छत्तीसगढ़ विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव सिद्धार्थ अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।
जि़ला स्तर पर आयोजित मेगा विधिक सेवा शिविर में उपस्थित जि़ला और सत्र न्यायाधीश श्रीमती सुमन एक्का ने उद्बोधन में कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर 2 अक्टूबर से 14 नवंबर तक अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से यह विधिक सेवा शिविर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण,जि़ला प्रशासन के सहयोग से आयोजित कर आम लोगों को विधिक सेवाओ के प्रति जागरूक करते हुए विभिन्न विधिक और शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया गया । उन्होंने इस मौके पर नालसा की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। जि़ला विधिक सेवा प्राधिकरण से सबको आवश्यक सहयोग सुलभ होने की बात उन्होंने भी दोहराई। उन्होंने कहा कि कल्याणकारी राज्य में जो योजनाएं आम लोगों के लिए बनाई गई हैं, इसका दायरा व्यापक है। लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत अनेक सेवाएं हैं जो कि विधिक सेवा प्राधिकरण के तहत भी है। अत: आम जनों को प्रदाय की जाने वाली सभी विभागीय योजनाएं इसमें शामिल हैं। इसलिए सुनिश्चित किया जाए कि आमजन को यह सुविधा और सेवाएं त्वरित पहुंचे । उन्होंने अधिकारियों को समझाइश दी कि विभागीय अधिकारी आम जनों को ऐसी योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराने उसकी बारीकी से जानकारी दें और त्वरित सेवा का लाभ दिलाएं । इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों द्वारा संचालित योजनाओं के संबंध में जानकारी दी। ज्ञात हो कि आज के शिविर में लाभार्थियों को लाभ का वितरण किया गया। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए ब्लॉक स्तर के अधिकारी और हितग्राही भी कार्यक्रम से जुड़े रहे।
बस्तर जिले में जनपद स्तर पर मुख्य कार्यक्रम बस्तर जनपद पंचायत कार्यालय में आयोजित किया गया, जहां 517 हितग्राहियों को 2 करोड़ 72 लाख 67 हजार रुपए से अधिक की राशि विभिन्न शासकीय योजनाओं के तहत प्रदान की गई। इसके साथ ही हितग्राहियों को जाति, आय, निवास प्रमाण पत्र सहित अन्य शासकीय दस्तावेज एवं हितग्राहीमूलक सामग्री भी प्रदान किए गए।
बैटरीचलित ट्राईसिकल पाकर खिला ऐश्वर्या का चेहरा
ई मेगा लीगल सर्विस कैंप के तहत आज बस्तर विकासखण्ड मुख्यालय में भानपुरी से 12 वर्षीय बालिका ऐश्वर्या भी अपने माता-पिता के साथ पहुंची थी। लगभग ढाई साल की उम्र में ही एक गंभीर दुर्घटना में ऐश्वर्या के रीढ़ की हड्डी में लगी चोट के कारण चल नहीं सकती। लीगल सर्विस कैंप में बैटरी चलित ट्राईसिकल पाकर ऐश्वर्या के चेहरे पर मुस्कान उभर आई। साथ ही माता-पिता भी खुश नजर आए। पिता राजेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि ऐश्वर्या भानपुरी में ही कैम्ब्रिज केरला इंग्लिश मीडियम स्कूल में कक्षा छटवीं में पढ़ती है। वे स्वयं किराने का व्यवसाय करते हैं। ऐश्वर्या को अभी स्कूल छोडऩे और लाने की जरुरत पड़ती है, जिससे उनका व्यवसाय भी प्रभावित होता है। माता ने बताया कि ऐश्वर्या भले ही चलने-फिरने में असमर्थ है, किन्तु वह अपने सारे कामकाज स्वयं करना पसंद करती है। इसके लिए वह अपने शरीर को घसीटकर आगे ले जाती है, जिससे उसके शरीर में कई जगह जख्म उभर आया है। अब ऐश्वर्या को बैटरीचलित ट्राईसिकल मिलने से उसे काफी आराम मिलेगा।