छत्तीसगढ़ » बीजापुर
एफआईआर के लिए थाने में सूचना दी गई है-सीईओ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 दिसंबर। जिले के दूरस्थ कहे जाने वाले उसूर विकासखंड में बीते एक साल से स्वसहायता समूहों की राशि का बंदरबांट चलता रहा। शिकायत हुई और जांच में पता चला, तब तक यह राशि करीब दस लाख इक्यासी हजार रुपए हो गई थी।
उस संबंध में सीईओ जनपद उसूर पीके चंद्राकर ने बताया कि ग्राम संगठनों की राशि जो स्व सहायता समूहों को आबंटित होती है, उस पर अनियमितता की जांच में गुनमनी सिन्हा को दोषी पाया गया। एफआईआर के लिए थाने में सूचना दी गई है। अभी गुनमनी सिन्हा काम पर नहीं आ रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक सीईओ जिला पंचायत ने गुनमनी सिन्हा प्रोजेक्ट रिसोर्स परशन (पीआरपी) डे एनआरएलएम आवापल्ली कलस्टर जनपद पंचायत उसूर के द्वारा स्व सहायता समूहों की राशि में गड़बड़ी की एक शिकायत के बाद जांच करवाई गई थी। इस जांच में अधिकारियों ने पाया कि यह वित्तीय अनियमितता में दस लाख इकयासी हजार उनसठ रुपए किया गया है।
जांच के दौरान गुनमनी सिन्हा ने स्वीकार किया कि स्व सहायता समूह की राशि उसने ली है। जिसके बाद सीईओ जिला पंचायत ने गुनमनी सिन्हा के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने के निर्देश मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत उसूर को दिए।
ग्राहक सेवा केंद्र संचालक के खाते में होता था पैसा ट्रांसफर
गुनमनी सिन्हा अपने करीबी प्रिंस डिजिटल आवापल्ली ग्राहक सेवा केंद्र संचालक गजेंद्र नक्का के साथ मिल कर स्व सहायता समूहों की राशि निकाला करती थी। गजेंद्र नक्का बताते हैं कि जिन्हें गुनमनी सिन्हा कहा जा रहा है वह गुंजन बघेल हैं, जिनके द्वारा मेरे बैंक खाते में चेक के माध्यम से एनएफटी करवा कर नगद राशि ले लेती थी। इस आहरण के लिए उनसे एक हजार रुपए के बदले एक रुपए का कमीशन मिलता था।
बैंक के गार्ड को भी नहीं बक्शा
आवापल्ली के आईसीआईसी शाखा में कार्यरत गार्ड सूरज उईका के खाते में 2 लाख की राशि जमा कर उससे नगद राशि ले ली गई। सूरज उईका से कहा गया- बहुत अर्जेंट है और पैसे निकालना बहुत जरूरी है जिसके झांसे में आकर उसने अपना खाता नंबर साझा किया और पैसे गुनमनी सिन्हा को सौंप दिए।
प्रोजेक्ट रिसोर्स पर्सन (पीआरपी) को रिसोर्स ब्लॉक के प्रत्येक क्लस्टर में भेजा जाता है। जिनके कार्य धरातल पर एनआरएलएम की गतिविधियों को सुगम बनाना। जिसमे गरीबों के संस्थानों का गठन करना और उन्हें प्रशिक्षित करना। उन्हें आर्थिक सबलता की और बढ़ाना शामिल है। स्व सहायता समूहों के आर्थिक गतिविधियों में अनुदान सहित उन्हे आर्थिक मुनाफे, पारिश्रमिक दिलाना शामिल है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 दिसंबर। सोमवार को विधायक निवास में बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं क्षेत्रीय विधायक विक्रम मण्डावी के समक्ष 46 युवाओं ने कांग्रेस पार्टी की रीति नीति व विधायक विक्रम मंडावी की कार्यकुशलता व जनता के प्रति उनके समर्पण से प्रभावित होकर कांग्रेस पार्टी में प्रवेश कर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता लिए। कांग्रेस प्रवेश करने वालों में 8 मद्देड व 38 बीजापुर के युवा शामिल है। सभी नवप्रवेशित युवाओं को विधायक विक्रम मंडावी व जिलाध्यक्ष लालू राठौर ने कांग्रेस पार्टी का गमछा और फूलमाला पहनाकर उनका स्वागत करते हुए पार्टी में प्रवेश कराया।
कांग्रेस प्रवेश करने वाले युवाओं में प्रमुख रूप से देवराज झा,अंकुश बघेल, सौरभ सकोरकार, राकेश फुलसे, मनोज तलाण्डी,श्रवण जब्बा, आदर्श शर्मा, देवांशु झाड़ी, चिंटू फुलमाद्रि, विजय तेलम, राजेश वासम, विवेक मोरला, दीपक कल्लेम, राममूर्ति यालम, अरुण पारेट, शिव लंकल,धनन्जय सोनला, संजू चंनुर, दीपक फुलसे, रिषभ टापोर, थानेस,स्वतंत्र पागे,राहुल वासनक,मोहिद खान, कुजेश थापा,कमलेश चौधरी, विशाल कुडियम, प्रवीण बुरका, अमन मडे, नजरू उमरी, दिलीप एट्टी, रवि तोपनोर, रिंकू अवलम, अर्जुन अंगनपल्ली, दिनेश नेताम, अमन साहू,भूपेंद्र पारेट, महेंद्र वीरा,गनपत तोडेम, आर्यन एनला, शेखर चिन्ननबोइना,मनीष तोगर, उमीद अंगनपल्ली, राजेश चेरकुर, सालू, सिंकू यालम आदि थे।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम,बस्तर विकास प्राधिकरण सदस्या व जिला पंचायत सदस्या श्रीमती नीना रावतिया उद्दे, मीडिया प्रभारी राजेश जैन, कोषाध्यक्ष पुरुषोत्तम खत्री, कांग्रेस उपाध्यक्ष एजाज सिद्दिकी सहित अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद रहे।
भोपालपटनम नगर पंचायत क्षेत्र में होंगे विभिन्न कार्य
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 दिसंबर। अपने दो दिवसीय दौरे पर भोपालपटनम गये बीजापुर विधायक और बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम मंडावी ने वहां नगर पंचायत क्षेत्र में 5 करोड़ 41 लाख रुपये की लागत से होने वाले 36 विभिन्न कार्यों का एक ही दिन में भूमिपूजन कर एक नया इतिहास रच है। उक्त कार्यों में नगर के सडक़ चौड़ीकरण, आरसीसी नाली निर्माण, बी. टी. सडक़ निर्माण, सी. सी सडक़ निर्माण, आर. सी. सी. बॉक्स पुलिया निर्माण, सांस्कृतिक भवन में टाइल्स निर्माण एवं विद्युत कार्य प्रमुख रूप से शामिल हंै। सभी 36 निर्माण कार्य के लिए नगर पंचायत भोपालपटनम द्वारा लगभग 5 करोड़ 41 लाख रुपए खर्च किए जाने की सम्भावना है।
बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि प्रदेश की भूपेश बघेल की सरकार बीजापुर जैसे क्षेत्र के विकास को लेकर कटिबद्ध है।यही कारण है की भोपालपटनम में एक ही दिन में विभिन्न 36 निर्माण कार्यों का भूमि पूजन किया गया है। जिनके निर्माण के लिए लगभग 5 करोड़ 41 लाख रुपए खर्च किए जाएँगे।
नगर पंचायत भोपालपटनम की अध्यक्ष कुमारी रिंकी कोरम ने कहा कि भोपालपटनम में सडक़ चौड़ीकरण, आर सी सी नाली निर्माण, बी. टी. सडक़ निर्माण, सी. सी सडक़ निर्माण, आर. सी. सी. बॉक्स पुलिया निर्माण, सांस्कृतिक भवन में टाइल्स निर्माण एवं विद्युत कार्य की माँग नगरवासी लम्बे समय से कर रहे थे।जिसे बुधवार को बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी ने भूमि पूजन कर पूरा कर दिया है। आने वाले समय में भोपालपटनम नगर के सर्वांगीण विकास के लिए नगरवासियों की मंशा अनुरूप कार्ययोजना बनाकर विकास कार्य करेंगे।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम, जि़ला कांग्रेस कमेटी बीजापुर के अध्यक्ष लालू राठौर, छत्तीसगढ़ कृषक कल्याण परिषद के सदस्य एवं जि़ला पंचायत सदस्य बसन्त राव ताटी सहित नगर पंचायत भोपालपटनम के सभी पार्षदों के अलावा बड़ी संख्या में भोपालपटनम क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और अधिकारी इस दौरान मौजूद रहे।
कार्यकर्ताओं संग सडक़ पर दिया धरना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 दिसंबर। पूर्व मंत्री महेश गागड़ा जिले के धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र बुरजी आदिवासी ग्रामीणों से मिलने जा रहे थे। जिन्हें पुलिस ने बिना पूर्व सूचना के जाने व सुरक्षा का हवाला देकर जिला मुख्यालय से निकलते ही गंगालूर मार्ग पर पुलिस लाइन के सामने बैरिकेट लगाकर रोक लिया। नाराज पूर्व मंत्री गागड़ा अपने कार्यकर्ताओं के साथ वहीं सडक़ पर धरने में बैठ गए।
बीते दिनों बुरजी में आदिवासी ग्रामीणों के साथ पुलिस द्वारा मारपीट किये जाने का आरोप लगा था।कई आदिवासी ग्रामीण घायल हुए हैं तथा उनका इलाज भी नही करवा पाने की जानकारी पूर्व मंत्री को मिली थी। जिसके बाद पूर्व मंत्री गागड़ा ग्रामीणों से मिलने काफिला के साथ निकले हुए थे।जिला मुख्यालय से निकलते ही पुलिस ने गंगालूर मार्ग पर पहले से ही बैरिकेटिंग कर रखी थी। जहां पूर्व मंत्री के काफिले को रोक लिया गया। रोके जाने से नाराज हुए पूर्व मंत्री वहीं सडक़ पर धरने में बैठ गए।
किसी तरह पुलिस ने उन्हें वहां से उठाकर वापस भेजा। जिसके बाद महेश गागड़ा ने स्थानीय विधायक पर आदिवासियों के साथ दोहरी राजनीति व तानाशाही करने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि आदिवासियों के साथ शोषण और दमन विधायक और सरकार कर रही है।
उन्होंने कहा कि बुरजी में मारपीट की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। वे हमारे आदिवासी भाई हैं। कोई अपराधी या देशद्रोही नहीं हैं। जिनसे मिलने नही दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आरोप के बाद हम वहां विपक्ष के नाते तथ्य जानने जाना चाह रहे हैं। लेकिन स्थानीय विधायक कुछ छुपाना चाह रहे हैं इसलिए पुलिस को आगे कर हमें रोका जा रहा है। गागड़ा ने आगे कहा है कांग्रेस सरकार आदिवासियों की आवाज को दमन पूर्वक रोकना चाहती है।
17 सूत्रीय मांगों को लेकर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 18 दिसंबर। भैरमगढ़ ब्लाक के कुटरू में किसान मोर्चा संघ के झंडे तले किसानों ने अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया। साथ ही संघ ने एडीएम को ज्ञापन सौंपा।
कुटरू के खेल मैदान में सुबह 11 बजे से फरसेगढ़, बेदरे व गुदमा क्षेत्र से आये 22 गांवों के किसानों ने अपनी 17 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर राज्य सरकार के खिलाफ हमला बोलकर जमकर नारेबाजी की। दोपहर 2 बजे तक चले यहां धरना प्रदर्शन से पहले किसान मोर्चा संघ के कुंवर सिंह मज्जी, पुरूषोत्तम शाह, सकनी चन्द्रिया, बामन माड़वी, समैया उद्दे, कमलेश माड़वी व गोटा के नेतृत्व में किसानों ने कुटरू में एक विशाल रैली निकली।
रैली के बाद भीड़ अस्पताल चौक पर सडक़ में ही बैठ कर प्रदर्शन करने लगी। इसके बाद प्रदर्शकारियों की भीड़ खेल मैदान में जुटी। यहां धरना प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे किसान मोर्चा संघ के सकनी चन्द्रिया, पुरूषोत्तम शाह और कुंवर सिंह मज्जी ने किसानों को संबोधित करते हुए किसानों की एकजुटता पर जोर दिया।
वक्ताओं ने कहा कि सरकार ने जो वायदा किया था, उसे अब तक पूरा नहीं किया हैं। पिछले सीजन के धान का बोनस अभी तक नही दिया गया और अब दूसरा सीजन शुरू हो गया है।
उन्होंने कहा कि सरकार धान का प्रति किलो समर्थन मूल्य 30 रुपये करें और किसानों को एकमुश्त राशि दे। किसानों के इस धरना प्रदर्शन में वक्ताओं ने डीएमएफ में हो रहे भ्रष्टाचार का मुद्दा भी उठाया। वक्ताओं ने कहा कि क्षेत्र बन रहे 4 -5 लाख रुपये के तालाब का एक एक करोड़ रूपये तक निकाल कर डकार लिया जा रहा हैं। विकास के नाम क्षेत्र में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा हैं। वहीं सभा में वक्ताओं ने धर्मांतरण पर भी अपनी बात रखी। सभा के बाद एसडीएम उत्तम सिंह पंसारी को संघ ने 17 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा।
इस अवसर पर सागमेटा, मंडेम, फरसेगढ़, सोमनपल्ली, पेकरम, रानी बोदली, अम्बेली, कुटरू, मंगापेटा, बेदरे, करकेली, उसकापटनम, पेठा, केतुलनार, सकनापल्ली, गुदमा, कोमपल्ली आदि गांव किसान बड़ी संख्या में शामिल हुए थे।
किसानों को 3200 धान का समर्थन मूल्य दिया जाए, 500 प्रति क्विंटल बोनस दिया जाए, बिना टोकन आदिवासियों का धान खरीदा जाए, सभी प्रकार के अनाज दलहन, तिलहन फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी कानून बनाया जाए, सूखा ग्रस्त फसलों के लिए उचित मुआवजा दिया जाए, अंग्रेजी शराब दुकानों को बंद किया जाए, मवेशियों के उचित व मुफ्त इलाज के लिए 3 पंचायतो में एक अस्पताल खोला जाए, धान खरीदी के लिए 5 पंचायतो में एक मंडी खोला जाए, कांग्रेस सरकार अपने सभी चुनावी वायदे को पूरा करें, किसानों के सभी बैंक कर्ज माफ करें, 2020 विद्युत संसोधन बिल को रद्द किया जाए, हर एक गांव में बोर खनन किया जाए। जहां खराब है उसकी मरम्मत किया जाए, बिना पंजीकरण पट्टे का धान खरीदी किया जाए, सरकार खुद मुफ्त में किसानों का फसल बीमा करवाएं, मंडियों में हो रही अनियमितताओं को रोका जाए, स्थानीय बाजारों में कोचियों के पास धान बेच रहे किसानों को प्रति क्विंटल 1900 दिया जाए वही वाणिज्य बैंकों द्वारा दी जानी वाली श्रेणी राशि 14 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत किया जाए।
मांगे पूरी नहीं होने पर बेमुद्दत हड़ताल पर जाने का निर्णय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 18 दिसंबर। सात सूत्रीय मांगों को लेकर एक बार फिर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संयुक्त मंच सरकार के खिलाफ बिगुल फूंकने की तैयारी कर रहा है। संघ ने एकजुट होकर कार्यालयों में ताला लगाकर काम ठप करने का ऐलान किया है।
रविवार को जिला मुख्यालय स्थित सांस्कृतिक भवन मैदान में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका महासंघ की बैठक आयोजित की गई। जिसमें मांगें पूरी नहीं होने पर काम बंद कर सभी केंद्रों में ताला लगाकर 23 दिसम्बर से अनिश्चित कालीन हड़ताल में जाने का निर्णय लिया गया हैं।
बता दें कि प्रदेश भर में करीब एक लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका मांगे पूरी किये जाने से आक्रोशित हैं। कई बार सरकार को इस बात से अवगत भी कराया जा चुका हैं। 22 दिसम्बर तक मांगें पूरी नहीं होने की स्थिति में 23 दिसम्बर से पांच दिन तक प्रदेश के सभी जिलों से राजधानी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका जुटेंगी। इसके बाद भी सरकार नहीं चेती तो जिला मुख्यालयों में अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा।
बैठक में जिला अध्यक्ष रेहाना खान, सचिव करुणा कुडिय़म, दिव्या माधुरी, सुलोचना परतागिरी, विनेश्वरी, नागेश्वरी, दुर्गावती, दयावती, रजिया बेगम सहित सभी सेक्टर अध्यक्ष मौजूद रहीं।
बच्चे मनोरंजन के साथ बुनियादी शिक्षा के लक्ष्य को कर रहे हासिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 18 दिसंबर। यहां के स्कूलों में शिक्षको की कमी से जूझने की समस्या अब स्मार्ट टीवी दूर कर रही है । समर्थन बुनियादी शिक्षा अभियान के तहत जिला प्रशासन प्राइमरी स्कूलों में स्मार्ट टेलीविजन के जरिये पढ़ाई और वैकल्पिक गतिविधियों का संचालन कर रहा है। इस टीवी के जरिये बच्चों को नियमित रूप से पाठ्यक्रम के अनुरूप गतिविधियां दिखा कर शिक्षा दी जा रही है साथ ही मनोरंजन के माध्यम से बच्चो को स्कूल में नियमित किया जा रहा है ।
भारत सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार के निपुण भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में स्मार्ट टीवी काफी प्रभावी साबित हो रही है । जिला प्रशासन ने जिले के चारो ब्लाकों में 50 स्कूलों में टीवी देकर समर्थन बुनियादी शिक्षा अभियान की शुरुआत की है जिसे सभी प्राइमरी स्कूलों में देने की कार्यवाही की जा रही है। इस नवाचार के बाद स्कूलों के शैक्षिक वातावरण के साथ बच्चों की उपस्थिति में की सकारात्मक बदलाव देखा जा रहा है।
जिले के प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की कमी काफी समय से देखी जा रही है जिससे पढ़ाई में बाधा के साथ गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही थी। बच्चों के शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाने की आवश्यकता एवं शिक्षको की कमी को देखते हुए जिला प्रशासन ने टेलीविजन के जरिये बच्चों को निपुण बनाने का अभियान शुरू किया है । इस डीटीएच युक्त स्मार्ट टीवी में ‘ई विद्या’ चैनल देख कर बच्चे बुनियादी शिक्षा के लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे । इस चैनल में भारत सरकार के विशेषज्ञ शिक्षक डीटीएच के चैनल के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देंगे । इसके अलावा पेन ड्राइव के जरिये 1400 लर्निंग वीडियो स्कूलों को दिया गया है जिसमें भाषा ,गणित, विज्ञान के साथ सभी विषयों को गतिविधियों के माध्यम स्व न्यूनतम लक्ष्य प्राप्त करने में आसानी हो रही है। शिक्षा के साथ स्मार्ट टीवी का उपयोग बेगलेस डे के दिनों में शिक्षक बच्चों को संस्कृतिक एवं कला की गतिविधियों को दिखाने व सिखाने में किया जा रहा है जिससे बच्चो का रुझान स्कूल और कक्षाओं के प्रति बढऩे लगा है ।
समर्थन बुनियादी शिक्षा अभियान के तहत डिजिटल माध्यम से कक्षाओं के संचालन को प्रभावी बनाने 150 स्कूलों का चयन कर प्रशिक्षण दिया गया है।
स्मार्ट टीवी में शिक्षक अपने मोबाइल को कनेक्ट कर पाठ्य सम्बन्धी दिक्कतों को यूट्यूब के माध्यम से भी दूर कर कर रहे है। जहाँ एकल शिक्षकिय विद्यालय है वहां टीवी की भूमिका एक डिजिटल शिक्षक की भांति हो रही है जिससे बच्चों की कक्षा संचालन की बाधाएं दूर हो रही है साथ ही बच्चों का रुझान स्कूल और कक्षाओं की तरफ बढऩे लगा है।
स्कूल शिक्षा को बेहतर बनाने स्मार्ट टीवी उपयोगी- कटारा
स्कूलों में स्मार्ट टीवी के उपयोग के सम्बंध में कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा ने बताया कि यह बीजापुर जिले के एक शुरुआत है जहाँ शिक्षकों की कमी है । इसके माध्यम से हम बच्चों को नवाचार के साथ बेहतर शिक्षा देने में सफल होंगे । स्मार्ट टीवी से शिक्षा के अलावा मनोरंजन खेल समसामयिक जानकारी भी मिलेगी और एक रुचि कर माहौल स्कूलों में बनेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 17 दिसंबर। मौसमी बीमारियों से बचाव और व्यक्तिगत स्वच्छता को लेकर स्वास्थ्य अमले ने जवाहर नवोदय विद्यालय में शुक्रवार को स्वास्थ्य कैंप का आयोजन किया गया था।
केंद्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा संचालित जवाहर नवोदय विद्यालय बीजापुर में आयोजित स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में 362 छात्र छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
गौरतलब है कि जवाहर नवोदय विद्यालय बीजापुर में जिले के चारों विकास खंडों से 362 विद्यार्थी आवासीय सुविधाओ के साथ उत्कृष्ट शिक्षा अध्ययन कर रहे हैं। विद्यालय में 201 छात्र तथा 161छात्राएं शामिल है। छात्र– छात्राओं के लिए विद्यालय में ही जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्सकों तथा चिकित्सा सहायकों द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा मौसमी बीमारियों से बचाव तथा व्यक्तिगत स्वच्छता के फायदे को लेकर छात्रों में जागरूक किया गया। इस दौरान डॉ सजल बाफना, डॉ. पूर्णिमा गहलोत, राजा (फार्मासिस्ट) तथा विपिन (सहायक) सहित विद्यालय के डॉ संदीप कुमार यादव, संघर्ष कुमार, कमल कुमार, कविता कुशवाहा तथा माधवी दुर्गम (नर्स)का सराहनीय योगदान रहा।
इस स्वास्थ्य परीक्षण शिविर के सफल आयोजन के लिए विद्यालय प्राचार्य वीरेन्द्र श्रीवास्तव ने कलेक्टर सह –अध्यक्ष नवोदय विद्यालय प्रबंधन समिति राजेंद्र कुमार कटारा एवं जिला चिकित्सालय के चिकित्सक एवं चिकित्सा सहायकों को आभार और धन्यवाद ज्ञापित किया।
बच्चे मनोरंजन के साथ बुनियादी शिक्षा के लक्ष्य को कर रहे हासिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 17 दिसंबर। यहां के स्कूलों में शिक्षको की कमी से जूझने की समस्या अब स्मार्ट टीवी दूर कर रही है । समर्थन बुनियादी शिक्षा अभियान के तहत जिला प्रशासन प्राइमरी स्कूलों में स्मार्ट टेलीविजन के जरिये पढ़ाई और वैकल्पिक गतिविधियों का संचालन कर रहा है । रहा है । इस टीवी के जरिये बच्चों को नियमित रूप से पाठ्यक्रम के अनुरूप गतिविधियां दिखा कर शिक्षा दी जा रही है साथ ही मनोरंजन के माध्यम से बच्चो को स्कूल में नियमित किया जा रहा है । भारत सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार के निपुण भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में स्मार्ट टीवी काफी प्रभावी साबित हो रही है । जिला प्रशासन ने जिले के चारो ब्लाकों में 50 स्कूलों में टीवी देकर समर्थन बुनियादी शिक्षा अभियान की शुरुआत की है जिसे सभी प्राइमरी स्कूलों में देने की कार्यवाही की जा रही है। इस नवाचार के बाद स्कूलों के शैक्षिक वातावरण के साथ बच्चों की उपस्थिति में की सकारात्मक बदलाव देखा जा रहा है ।
जिले के प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की कमी काफी समय से देखी जा रही है जिससे पढ़ाई में बाधा के साथ गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही थी। बच्चों के शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाने की आवश्यकता एवं शिक्षको की कमी को देखते हुए जिला प्रशासन ने टेलीविजन के जरिये बच्चों को निपुण बनाने का अभियान शुरू किया है । इस डीटीएच युक्त स्मार्ट टीवी में ‘ई विद्या’ चैनल देख कर बच्चे बुनियादी शिक्षा के लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे । इस चैनल में भारत सरकार के विशेषज्ञ शिक्षक डीटीएच के चैनल के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देंगे । इसके अलावा पेन ड्राइव के जरिये 1400 लर्निंग वीडियो स्कूलों को दिया गया है जिसमें भाषा ,गणित, विज्ञान के साथ सभी विषयों को गतिविधियों के माध्यम स्व न्यूनतम लक्ष्य प्राप्त करने में आसानी हो रही है। शिक्षा के साथ स्मार्ट टीवी का उपयोग बेगलेस डे के दिनों में शिक्षक बच्चों को संस्कृतिक एवं कला की गतिविधियों को दिखाने व सिखाने में किया जा रहा है जिससे बच्चो का रुझान स्कूल और कक्षाओं के प्रति बढऩे लगा है ।
समर्थन बुनियादी शिक्षा अभियान के तहत डिजिटल माध्यम से कक्षाओं के संचालन को प्रभावी बनाने 150 स्कूलों का चयन कर प्रशिक्षण दिया गया है। स्मार्ट टीवी में शिक्षक अपने मोबाइल को कनेक्ट कर पाठ्य सम्बन्धी दिक्कतों को यूट्यूब के माध्यम से भी दूर कर कर रहे है। जहाँ एकल शिक्षकिय विद्यालय है वहां टीवी की भूमिका एक डिजिटल शिक्षक की भांति हो रही है जिससे बच्चों की कक्षा संचालन की बाधाएं दूर हो रही है साथ ही बच्चों का रुझान स्कूल और कक्षाओं की तरफ बढऩे लगा है।
स्कूल शिक्षा को बेहतर बनाने स्मार्ट टीवी उपयोगी- कटारा
स्कूलों में स्मार्ट टीवी के उपयोग के सम्बंध में कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा ने बताया कि यह बीजापुर जिले के एक शुरुआत है जहाँ शिक्षकों की कमी है । इसके माध्यम से हम बच्चों को नवाचार के साथ बेहतर शिक्षा देने में सफल होंगे । स्मार्ट टीवी से शिक्षा के अलावा मनोरंजन खेल समसामयिक जानकारी भी मिलेगी और एक रुचि कर माहौल स्कूलों में बनेगा।
पत्रकारवार्ता में भाजपा नेताओं ने कांग्रेस सरकार की नाकामियां गिनाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 17 दिसंबर। एक दिवसीय प्रवास पर यहां आये पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री विष्णु देव साय, सांसद व बस्तर संभाग प्रभारी संतोष पांडेय, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा व बीजापुर के पूर्व विधायक महेश गागड़ा ने कांग्रेस सरकार के 4 साल की नाकामियां गिनाते हुए स्थानीय विधायक व प्रशासन पर जमकर निशाना साधा। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस सरकार ने यहां की जनता को छलने का काम किया हैं। सरकार ने जनता से जो वायदे किये थे, उस पर वे खरी नहीं उतर पाई।
बीजापुर धनोरा में सरपंच हरिहर साहनी के घर पर आयोजित पत्रवार्ता में पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री विष्णु देव साय, सांसद सन्तोष पांडेय, प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा व पूर्व विधायक महेश गागड़ा ने पत्रवार्ता में कहा कि आश्रम छात्रावासों में गुणवत्ताहीन भोजन वितरण कर बच्चों को कुपोषित करने का पडयंत्र किया जा रहा हैं। भर्तियों में अनियमितता बरतते हुए पैसों की लेनदेन कर अपात्र लोगों को लेकर युवाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा हैं। चौदवें व पन्द्रवें वित्त आयोग की राशि से नियम के विपरीत कार्य करवा कर राशि हड़पी जा रही है। जिसमें विधायक का सीधा हस्तक्षेप हैं।
भाजपा नेताओं ने आगे कहा कि बोर खनन से लेकर रेत उत्खनन तक में भर्राशाही मची हुई हैं। पानी टैंकर सप्लाई में भ्रष्टाचार हो रहा हैं। भाजपा नेताओं का कहना है कि जो टैंकर 1 लाख 20 हजार में आती है। उसे 2 लाख 50 हजार में खरीदा जा रहा है। आंगनबाड़ी में दिए जाने वाले मल्टीग्रेन दलिया बिना लैब टेस्ट के कांग्रेस के एजेंसी को दे दिया गया हैं। जो दलिया बाजार में 80 रुपये किलो मिलता है। उसे कांग्रेस की एजेंसी 123 रुपये में सप्लाई किया जा रहा है। भाजपा नेताओं का आरोप है कि इसमें प्रति किलो के पीछे विधायक व कलेक्टर का 30 रुपये कमीशन बन रहा है। वही भाजपा नेताओं ने कहा कि जिले के पोटाकेबिनो में लगाये गए सीसीटीवी कैमरा लगाने के नाम पर 64 लाख रुपये का बंदरबाट किया गया हैं। वही भाजपा नेताओं ने बताया कि होम लाइट लगाने के नाम पर ग्राम पंचायत डोडी तुमनार में 76 लाख रुपये का भुगतान किया गया है। जबकि यह पंचायत पहुंच विहीन है और कई सालों से बंद पड़ा हैं। इसी तरह मनकेली पंचायत में 49 लाख रुपये होम लाईट लगाने के नाम निकाल ली गई। इस पंचायत में कांग्रेस नेता के भाई सचिव हैं।
पत्रवार्ता के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार, जिलाराम राणा, युवा मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य फूलचंद गागड़ा सहित अन्य भाजपाई मौजूद रहे।
भाजपा नेताओं ने सीएम, प्रभारी मंत्री व विधायक पर निशाना साधा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 16 दिसंबर। स्थानीय मुद्दों को लेकर जिला मुख्यालय में भारतीय जनता पार्टी द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। इस धरना प्रदर्शन में पूर्व मंत्री महेश गागड़ा, पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री विष्णु देव साय, प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा और राजनांदगांव सांसद संतोष पांडे समेत बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।
धरना के दौरान पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने कभी आदिवासियों की चिंता नहीं की है। कांग्रेस ने हमेशा से ही आदिवासियों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के 55 साल के राज में अगर वह चाहती तो आदिवसियों के विकास के लिए अलग से आदिम जाति कल्याण मंत्रालय बना सकती थी। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। साल 1999 में जब केंद्र में भाजपा की सरकार बनी तो प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई को महसूस हुआ कि अलग से आदिवासी मंत्रालय बनाया जाए। फिर इस मंत्रालय को बनाया गया। श्री साय ने स्थानीय विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि 4 साल से विधायक यहां लूट मचाये हुए हैं।
पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा ने स्थानीय विधायक और कलेक्टर पर स्थानीय भर्तियों में पैसों का लेनदेन कर युवाओं को नौकरी देने के साथ-साथ अनुकंपा जैसी नियुक्तियों में भी पैसे लेनदेन करने का आरोप लगाया है।
धरना प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री, आबकारी मंत्री और स्थानीय विधायक विक्रम शाह मंडावी का भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुतला दहन कर अपना विरोध दर्ज किया व नारेबाजी की गई। धरना प्रदर्शन से पहले युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने बाइक रैली निकाली।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार, शिवनारायण पांडेय, संग्राम सिंह राणा, दीपक बाजपेई, लव कुमार रायडू, घासीराम नाग,जिलाराम राणा, जानकी ध्रुवा, श्रीमती पुष्पा राव सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
शहीद नागुल दोरला के नाम पर आवापल्ली महाविद्यालय, होगी प्रतिमा स्थापित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 14 दिसंबर। साल वनों की कटाई के विरुद्ध फूतकेल, कटपल्ली व भेज्जी से आदिवासी आंदोलन का बिगुल फूंकने वाले शहीद नागुल दोरला की आदमकद प्रतिमा आवापल्ली में स्थापित होगी। इतना ही नहीं आवापल्ली महाविद्यालय का नाम भी शहीद नागुल दोरला के नाम पर रखने का निर्णय बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक में लिया गया हैं। इस महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कारम ने सीएम, प्रभारी मंत्री, बविप्र अध्यक्ष व क्षेत्रीय विधायक का आभार व्यक्त किया हैं।
ज्ञात हो कि शनिवार को बीजापुर में पहली बार बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक रखी गई थी। इस बैठक में जहां कई महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए गए तो वहीं कई घोषणाएं की गई। बैठक में दोरला समाज के क्रांतिकारी नेता शहीद नागुल दोरला की ब्लाक मुख्यालय आवापल्ली में दस लाख रुपये की लागत से आदमकद प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय लिया गया हैं। इसके अलावा आवापल्ली महाविद्यालय का नाम भी अब शहीद नागुल दोरला के नाम पर करने की घोषणा की गई है।
क्षेत्र के जिला पंचायत उपाध्यक्ष व प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव कमलेश कारम ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए खुशी जाहिर कर दोरला समाज ब्लॉक इकाई की तरफ से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, बविप्र अध्यक्ष लखेश्वर बघेल व बविप्र उपाध्यक्ष व क्षेत्रीय विधायक विक्रम मंडावी का आभार व्यक्त किया हैं। बता दें कि वर्ष 1859 में अंग्रेजी शासन के समय बीजापुर जिले के फुतकेल, कटपल्ली व भेज्जी क्षेत्र में साल वनों की कटाई के विरुद्ध एक आदिवासी आंदोलन शुरू किया गया था। जो कोई विद्रोह का नाम से पूरे देश में जाना जाता हैं। कोई विद्रोह भारत की जल जंगल जमीन को बचाने का आंदोलन हैं। जंगल की कटाई के काम में जैसी गति पकड़ी आदिवासी जमीदारों ने मिलकर यह तय किया कि अब जंगल और नहीं कटने दिया जाएगा।मांझीयो ने एक राय होकर फैसला किया कि एक पेड़ के पीछे एक सिर होगा। इस आंदोलन में एक वृक्ष एक सिर का नारा दिया गया। आंदोलन के नेतृत्वकर्ता नागुल दोरला की अगुवाई में आदिवासी जमीदारों के इस विद्रोह के सामने अंग्रेज सेना को भी अपने पैर खींचने पड़े साथी निजाम के आदमियों को दिए गए ठेके निरस्त किए गए।
कोई आंदोलन ने अपनी सफलता का इतिहास रच दिया। शहीद नागुल दोरला की मूर्ति स्थापित होने से क्षेत्र के दोरला समाज गौरान्वित है।
यह क्षेत्र के विधायक व बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम शाह मंडावी के प्रयासों से संभव हो पाया है। जिसके लिए पूरे दोरला समाज की ओर से जिला पंचायत उपाध्यक्ष व युवा कांग्रेस प्रदेश महासचिव कमलेश कारम ने सभी धन्यवाद ज्ञापित कर आभार व्यक्त किया हैं।
शहीद नागुल दोरला के नाम पर होगा आवापल्ली महाविद्यालय, होगी आदमकद प्रतिमा स्थापित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 13 दिसंबर। साल वनों की कटाई के विरुद्ध फूतकेल, कटपल्ली व भेज्जी से आदिवासी आंदोलन का बिगुल फूंकने वाले शहीद नागुल दोरला की आदमकद प्रतिमा आवापल्ली में स्थापित होगी और महाविद्यालय का नाम भी शहीद नागुल दोरला का नाम पर रखने का निर्णय बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक में लिया गया है। इस निर्णय के लिए जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कारम ने सीएम, प्रभारी मंत्री, बविप्र अध्यक्ष व क्षेत्रीय विधायक का आभार व्यक्त किया है।
ज्ञात हो कि शनिवार को बीजापुर में पहली बार बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक रखी गई थी। इस बैठक में कई निर्णय व घोषणाएं ली गई। बैठक में दोरला समाज के क्रांतिकारी नेता शहीद नागुल दोरला की ब्लाक मुख्यालय आवापल्ली में दस लाख की लागत से आदमकद प्रतिमा स्थापित की जाएगी। इसके अलावा आवापल्ली महाविद्यालय का नाम भी अब शहीद नागुल दोरला के नाम पर होगा। इस महत्तवपूर्ण निर्णय पर क्षेत्र के जिला पंचायत उपाध्यक्ष व प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव कमलेश कारम ने खुशी जाहिर करते हुए दोरला समाज ब्लाक इकाई की तरफ से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, बविप्र अध्यक्ष लखेश्वर बघेल व बविप्र उपाध्यक्ष व क्षेत्रीय विधायक विक्रम मंडावी का आभार व्यक्त किया है।
बता दें कि वर्ष 1859 में अंग्रेजी शासन के समय बीजापुर जिले के फुतकेल, कटपल्ली व भेज्जी क्षेत्र में साल वनों की कटाई के विरुद्ध एक आदिवासी आंदोलन शुरू किया गया था। जो कोई विद्रोह का नाम से पूरे देश में जाना जाता है। कोई विद्रोह भारत की जल जंगल-जमीन को बचाने का आंदोलन है। जंगल की कटाई के काम में जैसी गति पकड़ी आदिवासी जमीदारों ने मिलकर यह तय किया कि अब जंगल और नहीं कटने दिया जाएगा। मांझीयों ने एक राय होकर फैसला किया कि एक पेड़ के पीछे एक सिर होगा। इस आंदोलन में एक वृक्ष एक सिर का नारा दिया गया।
आंदोलन के नेतृत्वकर्ता नागुल दोरला की अगुवाई में आदिवासी जमीदारों के इस विद्रोह के सामने अंग्रेज सेना को भी अपने पैर खींचने पड़े। साथी निजाम के आदमियों को दिए गए ठेके निरस्त किए गए। कोई आंदोलन ने अपनी सफलता का इतिहास रच दिया। शहीद नागुल दोरला की मूर्ति स्थापित होने से क्षेत्र के दोरला समाज गौरान्वित है। यह क्षेत्र के विधायक व बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम शाह मंडावी के प्रयासों से संभव हो पाया है। जिसके लिए पूरे दोरला समाज की ओर से जिला पंचायत उपाध्यक्ष व युवा कांग्रेस प्रदेश महासचिव कमलेश कारम ने सभी धन्यवाद कर आभार व्यक्त किया है।
आतंक और दहशत नहीं अब शिक्षा और शांति का मॉडल बनेगा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 13 दिसंबर। देश का सर्वाधिक माओवाद प्रभावित माना जाने वाला बीजापुर इलाके की तस्वीर शिक्षा को लेकर बदल रही है। सरकार की विश्वास बहाली की कोशिशों के बीच अब ग्रामीण इन इलाकों में शिक्षा को लेकर जागरूक हो रहे है। साल 2005 में सलवा जुडूम अभियान के दौरान उपजे हिंसा और आतंक के माहौल के बाद जिले के तकरीबन 300 स्कूल बंद हो गए । इनमें सर्वाधिक माओवाद प्रभावित मनकेली गांव है जहाँ 18 साल से स्कूल और तमाम सरकारी सुविधाएँ जमींदोज हो गई ।
जिला मुख्यालय बीजापुर से महज 13 किलोमीटर दूर मनकेली आम तौर पर सरकारी मुलाजिम और सरकारी योजनाओं के लिए प्रतिबन्धित इलाका माना जाता है। जहाँ हर कदम चुनौती और दहशत से भरा होता है। अब यहां के हालात बदल रहे है और शिक्षा से शांति का वातावरण तैयार हो रहा है। ग्रामीण अब शिक्षा की मुहिम में आगे आकर एक नई मिसाल पेश कर रहे हैं।
सोमवार को बीजापुर के बीईओ मोहम्मद जाकिर खान बीआरसी कामेश्वर दुब्बा के साथ शिक्षा विभाग की टीम मनकेली पहुंची और 18 साल बाद 100 बच्चों को दाखिल कर नए अध्याय की शुरुआत की। दुर्गम और भयावह रास्तों से गुजरने के बाद शिक्षा विभाग की टीम ने मनकेली के बच्चों को स्कूल बैग, कॉपी किताब भेंट किया तो बच्चों के साथ ग्रामीण भी खुशी से झूम उठे। यहाँ के सरपंच लखु उरसा, पुजारी मोडियंम लक्खू और मुखिया पुनेम सन्नू ने शिक्षा की अलख जगाने पर खुशी का इजहार कर तिलक लगाकर बच्चों का स्वागत किया और बैग कॉपी पुस्तक भेंट किया।
इस अवसर पर बच्चों के साथ ग्रामीणों और शिक्षा विभाग की टीम ने सामूहिक रूप से भोजन कर एक नए विश्वास का संदेश दिया । मनकेली में स्थानीय ज्ञान दूत के माध्यम से स्कूल का संचालन होगा। जिसमें स्कूल शेड के साथ जरूरी सुविधाओं की बहाली जिला प्रशासन के माध्यम से किया जा रहा है।
18 साल बाद राष्ट्रगान का हुआ गायन
स्कूल और सरकारी सुविधाओं के ध्वस्त होने के बाद मनकेली में तमाम सरकारी गतिविधियां बन्द हो गई। अब जब स्कूल के जरिये बदलाव की बयार बही तो 18 साल बाद मनकेली की वादियों में राष्ट्रगान की गूंज भी सुनाई दी। स्कूल शुरू करने के मौके पर बच्चों के साथ ग्रामीणों और मौजूद शिक्षा विभाग की टीम ने राष्ट्रगान का गायन कर औपचारिक रूप से कक्षाओं की शुरुआत की।
200 से ज्यादा स्कूल खुले, 7500 बच्चों को मिला शिक्षा का अधिकार
छतीसगढ़ सरकार की विश्वाश बहाली की मुहिम और जिला प्रशासन के प्रयासों से पूरे जिले में तकरीबन 300 बन्द स्कूलों में से 200 से ज्यादा स्कूलों को फिर से खोलने में सफलता पाई गई है। जिनमें 7500 बच्चे दाखिल किए गए हैं। डीएमएफ मद से ज्ञान दूत मानदेय, स्कूल शेड और बुनियादी सुविधाओं की पूर्ति जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा नोटकेम के माध्यम से फिर से खोले गए स्कूल की मॉनिटरिंग की जा रही है।
स्कूल खोलने की मुहिम में लगे बीईओ मोहम्मद जाकिर खान ने बताया कि मुख्यमंत्री भुपेश बघेल के निर्देशों के अनुरूप जिला प्रशासन की नीति ने स्कूल खोलने के अभियान को बेहतर दिशा दी है। अंतिम गांव औऱ अंतिम व्यक्ति तक शासन की योजनाओं को पहुंचाने विश्वास कायम करने की सरकारी पहल का असर ग्रामीणों पर हुआ है और वे बुनियादी सुविधाओं की खुद मांग कर रहे है। शिक्षा को लेकर ग्रामीणों के बीच एक सकारात्मक बदलाव आया है। जिसके चलते हम अंदुरुनी और दूरस्थ क्षेत्रों में स्कूल खोलकर नई राह बनाने में सफल हो पा रहे हैं।
प्रतिबंधात्मक धारा 151 के तहत की गई कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 12 दिसंबर। यहां कलेक्टर दफ्तर के सामने भूख हड़ताल कर रहे पूर्व युवा आयोग सदस्य अजय सिंह को कोतवाली पुलिस ने बिना सूचना के हड़ताल करने के और शांति भंग करने के आरोप में हिरासत में लेकर एसडीएम कोर्ट में पेश किया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
सोमवार को कलेक्टर दफ्तर के सामने पूर्व युवा आयोग के सदस्य अजय सिंह ने अपने कार्य के भुगतान और डीएमएफ मद में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए भूख हड़ताल पर बैठे थे। इस दौरान तहसीलदार बीजापुर व कोतवाली पुलिस ने बिना सूचना दिए हड़ताल करने और शांति भंग का हवाला देते हुऐ उन्हे हिरासत में लिया गया।
कोतवाली प्रभारी शशिकांत भारद्वाज ने बताया कि अजय सिंह को प्रतिबंधात्मक धारा 151 के तहत कार्रवाई कर एसडीएम कोर्ट में पेश किया गया था।
कलेक्टर दफ्तर के सामने अनशन कर रहे पूर्व युवा आयोग के सदस्य अजय सिंह ने कहा कि बीजापुर में लगातार डीएमएफ मद की राशि और केन्द्र व राज्य सरकार के विकास कार्यो के नाम पर में आबंटन राशि का भरपूर दुरूपयोग हो रहा है।
उन्होंने कहा कि डीएफएम राशि का ब्यौरा सार्वजनिक हो, क्षेत्र के विकास के लिए उस राशि का उपयोग कहां किया गया, शेष क्या राशि है, किस किस विभाग को एजेंसी बनाया किसके माध्यम से कार्य किया गया। जिला प्रशासन से मांग है कि इसे सार्वजनिक करें।
अजय सिंह ने कहा कि पूर्व से ही जिला प्रशासन को सूचना दे चुका हूं। जब तक मांग पूरी नहीं होगी, मैं अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठूंगा।
इधर, एसडीएम बीजापुर प्रेम कुमार प्रेमी ने बताया कि हमें इसके संबंध में किसी प्रकार का पत्र नहीं मिला है। कार्यालयीन अवकाश के चलते शनिवार व रविवार को आफिस बंद थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 11 दिसंबर। जिले के उसूर ब्लाक के आवापल्ली में संचालित शासकीय महाविद्यालय अब शहीद नांगूल दोरला के नाम से होगा, जिसका निर्णय शनिवार को बीजापुर में हुए बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक में लिया गया है। इसके साथ ही विकास खण्ड मुख्यालय आवापल्ली में दस लाख रुपए की लागत से ‘शहीद नांगूल दोरला’ की विशाल प्रतिमा और भोपालपटनम के ग्राम गोरला में दस लाख रुपए की लागत से ‘शहीद वीर नारायण सिंह’ की विशाल प्रतिमा स्थापित होगी, जिसकी भी स्वीकृति बविप्र के उपाध्यक्ष विधायक विक्रम मंडावी ने दी है।
इस दौरान विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि शासकीय महाविद्यालय आवापल्ली का नाम ‘शहीद नांगूल दोरला’ के नाम से रखे जाने और विकास खंड मुख्यालय आवापल्ली में ‘शहीद नांगूल दोरला’ और विकास खंड भोपालपटनम के ग्राम गोरला में ‘शहीद वीर नारायण सिंह’ की प्रतिमायें स्थापना किए जाने की माँग क्षेत्र के लोग लम्बे समय से कर रहे थे, जिसकी स्वीकृति दे दी गई है। जल्द ही इन दोनों स्थानों पर विशाल प्रतिमाएँ स्थापित होंगी, इससे आदिवासियों के विरासत एवं संस्कृति की संरक्षण, संवर्धन एवं परिरक्षण होगी।
कौन थे शहीद नांगूल दोरला
वर्ष 1859 में अंग्रेज़ी शासन के समय बीजापुर जि़ले के पोतकेल, भेज्जी और कटपल्ली क्षेत्र में साल वनों की कटाई के विरुद्ध एक आदिवासी आंदोलन शुरू किया गया था, जो कि ‘कोई विद्रोह’ के नाम से पूरे देश में जाना जाता है। ‘कोई विद्रोह’ भारत का पहला ज्ञात सफल पर्यावरण तथा जल, जंगल और ज़मीन को बचाने का आंदोलन है। जंगल की कटाई के काम ने जैसे ही गति पकड़ी आदिवासी ज़मींदारों ने मिलकर यह तय किया कि अब जंगल और काटने नही जाएँगे। माँझियों ने एकराय होकर फ़ैसला किया कि एक पेड़ के पीछे एक सिर होगा।
इस आंदोलन में ‘एक वृक्ष एक सिर’ नारा दिया गया। आंदोलन के नेतृत्वकर्ता ‘नांगूल दोरला’ की अगुवाई में आदिवासी ज़मीदारों के इस विद्रोह के सामने अंग्रेज़ सेना को भी अपने पैर खिंचने पड़े।
साथ ही निज़ाम के आदमियों को दिए गए ठेके निरस्त किए गए। कोई आंदोलन ने अपनी सफलता का इतिहास रच दिया।
बीजापुर में पहली बार हुई बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 10 दिसंबर। बीजापुर में पहली बार बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक आयोजित की गई। बैठक में बस्तर में संचालित विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने कहा कि प्राधिकरण द्वारा स्वीकृत सभी विकास कार्यों को समय पर पूर्ण करें, जिससे इनका लाभ स्थानीय जनता को मिले। उन्होंने आश्रम-छात्रावासों के माध्यम से बच्चों को बेहतर शैक्षणिक सुविधा प्रदान करने पर जोर दिया। उन्होंने अधिक से अधिक विकास कार्य संपादित करने के लिए प्राधिकरण के बजट को बढ़ाने हेतु राज्य शासन को प्रस्ताव भेजने की बात भी कही।
प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक को बस्तर की कैबिनेट बैठक बताते हुए कहा कि इस बैठक में बस्तर में संचालित विकास कार्यों की विस्तारपूर्वक चर्चा होती है और उसके आधार पर कार्यों को धरातल पर उतारा जाता है।
श्री लखमा ने नरवा गरुआ घुरवा बाड़ी योजना को शासन की महात्वाकांक्षी योजना बताते हुए सभी गौठानों को शासन की मंशा के अनुरुप आत्मनिर्भर बनाने निर्देश दिए। उन्होंने जल जीवन मिशन के कार्यों की गति बढ़ाए जाने पर जोर देते हुए कहा कि यह अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य है तथा इस योजना से कोई भी घर वंचित न रहे। उन्होंने कार्य की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए अधिकारियों को नियमित तौर पर निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
आश्रम-छात्रावास, स्वास्थ्य केन्द्र, आंगनबाड़ी, सडक़, सेतु सहित सभी निर्माण कार्यों को गति प्रदान करने के निर्देश देते हुए कहा कि बारिश की समाप्ति के पश्चात् निर्माण कार्यों को गति देने का यह सबसे अच्छा अवसर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सबसे अच्छी सडक़ें बस्तर में बनी हैं। अब कुछ ही महीनों में जगरगुण्डा और बारसूर-पल्ली मार्ग का निर्माण भी पूरा होगा, जो एक बड़े सपने के साकार होने जैसा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पुन: शीघ्र ही बस्तर आएंगे और भेंट-मुलाकात के दौरान की गई घोषणाओं और निर्देशों के पालन की समीक्षा करेंगे। मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में धान का सबसे अच्छा मूल्य मिलने के कारण दूसरे प्रदेशों के धान खपाए जाने की आशंका को देखते हुए इस पर रोक लगाने के लिए अधिक से अधिक चौकसी बरतने के निर्देश दिए।
संासद दीपक बैज ने कहा कि उनके निवेदन पर 14 दिसंबर को प्रस्तावित बैठक को आज आयोजित किया गया। उन्होंने इसके लिए प्राधिकरण का आभार व्यक्त किया। बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक विक्रम शाह मंडावी ने बीजापुर में पहली बार प्राधिकरण की बैठक आयोजित करने पर खुशी जताते हुए कहा कि इससे अंचल में चल रहे विकास कार्यों को नई गति मिलेगी।
बैठक में चर्चा के दौरान कोपागुड़ा में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के निर्माण, लाल पानी प्रभावित क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति के लिए संचालित की जा रही नेरली जल प्रदाय योजना को मार्च माह तक पूर्ण कर लिए जाने की बात लोक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने कही। बैठक में कुछ अधिकारियों के उपस्थित नहीं रहने गहरी नाराजगी जाहिर की गई।
बैठक में देवगुड़ी, पेनगुड़ी, घोटूल, मृतक स्मारक स्थलों की भूमि के अभिलेखीकरण कार्य के लिए प्रशंसा की गई। इन स्थानों को संस्कृति के साथ ही पर्यावरण के संरक्षण के लिए भी महत्वपूर्ण स्थान बताया गया। बैठक में वन अधिकार मान्यता पत्रधारी किसानों को ऋण पुस्तिका प्रदान करने के साथ ही किसान क्रेडिट कार्ड प्रदान करने के निर्देश भी दिए गए, जिससे हितग्राही शासन की अन्य योजनाओं का लाभ उठाने के साथ ही खेती-किसानी के लिए बिना ब्याज के ऋण भी आसानी से प्राप्त कर सकें। वन अधिकार मान्यता पत्र की भूमि के समतलीकरण, तालाब निर्माण, मुर्गीपालन, पशुपालन आदि आर्थिक गतिविधयों के लिए भी कार्य करने के निर्देश दिए गए। बीजापुर जल आवर्द्धन योजना को गति प्रदान करने के लिए मिंगाचल नदी में एनीकट बनाए जाने की आवश्यकता को देखते हुए कार्य को गति प्रदान करने के निर्देश भी दिए गए। बैठक में महत्वपूर्ण स्थानों के नामकरण के लिए शासन को प्रस्ताव भेजने का निर्णय भी लिया गया।
बैठक में संसदीय सचिव रेखचंद जैन, शिशुपाल सोरी, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप, अंतागढ़ विधायक अनूप नाग, चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम, कमिश्नर तथा प्राधिकरण के सदस्य सचिव श्याम धावड़े, पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी, बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार कोंडागांव कलेक्टर दीपक सोनी, बीजापुर कलेक्टर राजेन्द्र कटारा, सुकमा कलेक्टर हरीश एस सहित जिला पंचायत के अध्यक्षगण, बस्तर विकास प्राधिकरण के सदस्यगण उपस्थित थे।
कल से कलेक्टर दफ्तर के सामने बेमुद्दत भूख हड़ताल की चेतावनी
‘छत्तीसगढ़’संवाददाता
बीजापुर, 9 दिसंबर। छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग के पूर्व सदस्य अजय सिंह ने विधायक और जिला प्रशासन पर उनके द्वारा कराए गए कार्यों का भुगतान रोके जाने का आरोप लगाया है ।
यहां शुक्रवार को पत्रकार भवन में पूर्व युवा आयोग के सदस्य अजय सिंह ठाकुर ने प्रेसवार्ता कर स्थानीय विधायक और जिला प्रशासन पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि डीएमएफ मद की राशि का खुलेआम बंदरबांट किया जा रहा है।
अजय सिंह ने कहा कि चुनिंदा लोगो को फायदे पहुंचाने के लिए डीएमएफ मद की राशि खुलेआम दुरूपयोग किया गया है। उन्होंने कहा कि जिले में जिला निर्माण समिति में की गई निविदा प्रक्रिया का अखबार में प्रकाशन, कुल ठेकेदारों की संख्या, कार्य का आदेश और ठेकेदार के नाम सार्वजनिक किया जाए।
उन्होंने आगे कहा कि डीएमएफ एवं अन्य मदों से जो भी कार्य हो रहे हैं, उन कार्यों का कार्य स्थल पर लागत, ठेकेदार के नाम का साईन बोर्ड स्थापित किया जाए।
अजय सिंह ने कहा- मैं चार सूत्रीय मांगों को लेकर 11 दिसम्बर को कलेक्टर आफिस के सामने अनिश्चित कालीन भूख हडताल पर बैठूंगा। उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा बालिका छात्रावास पाण्डेमुर्गा में टाइल्स लगाने कार्य किया गया है। जिला प्रशासन ने लोक निर्माण विभाग को जांच के आदेश दिये, जांच के बाद कार्य संतुष्ट पाया गया। इसके बावजूद जिला प्रशासन के द्वारा मेरा काम नहीं होना बताया जा रहा है और मेरा भुगतान रोका गया है।
अब मोबाइल एप्प से रोचक होगी बच्चों की पढ़ाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 8 दिसंबर। जिले के प्राथमिक स्तर के बच्चों में भाषाई ज्ञान बढ़ाने जिला प्रशासन ने कलेक्टर राजेन्द्र कटारा के निर्देश पर रीड एलांग बय गूगल मोबाइल एप्प लांच कर गुणवत्ता सुधार की दिशा में नवाचार किया है।
इस संबंध में बीजापुर ब्लॉक के प्रधान अध्यापकों और संकुल समन्वयकों की एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित कर उसके क्रियान्वयन की गतिविधियों को बताया गया। इस अवसर पर डीईओ बीआर बघेल ने मोबाइल एप की उपयोगिता बताते हुए गुणवत्ता सुधारने की दिशा में जिम्मेदारी से कार्य करने पर बल दिया।
यहां पोटाकेबिन स्थित आडिटोरियम में आयोजित प्रशिक्षण में डीईओ बघेल ने कहा कि एफएलएन निपुण भारत कार्यक्रम का महत्वपूर्ण भाग है। जिसके लक्ष्यों को प्राथमिकता से पूरा किया जाना है । नियमित रूप से मोबाइल एप्प रीड एलांग का उपयोग कर बच्चों को रोचक ढंग से सीखा कर उनमें दक्षता विकसित करना है।
बीईओ मोहम्मद ज़ाकिर खान ने बताया कि रीड एलांग इस जिले के बच्चों के लिए बहुत उपयोगी है। जिसमें 1000 रोचक कहानियां है। इन कहानियों को पढक़र बच्चों में पढऩे बोलने के कौशल में सरल तरीके से गुणात्मक वृद्धि होगी।
प्रशिक्षण में गांधी फेलो भूमिका पेंडोर ने रीड एलांग बय गूगल को डॉउनलोड कर पार्टनर कोड का उपयोग करने की विधि बताई। इस एप्प से बच्चे खेल खेल में रोचक कहानियां पढ़ सकते हैं, जिसमें दिया नाम की गूगल अस्सिस्टेंट बच्चों को पढऩे में मदद के साथ गलतियों को सुधार करने में सहायता करती है। इस एप्प में 8 भाषाओं में 1000 से ज्यादा रोचक कहानियां है। जिनसे बच्चे मनोरंजक तरीके से पढऩा सीखते हैं और गलतियों को सुधार करते हैं । अच्छी पढ़ाई करने पर बच्चों को शाबाशी के साथ सितारे इनाम के रूप में मिलते है। जिससे उनकी रुचि पढऩे में बनी रहती है। प्रशिक्षण में रीडिंग ग्रुप के जरिये मोबाइल एप का उपयोग करने की विधि भी बताई गई। इस अवसर पर बीआरसी कामेश्वर दुब्बा ने ऑनलाइन प्रविष्टि और बालवाड़ी संचालन की जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम के अंत में सभी संकुल समन्वयकों से मॉनिटरिंग कार्य को नियमित करने और शालेय गतिविधियों का जिम्मेदारी से निर्वहन करने के निर्देश दिए गए।
मंत्री लखमा और आदिवासियों से केदार कश्यप मांगे माफ़ी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 7 दिसंबर। क्षेत्रीय विधायक एवं बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम मंडावी ने केदार कश्यप का प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लखमा को लेकर दिए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मंत्री कवासी लखमा अपनी माँ और बाप के बेटे होने का फज़ऱ् निभाया है और विधानसभा से आरक्षण का बिल पास हो गया है, मंत्री कवासी लखमा ने साबित कर दिखाया है कि वे ही बस्तर और आदिवासियों के सच्चे सपूत है।
विक्रम मंडावी ने अपने जारी बयान में आगे कहा कि अब केदार कश्यप की बारी है कि वे मोदी सरकार से छत्तीसगढ़ विधान सभा से पारित आरक्षण विधेयक पर हस्ताक्षर करा कर अपने माँ और बाप का असली बेटा होने का फज़ऱ् निभाए लेकिन वे ऐसा कभी नहीं करेंगे। क्यूँकि केदार कश्यप का पूरा कुनबा मोदी सरकार, भाजपा और आरएसएस की चरण वंदनाओं की राजनीति में लगी रहती है। वैसे भी केदार कश्यप और भाजपा ने कभी भी आरक्षण का खुले मन से समर्थन नहीं किया इसीलिए केदार कश्यप और भाजपा के लोगों ने हाई कोर्ट में लगे याचिका पर वर्ष 2012 से वर्ष 2018 तक कोर्ट के समक्ष सही तथ्यों को नहीं रखा।
विक्रम मंडावी ने अपने विज्ञप्ति में आगे कहा कि मंत्री कवासी लखमा बस्तर और आदिवासियों के सबसे वरिष्ठ आदिवासी नेता है केदार कश्यप का बयान आदिवासियों और बस्तर के लोगों का अपमान है इसलिए केदार कश्यप, मंत्री कवासी लखमा और बस्तर के आदिवासियों से अपने अपमान जनक और अमर्यादित भाषा के इस्तेमाल करने के लिए माफ़ी माँगे। विधायक मंडावी ने बयान में यह भी कहा कि भाजपा राज में केदार कश्यप शिक्षा मंत्री रहते उन्होंने बस्तर संभाग के सैकड़ों स्कूलों को जानबूझकर बंद करवाया ताकी आदिवासी बच्चे शिक्षा जैसे मौलिक अधिकारों से वंचित रहे, आरक्षण और आदिवासियों के हमेशा विरोधी रहे।केदार कश्यप आदिवासियों की बात कहने का हक़ भी खो चुके है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल के नेतृत्व में विकास के रोज़ नए नए सोपान गढ़ रही है। यही कारण है कि प्रदेश के हर चुनाव में प्रदेश की जनता कांग्रेस पार्टी को अपना पूरा समर्थन दे रही है।
इसी से बौखलाकर भाजपा और केदार कश्यप अभी से भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव के हार के बहाने ढूँढ रही है।ताकि लोगों का ध्यान कही और जाए लेकिन प्रदेश और बस्तर की जनता भाजपा के झूठ, जुमले और मनगढ़ंत बयानबाजी को अच्छी तरह से समझती है। भाजपा और केदार कश्यप केवल मीडिया में बने रहने के लिए उल-जुलूल बयान बाज़ी कर रहे है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 7 दिसंबर। छ: सूत्रीय माँगों को लेकर छत्तीसगढ़ शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालक विक्रेता कल्याण संघ प्रदेशभर में 3 दिवसीय हड़ताल पर हैं। इसका व्यापक असर बीजापुर जिले के उचित मूल्य की दुकानों पर भी देखने को मिला।
अपनी छह सूत्रीय मांग खाद्यान्न कटौती के सबंध में, सर्वर की समस्या, मानदेय व्यवस्था लागू करने, कमीशन की राशि , कमीशन की राशि सीधे विक्रेता संचालक के खाते में प्रदाय करने की व्यवस्था , खाद्यान भंडारण में तीन प्रतिशत सुखद की मांग को लेकर शासकीय उचित मूल्य दुकान विक्रेता कल्याण संघ प्रांतीय आव्हान पर तीन दिवसीय हड़ताल पर हैं। इससे बीजापुर जिले की 190 उचित मूल्य की दुकानें बंद हो गई है। जिसका असर यहां के करीब 70 हजार से ज्यादा उपभोक्ताओं पर पड़ा है।
शासकीय उचित मूल्य संघ के जिला अध्यक्ष तिरुपति कटला ने बताया कि गुरुवार को उनका यह आंदोलन कलेक्टर को ज्ञापन देने के बाद समाप्त हो जाएगा। उन्होंने बताया कि 12 दिसम्बर को राजधानी में संघ की बैठक आहूत की गई हैं। वह आगे की रूपरेखा तय की जाएगी। जिलाध्यक्ष के मुताबिक सरकार ने उनकी मांगे पुरी नहीं कि तो संघ प्रदेश सरकार के खि़लाफ़ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य हो जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 6 दिसंबर। मंगलवार को स्वामी आत्मानन्द इंग्लिश मीडियम स्कूल बीजापुर में विधायक विक्रम शाह मण्डावी व कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा एवं जिले के जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में सरस्वती सायकल योजना के अंतर्गत कक्षा नवमीं की 129 छात्राओं को सायकल वितरण किया गया।
विधायक मण्डावी ने उपस्थित छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरस्वती सायकल योजना शासन की महत्वपूर्ण योजना है। इसके तहत बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सायकल वितरण किया जा रहा है, इससे छात्र छात्राओं को स्कूल आने जाने में आसानी होगी।
उन्होंने आगे कहा कि आप जिस भी क्षेत्र में आगे बढऩा चाहते हंै और जिस भी विषय में रुचि है, उसे पूरा करने के लिए परिश्रम करें और अपनी रुचि को अपने शिक्षक व माता-पिता को जरूर बताएं, ताकि वे आपके आगे बढऩे में आपके सहायक बनेंगे।
कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा ने कहा कि बीजापुर का स्वामी आत्मानन्द इंग्लिश मीडियम स्कूल बीजापुर जिले का पहला स्कूल है बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये, शासन की योजना के तहत सायकल वितरण किया जा रहा है, जिससे छात्र छात्राओं को स्कूल आने जाने में आसानी होगी।
जिला पंचायत सदस्य व बस्तर विकास प्राधिकरण सदस्य नीना रावतिया उद्दे ने भी छात्र-छात्राओं को सम्बोधित किया। इस दौरान पीसीसी सदस्य ज्योति कुमार, प्रवीण उद्दे सहित स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के शिक्षक व शिक्षिकाएँ उपस्थित रहीं।
पद से हटाया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 2 दिसंबर। प्रदेश में 1 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू हो गई है। धान खरीदी शुरू होने के साथ साथ इसमें खामियाँ भी सामने आने लगी है। ताज़ा मामला उसूर धान खरीदी केंद्र का सामने आया है। जहाँ धान खरीदी केंद्र में अनियमितता पाए जाने पर प्रशासन ने उसूर केंद्र प्रभारी व प्रबंधक को बाहर का रास्ता दिखाया है।
उसूर एसडीएम मनोज बंजारे ने बताया कि उसूर धान खरीदी केंद्र में हमालों की उचित व्यवस्था करनी थी। लेकिन वहां हमाल की व्यवस्था नहीं की गई थी,और स्टॉक पंजी में जितना धान होना चाहिए था, मौके पर उतना धान नहीं मिला। ज्ञात हो कि कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने भी शुक्रवार को धान खरीदी केंद्र का औचक निरिक्षण किया था जिसमें कलेक्टर ने भी धान खरीदी केंद्र में अव्यवस्थाओं को देखकर नाराजगी जताई थी। जिसके बाद सोमवार को खाद्य अधिकारी व एसडीएम ने धान खरीदी केंद्र जाकर जाँच की थी।
इस जांच के बाद जांच रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी गई । जांच सही जाने पर लेम्पस प्रभारी राममूर्ति गटपल्ली व लेम्पस प्रबंधक विष्णु प्रसाद साहू को पद से हटा दिया गया हैं।
जिले में है 26 धान खरीदी केंद्र
खाद्य अधिकारी गणेश कुर्रे ने बताया कि जिले में 26 धान खरीदी केंद्र है और अब तक 21 हजार क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है।
1 से 21 तक ग्रामीण क्षेत्रों में होगी मलेरिया जांच
बीजापुर, 1 दिसंबर। छत्तीसगढ़ को मलेरिया मुक्त बनाने शासन द्वारा संचालित मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के सातवें चरण का शुभारंभ आज जिले के चारों विकासखंडों में हुआ।
इस अभियान के अंतर्गत जिले के संपूर्ण ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत शत प्रतिशत लोगों का मलेरिया जांच करने एवं सकारात्मक पाए जाने पर पूर्ण उपचार करने का कार्य किया जाएगा। कलेक्टर राजेंद्र कटारा के द्वारा हरी झंडी दिखाकर ग्राम ईटपाल में उक्त अभियान का विधिवत शुभारंभ किया गया।
इसी तरह भैरमगढ़ में जनपद अध्यक्ष दशरथ कुंजाम, उसूर जनपद उपाध्यक्ष श्रीनिवास बीराबोइना के द्वारा स्वयं का रक्त परीक्षण करवाकर इस अभियान का शंखनाद किया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुनील भारती एवम जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. आदित्य साहू के द्वारा एक हफ्ते पूर्व ही विभाग के समस्त अधिकारी कर्मचारियों की बैठक लेकर अभियान को सफल बनाने आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए थे। एक से 21 दिसंबर तक चलने वाले इस अभियान के निरीक्षण हेतु जिला स्तरीय अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 1 दिसंबर। जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र नेला कांकेर के जंगलों में बुधवार की दोपहर हुई पुलिस नक्सली मुठभेड़ में पुलिस को भारी पड़ता देख हथियार छोड़ कर नक्सली भाग खड़े हुए। घटना स्थल पर किए गए सर्चिंग में सुरक्षा बलों को हेण्ड मेड रायफल, जिंदा कारतूस और टिफिन बम सहित अन्य सामग्री मिले हैं।
जिले के एसपी अंजनेय वाष्र्णेय ने बताया कि माओवादी विरोधी अभियान पर डीआरजी, सीआरपीएफ 229,196, कोबरा 210 की संयुक्त टीम नेलाकांकेर, टेकमेटला, भुसापुर की ओर निकली थी।
30 नवंबर को दोपहर करीब 3 बजे नेलाकांकेर के जंगलों में पुलिस और माओवादियों की बीच मुठभेड़ हुई। पुलिस बल को भारी पड़ता देख जंगल का फायदा उठाकर नक्सली भाग खड़े हुए।
एसपी ने बताया कि मुठभेड़ के बाद की गई सर्च कार्रवाई में मौके से चार एसबीएमएल रायफल, पांच नग 12 बोर की जिंदा कारतूस, टिफिन बम, पटाखा, पिटठू, माओवादी साहित्य, पाम्पलेट एवं अन्य सामग्री बरामद किए गए। मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को कोई क्षति नहीं पहुंची है।