छत्तीसगढ़ » राजनांदगांव
सालभर से हो रही मरम्मत की मांग, राहगीरों में रोष
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 7 जुलाई। ब्लॉक मुख्यालय से ग्राम पंागरी के मध्य बनी डामरीकृत सडक़ जर्जर हो गई है। मार्ग में जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। सडक़ की डामर उखड़ गई है और गिट्टियां बाहर निकल आई है। इससे इस मार्ग में हर दिन छोटी-बड़ी सडक़ दुर्घटनाएं हो रही है। एक वर्ष से इस मार्ग के मरम्मत की मांग की जा रही है, लेकिन सडक़ की मरम्मत तो दूर गड्ढे भी नहीं भरे जा रहे हैैं। जिससे इस मार्ग में यात्रा करने वाले राहगीरों व स्थानीय नागरिकों में प्रशासन के खिलाफ रोष है।
राजनांदगांव को बालोद व दुर्ग जिला को जोडऩे वाली अंबागढ़ चौकी से डौंडीलोहारा प्रमुख सडक़ मार्ग में तीन वर्ष पूर्व पिछली सरकार के समय छग सेतु निर्माण विभाग ने अंबागढ़ चौकी से पंागरी के मध्य करोड़ों की लागत से दो किमी डामरीकृत सडक़ एवं शिवनाथ नदी में एक उच्च स्तरीय पुल का निर्माण किया था। निर्माण कार्य को तीन वर्ष से अधिक का समय व्यतीत हो गया है, लेकिन आज तक इस सडक़ की मरम्मत नहीं हुई है। देखरेख के अभाव में सडक़ पूरी तरह जर्जर हो गई है।
इस सडक़ में प्रतिदिन यात्रा करने वाले चौकी निवासी कुजेंश यादव, केसरीटोला निवासी पिन्टू तिवारी, पांगरी निवासी रमेश कुमार, भनसुला निवासी डेरहाराम मेश्राम, गेार्राटोला निवासी बिहारीलाल रावटे, माहुद निवासी सौरभ मिलींद, अनुराग बोरकर, मोहड निवासी दिलीप जुरेशिया, ठेठवार लंझिया निवासी भगत ठाकुर दिलीप यादव ने बताया कि पांगरी से चौकी के मध्य सेतु निर्माण विभाग द्वारा बनाई गई सडक़ पूरी तरह जर्जर हो गई है। मार्ग में बड़े-बड़े गड्ढे उभर आए हैं। सडक़ का डामर व गिट्टियां कई जगह से उधड़ कर बाहर आ गई है। इससे इस रूट में आए दिन छोटी-बड़ी सडक़ दुर्घटनाएं होती है। खस्ताहाल सडक़ के चलते इस मार्ग में सडक़ दुर्घटनाओं के चलते आधा दर्जन ग्रामीणों की मौत भी हो चुकी है। बीते दो वर्ष से इस सडक़ मरम्मत के लिए मांग हो रही है, लेकिन सडक़ मरम्मत तो दूर संबंधित विभाग द्वारा सडक़ के गड्डे भी नहीं भराए जा रहे हैं। इससे इस मार्ग में यात्रा करने वाले यात्रियों एवं स्थानीय नागरिकों में प्रशासन के खिलाफ भारी आक्रोश है
ग्रामीणों ने इस मार्ग की जल्द से जल्द मरम्मत की मांग की है। जिससे बारिश के मौसम में यहां किसी बड़ी दुर्घटना एवं अनहोनी से बचा जा सके।
24 घंटे व्यस्त रहती है सडक़
ब्लॉक मुख्यालय को पंागरी से जोडऩे वाले इस मार्ग में देशी व अंग्रेजी शराब दुकान स्थित है तथा पांगरी से बिहरीकला के मध्य सडक़ निर्माणाधीन होने के कारण यह मार्ग 24 घंटे व्यस्त रहती है। मार्ग में हल्के व भारी वाहन पूरे समय चलती रहती है। शराब दुकान के चलते इस सडक़ में मदिरा प्रेमियों का सुबह से देर रात तक आवागमन रहता है। सडक़ जर्जर होने एवं मदिराप्रेमियों के मदमस्त होने के कारण इस मार्ग में नित्य छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं होती है।
सेतु निर्माण का कार्यालय नहीं होने से लोक निर्माण विभाग को करते है शिकायत
ब्लॉक मुख्यालय में सेतु निर्माण विभाग का कोई कार्यालय नहीं है। इससे खस्ता हाल सडक़ की मरम्मत एवं जीर्णोद्धार की मांग स्थानीय नागरिकों द्वारा लोक निर्माण विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों एवं प्रशासन से जुड़े अफसरों से की जाती है। शिकायतकर्ता ब्लॉक कांग्रेस के सचिव पिन्टू तिवारी ने बताया कि एक वर्ष से हम केवल आवेदन कर रहे हैं और सेतु निर्माण विभाग के अधिकारियों को फोन पर अपनी समस्याएं बता रहे हैं, लेकिन संबंधित विभाग अब तक समस्या के निरकारण में उदासीन बना हुआ है।
शिकायतकर्ताओं ने बताया कि सडक़ निर्माण करने वाली एजेंसी का ब्लॉक मुख्यालय में कार्यालय नहीं होने से वे अपनी बात इस विभाग के वरिष्ठ अफसरों तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं। फोन पर चर्चा होती है, लेकिन उनकी ओर से हर बार आश्वासन मिलता है, लेकिन सडक़ मरम्मत सालभर से नहीं हुआ।
सेतु निर्माण विभाग के उप अभियंता उमेश साहू ने कहा कि ग्रामीणों से सडक़ के जर्जर होने की शिकायतें मिली है। शीर्ष अफसरों को जानकारी दी गई है। जल्द ही सडक़ का मरम्मत कराया जाएगा।
राजनांदगांव, 7 जुलाई। कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन में अपना काम-धंधा छोडक़र घरों में बैठ आर्थिक संकट झेल रहे आशानगर, मोहड़, मोहारा, शासकीय मुद्रणालय वार्ड सहित श्रमिक बाहुल्य वार्डों के गरीब एवं जरूरतमंदों को महापौर हेमा देशमुख ने क्रिश्चियन फैलोशिप संस्था के साथ सूखा राशन एवं राहत सामग्री वितरित कर उन्हें राहत पहुंचाई।
महापौर श्रीमती देशमुख ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना आपदा के समय लॉकडाउन की स्थिति में कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे, इस बात का ध्यान रखने उनके द्वारा राशन एवं राहत सामग्री जरूरतमंदों को वितरण करने निर्देश दिए थे। निर्देश के अनुक्रम में गत् वर्ष लॉकडाउन की स्थिति में नगर निगम सहित प्रशासन एवं समाजसेवी संस्थाओं द्वारा भोजन एवं राहत सामग्री का वितरण किया गया था और इस वर्ष भी कोरोनाकाल में आर्थिक संकट से जूझ रहे लोगों को समाजसेवी संस्थाओं की मदद से राहत सामग्री उपलब्ध कराई गयी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा नवंबर 2021 तक गरीब परिवारों को नि:शुल्क राशन भी दिया जा रहा है। इसके अलावा अन्य आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही है।
राजनांदगांव, 7 जुलाई। भाजपा के पूर्व शहर अध्यक्ष देवशरण सेन को नगर निगम की बैठकों में भाग लेने के लिए सांसद संतोष पांडेय ने प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त किया है। जिसकी विधिवत जानकारी नगर निगम आयुक्त के पत्र से देवशरण सेन को दी गई। देवशरण सेन की नियुक्ति से उनके समर्थकों एवं भाजपा कार्यकर्ताओं में हर्ष व्याप्त है।
राजनांदगांव, 7 जुलाई। नगर के सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारियों की सुविधा को ध्यान में रखते नगर निगम द्वारा प्रतिमाह पेंशन का भुगतान वार्डों में शिविर लगाकर किया जाता है।
इसी कड़ी में हितग्राहियों को पेंशन भुगतान के लिए वार्डों में 28 जून से 17 जुलाई तक सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत 8 जुलाई को वार्ड नं. 40 व 48 के लिए सामुदायिक भवन नंदई नाका व वार्ड नं. 41 के लिए सामुदायिक भवन झूलेलाल इंदिरा नगर एवं 9 जुलाई को को वार्ड नं. 18 व 19 के लिए सामुदायिक भवन गली नं. 5 आनंद विहार कालोनी, वार्ड नं. 23 के लिए पार्षद कार्यालय स्टेडियम रोड में, कौरिनभाठा वार्ड नं. 44 व 45 के लिए आंगनबाड़ी भवन कौरिनभाठा में शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
उक्त जानकारी देते नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारियों से वार्डों में आयोजित शिविर में कोरोना वायरस संक्रमण को ध्यान में रखते मास्क लगाकर, सोशल डिस्टेंस का पालन करते उपस्थित होकर लाभ लेने की अपील की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 7 जुलाई। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने कहा कि कुपोषण एक अभिशाप है। मानपुर विकासखंड में कुपोषित बच्चों एवं एनीमिक माताओं के लिए सघन सुपोषण अभियान चलाया गया है।
उन्होंने कहा कि शासन के वजन त्यौहार के अंतर्गत 7 से 16 जुलाई तक 0 से 5 वर्ष के सभी बच्चों का आंगनबाड़ी केन्द्रों में वजन लिया जाना है। जिसमें सबकी सहभागिता जरूरी है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन सहित सभी संबंधित विभाग जिले में वजन त्यौहार को त्यौहार के रूप में मनाएं। छोटे बच्चों को 4 वक्त सुबह, दोपहर, शाम, रात पौष्टिक आहार देना है। कुपोषण एवं एनीमिया के लिए जनसामान्य को जागरूक करें। रेडी-टू-ईट की जांच करना जरूरी है। इसमें किसी तरह की मिलावट या गुणवत्ताविहीन होने की स्थिति में कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी एसडीएम एवं जनपद सीईओ को निर्देशित किया कि रेडी-टू-ईट का चखकर निरीक्षण करें और मॉनिटरिंग करें। कुपोषण एवं एनीमिया को दूर करना मुख्यमंत्री के प्राथमिकता के कार्यक्रम में शामिल है। सभी इस अभियान में समय देंगे तो सबकी सहभागिता से यह गंभीर समस्या दूर हो जाएगी। उक्त बातें कलेक्टर ने साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में कही।
कलेक्टर सिन्हा ने राजस्व अधिकारियों से कहा कि नामांतरण, सीमांकन, बंटवारा एवं डायवर्सन के प्रकरणों के लिए जनसामान्य को भटकना न पड़े। इन कार्यों में भ्रष्टाचार एवं विलंब होने की स्थिति में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारी पटवारी के कार्यों का निरीक्षण करें। सभी अधिकारी एवं कर्मचारी अनिवार्य रूप से मुख्यालय में ही रहेंगे। विशेषकर सचिव एवं पटवारी का मुख्यालय में रहना सुनिश्चित करें। जिला स्तरीय अधिकारी फिल्ड में जाकर शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति का अवलोकन करें। उनके सभी दौरों की समीक्षा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा किए गए भूमिपूजन कार्यों में तेजी आनी चाहिए। बारिश के समय में जो कार्य नहीं हो सकते उनके अलावा शेष कार्य समय पर पूर्ण किए जाएं। उन्होंने कहा कि वैक्सीन अभी उपलब्ध नहीं है ऐसे में वैक्सीन की अगली खेप आने तक टीकाकरण का कार्य स्थगित रहेगा।
उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर हमारे दरवाजे पर दस्तक दे रही है। सभी एसडीएम स्वास्थ्य को प्रमुखता देते हुए जीवन दीप समिति की बैठक कर चिकित्सा अधोसंरचना की जानकारी प्रस्तुत करें। स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए शासन द्वारा प्राथमिकता के साथ राशि दी जाएगी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि कोविड-19 का वैक्सीन अभी उपलब्ध नहीं है, इसलिए टीकाकरण का कार्य स्थगित रहेगा। सभी एसडीएम की अध्यक्षता में जीवन दीप समिति की बैठक होगी। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी, एसडीएम मुकेश रावटे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। वीडियो कान्फ्रेस के जरिए सभी एसडीएम, जनपद सीईओ, सीएमओ एवं बीएमओ जुड़े रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 7 जुलाई। अवैध शराब विक्रेताओं, परिवहन करने वालों पर आबकारी विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी के तहत आबकारी विभाग ने मध्यप्रदेश राज्य की डेढ़ लाख रुपए की विदेशी मदिरा व साढ़े 7 लाख रुपए की चारपहिया वाहन को जब्त कर कार्रवाई की है।
आबकारी विभाग 5 जुलाई को सूचना के आधार पर कुशयारी पुल के पास चार पहिया वाहन में आरोपी सुतिया थाना खैरागढ़ निवासी अजय शंकर बेरवंशी के आधिपत्य के वाहन से 1250 नग पाव (25 पेटी) विदेशी मदिरा व्हिस्की केवल मध्यप्रदेश राज्य में विक्रय के लिए वैध का लेबल लगा कुल मात्रा 225 बल्क लीटर (बाजार मूल्य एक लाख 62 हजार 500 रुपए एवं वाहन 7 लाख 50 हजार रुपए) अवैध रूप से परिवहन किया जा रहा था, जिसे मौके पर जब्त कर आरोपी के विरूद्ध छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 34(2), 36, 59 (क) के तहत दंडनीय गैरजमानतीय अपराध होने पर प्रकरण कायम किया।
'छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 07 जुलाई। प्रदेश के वन मंत्री और राजनांदगांव के पूर्व प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर बुधवार को एकाएक राजनांदगांव पहुंचे। व्यस्त कार्यक्रम के बीच पहुंचे श्री अकबर ने शहर के रानीसागर सरोवर के किनारे स्थित अटल शाह मजार में चादर चढ़ाई। बिना किसी सूचना के जियारत करने पहुंचे अकबर ने मजार में अकीदत के फूल अर्पित कर प्रदेश की खुशहाली की दुआएं मांगी।
बताया जा रहा है कि उनके दौरे को लेकर प्रशासन को भी भनक नहीं लगी। हालांकि उनके मजार में दाखिल होने से पहले पुलिस महकमा को सूचना मिल गई। करीब 15 मिनट मजार में रहते अकबर ने बाबा के दर पर हाथ उठाकर दुआएं मांगी। बताया जा रहा है कि दुर्ग में आयोजित प्रशासनिक बैठक में शामिल होने से पहले उन्होंने राजनांदगांव पहुंचकर मजार में अपनी हाजिरी लगाई। प्रभारी मंत्री रहे अकबर के दौरे की जानकारी से कई प्रमुख नेता अनभिज्ञ रहे। उनके रवाना होने के बाद ही दिग्गज नेताओं को उनके प्रवास की जानकारी मिली। निजी होने के कारण उनके दौरे से प्रशासन को जानकारी नहीं मिली। बताया जा रहा है कि वन मंत्री अकबर ने काफी समय से मजार में चादर पेश करने के लिए मन बना चुके थे, लेकिन व्यस्तता के कारण उनकी ख्वाहिश पूरी नहीं हो पा रही थी। आखिरकार आज अटल शाह के मजार में हाजिरी देने के साथ उन्होंने चादर भी पेश की। इस बीच पुलिस महकमे को भनक लगने के बाद एएसपी प्रज्ञा मेश्राम ने मजार के बाहर उनकी अगुवानी की।
इस बीच अकबर के अचानक दौरे के बाद स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं को जानकारी नहीं मिलने से सियासी अटकलें लगने लगी। बताया जा रहा है कि स्वयं मंत्री अकबर अपने दौरे की जानकारी को किसी के साथ साझा नहीं करने चाहते थे। चादर पेश करने के फौरन बाद वह दुर्ग रवाना हो गए। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस महासचिव शाहिद भाई, प्रवीण मेश्राम, अमीन हुद्दा, रूबी गरचा, सिद्दीक बडग़ुजर, याहया खान, सागर वर्मा, मोहन साहू समेत अन्य लोग शामिल थे।
महापौर हेमा, शहर अध्यक्ष कुलबीर और नवाज की सीएम से मुलाकात
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 7 जुलाई। राजनांदगांव जिला अस्पताल को मेडिकल कॉलेज के साथ पेंड्री में शिफ्ट किए जाने की अटकलों के बीच कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की इस ज्वलंत मुद्दे को लेकर मंगलवार को शाम को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात हुई। समूचे जिले में अस्पताल को पेंड्री में स्थानांतरित किए जाने के मामले को लेकर भाजपा लगातार सरकार पर हमलावर है।
बताया जा रहा है कि शहर के बीच स्थित जिला अस्पताल के हटने की खबर से लोगों में जहां तीखी प्रतिक्रिया है। वहीं विपक्षी भाजपा नेताओं को इस मुद्दे पर व्यापक जनसमर्थन भी मिल रहा है। बताया जा रहा है कि महापौर हेमा देशमुख, शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा, पूर्व जिलाध्यक्ष नवाज खान समेत दूसरे नेताओं ने मुख्यमंत्री से इस विषय को लेकर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने दिग्गज नेताओं को पूर्ण रूप से आश्वासन दिया है कि जिला अस्पताल यथावत संचालित होगा।
प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री श्री बघेल से आग्रह किया था कि राजनांदगांव जिला चिकित्सालय शहर के मध्य में स्थित है और आम लोगों के स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत उपयोगी है, इसलिए इसे नए मेडिकल कॉलेज भवन में स्थानांतरित न किया जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया था कि पेंड्री स्थित नए भवन में स्थानांतरित हो रहे मेडिकल कॉलेज के साथ जिला चिकित्सालय के भी अधिकांश मेडिकल स्टाफ एवं उपकरणों को नए भवन में ले जाने की प्रक्रिया चल रही है। प्रतिनिधि मंडल ने इस प्रक्रिया को रोकने की मांग मुख्यमंत्री श्री बघेल से की थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 जुलाई। छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को नगर निगम परिसर में बेसहारों को मकान दिलाने की मांग लेकर प्रदर्शन किया। फ्लाई ओवर के नीचे बसे गरीब और असहाय लोगों को मकान देने की मांग के साथ प्रदेश कोर कमेटी सदस्य नवीन अग्रवाल की अगुवाई में नगर निगम आयुक्त को ज्ञापन सौंपा।
श्री अग्रवाल ने मांग करते कहा कि संस्कारधानी राजनांदगांव में जहां बीजेपी के विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और सांसद संतोष पांडेय निर्वाचित प्रतिनिधि हैं। वहीं कांग्रेस की महापौर हेमा देशमुख के निवास के सामने ही बेसहारा लोग बिना छत के विपरीत मौसम में रहने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी योजना के तहत इनके विस्थापन की व्यवस्था की जानी चाहिए। भाजपा-कांग्रेस नेताओं की खिंचाई करते कहा कि खास मौकों में बिस्कुट और पैकेट बांटकर अखबारों में फोटो छपवाने के बजाय इन नेताओं को ऐसे वर्ग की सुध लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गत् दिनों गंज लाइन में 30 साल के पट्टेधारी रहवासियों को एक बड़े बिल्डर को लाभ पहुंचाने की नियत से उनके आशियाने को रास्ते के नाम पर निगम द्वारा उजाडक़र कहीं दूर जबर्दस्ती बसाया गया था।
कोरोनाकाल में रियायतों पर शहर की निगाहें, सत्ता और विपक्षी दल ने बनाई रणनीति
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 जुलाई। राजनांदगांव मेयर हेमा देशमुख कल 7 जुलाई को शहरी विकास को केंद्रित कर अपना बजट प्रस्तुत करेंगी। बतौर महापौर उनका यह दूसरा बजट है।
कोरोनाकाल में ठप पड़े विकास कार्य और शहरी करदाता आर्थिक रियायतों को लेकर निगाहें जमाए हुए हैं। बताया जा रहा है कि नगर निगम द्वारा शहर से लिए जाने वाले करों को लेकर महापौर रियायतें दे सकती है। आम आदमी का कोरोना और बढ़ती महंगाई के चलते मुहाल है। शहर में नल, संपत्तिकर और दूसरे मामलों में निगम द्वारा लिए जाने वाले कर से राहत दिलाने महापौर पर अधिक दबाव भी है। कल सुबह 11 बजे नगर निगम में आयोजित सामान्य सभा में महापौर अपना बजट पेश करेंगी।
इधर सत्ता और विपक्षी दल के पार्षद बजट को लेकर बैठक भी कर रहे हैं। सर्किट हाउस में कांग्रेस पार्षदों ने बैठक कर विपक्ष के हमले का जवाब देने की रणनीति बनाई। वहीं भाजपा पार्षदों ने शहर विकास और दूसरी बुनियादी समस्याओं को लेकर सत्ता पक्ष को घेरने की रणनीति बनाई। गौरतलब है कि महापौर हेमा देशमुख शहर विकास को लेकर प्रतिबद्ध है, लेकिन अलग-अलग राजनीतिक कारणों और कोरोना संकट के कारण विकास कार्य स्वाभाविक तौर पर प्रभावित हुए हैं। कांग्रेस पार्षदों से महापौर हेमा देशमुख ने बजट संंबंधित सुझाव मांगे हैं।
वहीं भाजपा पार्षदों से भी सुझाव मंगाए गए। माना जा रहा है कि कल सामान्य सभा की बैठक हंगामेदार होगी। विपक्ष लगातार सत्तारूढ कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाता रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 जुलाई। आवासहीन एवं झुग्गी झोपड़ी में निवासरत परिवारों को अपना स्वयं का मकान हेतु केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत मिशन 2022 तक सभी के लिए आवास का लक्ष्य रखा है। योजना के क्रियान्वयन के लिए नगर निगम राजनांदगांव द्वारा श्रमिक बाहुल्य वार्डों के लिए रेवाडीह, पेंड्री, लखोली व मोहारा में आवास का निर्माण किया जा रहा है, जहां तालाब, रोड आदि के किनारे अस्थाई रूप से झुग्गी झोपड़ी में निवास करने वाले परिवारों को व्यवस्थापन दिया जाना है।
नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि सरकार की आवास योजनांतर्गत एएचपी मोर आवास मोर चिन्हारी के तहत निगम के श्रमिक बाहुल्य वार्डों में आवास का निर्माण किया जा रहा है, जिसे पात्र हितग्राहियों को आबंटित किया जाना है। आबंटन की कड़ी में मोती तालाब के किनारे, रेल्वे ओवरब्रिज के नीचे, डबरीपारा, मोहारा आदि क्षेत्रों में अस्थाई रूप से निवासरत परिवारों को रेवाडीह, मोहारा व लखोली में आवास का आबंटन किया गया और अब वार्ड नं. 47, 37, 11, 16, 28, 29 एवं वार्ड नं. 10 के निवासरत परिवारों को मोहारा (145 यूनिट), रेवाडीह (340 यूनिट), लखोली (304 यूनिट) में एनएचपी के तहत निर्मित आवासों में 72 परिवारों को विस्थापित किया जाना है।
इसके लिए 12 जुलाई को कोविड-19 के नियमों को दृष्टिगत रखते एवं सामाजिक दूरी का पालन करते प्रथम पाली में सुबह 11 से दोपहर 1 बजे तक लखोली के 304 यूनिट के आवास, द्वितीय पाली में दोपहर 2 से 4 बजे तक रेवाडीह के 150 यूनिट, मोहारा के 145 यूनिट में दो पालियों में लॉटरी निकालकर आवास आबंटित की प्रक्रिया निगम सभागृह में किया जाना है। लॉटरी की प्रक्रिया में सम्मलित किए गए परिवारों की सूची एमसीआरजेएन पोर्टल एवं निगम के सूचना पटल पर उपलब्ध है।
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि चयन किए गए परिवारों में किसी प्रकार की कोई आपत्ति है तो वे परिवार 9 जुलाई को शाम 5 बजे तक निगम के कक्ष क्र. 19 में प्रधानमंत्री आवास योजनांतर्गत विस्थापित किए जाने के संबंध में साक्ष्य के साथ आपत्ति दर्ज करावें, ताकि उसका निराकरण किया जा सके। निर्धारित समयावधि उपरांत दावा एवं आपत्ति मान्य नहीं होगी। दावा-आपत्ति उपरांत 12 जुलाई को निर्धारित समय मेें कोविड-19 के नियमों को ध्यान में रखकर सामाजिक दूरी का पालन करते लॉटरी निकाली जाएगी।
राजनांदगांव, 6 जुलाई। अंबागढ़ चौकी विकासखंड में ग्राम बांधाबाजार की 90 वर्षीय बुजुर्ग रंभाबाई कुंभकार ने सोमवार को कोरोना टीका का दूसरा डोज लगवाया।
राजनांदगांव, 6 जुलाई। राजनांदगांव के राष्ट्रीय अजीविका मिशन अंतर्गत लोगों एवं महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम एवं आत्मनिर्भर बनाने विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण दिया जाना है। इसी कड़ी में हाथकरघा उद्योग के अंतर्गत महिलाओं को प्रशिक्षण देने पर नगर निगम राजनांदगांव का स्काच एवार्ड 2021 के सेमीफाइनल में चयन हुआ है। एवार्ड के संबंध में नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि राष्ट्रीय आजीविका मिशन अंतर्गत राजनांदगांव की महिला समूह, महिलाओ एवं युवाओं को शासन की योजना का लाभ देने तथा आत्मनिर्भर बनाने विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण दिए जाते हैं। इसी कड़ी में रेवाडीह में संचालित हाथकरघा उद्योग में महिला सशक्ति अंतर्गत बिना बिजली के कपड़ा उत्पादन करने पर एवं महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम आत्मनिर्भर बनाने पर स्काच ग्रुप नई दिल्ली द्वारा स्काच एवार्ड 2021 के लिए सेमीफाइनल में चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि स्काच ग्रुप द्वारा भारत के नगरीय निकाय के आयुक्तों की वर्चुवल कान्फ्रेंस के माध्यम से शहरों में संचालित योजना के संबंध में जानकारी लिए। जिसमें राजनांदागांव का उक्त एवार्ड के लिए चयन हुआ।
महापौर हेमा सुदेश देशमुख ने राष्ट्रीय अजीविका मिशन के प्रभारी सहित महिला समूहों को एवार्ड हेतु चयनित होने पर बधाई दी।
घुपसाल में भी टीकाकरण अभियान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 जुलाई। छुरिया विकासखंड के ग्राम लाटमेटा नवाटोला एवं घुपसाल में कोरोना को हराने के लिए ग्रामवासी ऐसी जागरूकता दिखाई कि ग्राम लाटमेटा नवाटोला में शत-प्रतिशत टीकाकरण हुआ। वहीं ग्राम पंचायत घुपसाल में भी प्रेरित होकर टीकाकरण की दिशा में कदम आगे बढ़ाए हैं।
ग्राम लाटमेटा नवाटोला के नवयुवक व पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा घर-घर जाकर, टीकाकरण के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया। टीकाकरण की भ्रांतियों को दूर कर लोगों में कोरोना संक्रमण के विरुद्ध टीकाकरण अभियान का महत्व समझाया गया। ग्राम लाटमेटा नवाटोला में ग्रामीणों द्वारा एक बैठक रखकर सब के लिए अनिवार्य टीकाकरण का प्रस्ताव किया गया। ग्राम लाटमेटा नवाटोला में पहला व दूसरा डोज लगभग शत-प्रतिशत टीकाकरण किया गया।
जनपद पंचायत छुरिया के सीईओ प्रतीक प्रधान, तहसीलदार, बीएमओ, नोडल अधिकारी केस्वरी देवांगन, प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र कुमर्दा व ग्राम पंचायत घुपसाल सरपंच व सचिव सहित समस्त पंचायत प्रतिनिधियों को अवगत कराया गया और 10 मई 2021 को सम्पूर्ण ग्राम लाटमेटा नवाटोला में शुभ टीकाकरण त्यौहार मनया गया। पात्र 380 लोगों का टीकाकरण किया गया। आश्रित ग्राम लाटमेटा नवाटोला से प्रेरणा लेकर ग्राम पंचायत मुख्यालय घुपसाल में भी टीकाकरण अभियान प्रारंभ किया गया है, जहां पर पहला डोज टीका लग चुका है और इस जुलाई माह के अंत तक दूसरा डोज टीकाकरण भी हो जाएगा और इसके बाद ग्राम पंचायत घुपसाल शत-प्रतिशत टीकाकरणयुक्त ग्राम पंचायत बन जाएगा।
इस सम्पूर्ण टीकाकरण अभियान को सफल बनाने में नरेश शुक्ला, भगवानीराम भंडारी सरपंच, भुषण भारद्वाज सचिव, पंचगण कामता साहू, समीर शुक्ला, मोहन गोर्रा, सीमा शुक्ला, कौशिल्या यादव, रोजगार सहायक मुकेश साहू, ग्राम प्रधान रूपनारायण शुक्ला, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मधुरानी शुक्ला व द्रोपती ठाकुर मितानिन लक्षमी निषाद, मेट चंदन यादव, असदेव साहू, संतोषी निषाद, ऐश्वर्या यादव, सुकलु यादव, बलदेव, अनंत राणा, महेश उईके, विष्णु कोटवार, माहारू यादव, विक्रांत शुक्ला, चिरंजीव शुक्ला, राष्ट्रीय खो-खो खिलाडी प्रीति पटेल, बेदबती यादव, तिलोका यादव, समृद्धि यादव, जानकी निषाद, भारती चंद्रवंशी, नवयुवक समिति के कमलेश राणा, प्रेम यादव, राजीव पटेल शिक्षकगण राम पटेल व यामनी साहू का योगदान महत्वपूर्ण रहा।
राजनांदगांव, 6 जुलाई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विनोद चोपड़ा के निधन पर जिला व शहर कांग्रेस ने शोक व्यक्त करते श्रद्धांजलि अर्पित की है।
जिला कांग्रेस के प्रवक्ता रुपेश दुबे ने बताया कि विनोद के निधन पर जिला अध्यक्षद्वय पदम सिंह कोठारी एवं कुलबीर सिंह छाबड़ा ने शोक व्यक्त किया। साथ ही धनेश पाटिला, दलेश्वर साहू, इंद्रशाह मंडावी, छन्नी साहू, शाहिद भाई, थानेश्वर पाटिला, हेमा देशमुख, श्रीकिशन खंडेलवाल, अलालीराम यादव, नवाज खान, रमेश राठौर, जितेंद्र मुदलियार, दिनेश शर्मा, सुदेश देशमुख, नरेश डाकलिया, शशिकांत अवस्थी, शरद चितलांगया, हरिनारायण धकेता, विवेक वासनिक, हफीज खान, रमेश खंडेलवाल, हेमंत ओस्तवाल, फिरोज अंसारी, अशोक फडऩवीस, अमित चंद्रवंशी, नासिर जिंदरान, आसिफ अली, सूर्यकांत जैन, प्रवीण मेश्राम, बबलू सोनी समेत अन्य कांग्रेसियों ने भी अपनी श्रद्धासुमन अर्पित की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 जुलाई। मां बम्लेश्वरी जनहितकारी समिति के बैनर तले पद्मश्री फूलबासन यादव के नेतृत्व में महिला समूह की महिलाएं इन दिनों कोरोना वैक्सीन लगाने अभियान चला रही हंै। अभियान को गति देने ग्राम फाफामार में महिला समूह की महिलाओं की बैठक रखी गई, जहां आसपास क्षेत्र की महिलाएं शामिल हुईं।
बैठक में फूलबासन यादव ने कहा कि हमें कोरोना से जंग जीतना है, तो वैैक्सीन लगाना जरूरी है। इसके लिए महिला समूह की महिलाएं अपने सदस्यों, परिवारों, रिश्तेदारों, जान पहचान को प्रेरित करें, तभी हमारा जिला शत-प्रतिशत वैक्सीन जिला बनेगा, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग पंचायत से समन्वयक बनाकर कार्य करना होगा, तभी वैक्सीन अभियान को सफल बना सकते हैं। तीसरी लहर के लिए जरूरी है, जल्द से जल्द टीका लगवाएं। हमें यह भी देखना होगा जो पहला डोज लगा चुके हैं, वे दूसरा डोज भी लगावें, क्योंकि दूसरा डोज लगाने काफी लोग नहीं लगा पा रहे हैं, उसके लिए महिला समूह को घर-घर जाकर समझाइस देना होगा। हमें अफवाह से लोगों को मुक्ति दिलाना एक बड़ी चुनौती है, उसके लिए वे समूह बैठक एवं सार्वजनिक स्थानों में लोगों को बताना होगा वैक्सीन से कोई नुक सान नहीं है।
फूलबासन यादव ने कहा कि वैक्सीन लगाने के उपरांत हमें आराम एवं खानपान में भी ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से कार्य करने से सफलता आसानी से मिलती है। इसके लिए जिला प्रशासन भी गंभीर है, हमें भी गंभीर होने की आवश्यकता है। हमें वैक्सीन लगाने के उपर ज्यादा काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने उपस्थित समूह की महिलाओं का अभार व्यक्त किया, जिन्होंने नि:स्वार्थ भाव से लगे हुए हैं। बैठक में सचिव मधुलिका रामटेके, जिला कार्यक्रम समन्वयक शिव देवांगन, धनेश्वरी मंडावी, डालेश्वर साहू, बिरसिंग, मुकेश साहू, खम्मन साहू, विवके साहू सहित बड़ी संख्या में उपस्थित थे। उक्त जानकारी शिव देवांगन ने दी।
खैरागढ़ ब्लॉक में ली गई समीक्षा बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 जुलाई। जिला शिक्षा अधिकारी हेतराम सोम, प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान खैरागढ़ एसएन पंडा एवं जिला मिशन समन्वयक भूपेश कुमार साहू द्वारा खैरागढ़ विकासखंड में विकासखंड शिक्षा अधिकारी, विकासखंड स्त्रोत समन्वयक, समस्त प्राचार्य, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी व समस्त संकुल शैक्षिक समन्वयक की एजेंडावार समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जिसमें विभागीय योजनाओं की समीक्षा की गई।
बैठक में विकासखंड में पढ़ई तुंहर दुआर से संबंधित कार्य योजना के लिए निर्देश, पाठ्यपुस्तक वितरण, गणवेश वितरण, वृक्षारोपण, स्टूडेंट डाटा एंट्री, यू डाइस डाटा, प्रिंट रिच वातावरण, 100 दिन 100 कहानी, शिक्षकों को टेलीग्राम ग्रुप में जोडऩा, मध्यान्ह भोजन, कबाड़ से जुगाड़ टीएलएम बनाकर अध्यापन, सभी शालाओं में कक्षावार व विद्यार्थिवार वाट्सअप ग्रुप व अन्य विषयों में किए जा रहे कार्यों को त्वरित गति से क्रियान्वित करने हेतु आवश्यक निर्देश दिया गया। कोविड-19 से दिवंगत कर्मचारियों के स्वत्वों पेंशन, अन्य लाभ, महतारी दुलार योजना के तहत बच्चों को लाभान्वित करने हेतु स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम में भर्ती करने हेतु सभी प्राचार्य व विकासखंड शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया।
नवीन शैक्षणिक सत्र में कोविड प्रोटोकाल का पालन करते विद्यार्थियों को पढ़ई तुंहर दुआर के अंतर्गत वैकल्पिक व्यवस्था के तहत शिक्षण से जोडऩे हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। नवीन शिक्षण सत्र में नवाचारी गतिविधियों द्वारा अध्यापन की व्यवस्था पर जोर देने कहा गया। जिससे बच्चों में शिक्षण के प्रति रोचकता बनी रहे व बच्चे नई नई चीजें सीख सके। नवीन शिक्षण सत्र में प्रत्येक प्राचार्य व संकुल समन्वयक को शाला को गोद लेकर मॉडल बनाने हेतु भी कहा गया।
साथ ही समग्र शिक्षा की योजना के तहत दिव्यांग विद्यार्थियों को व्हील चेयर व श्रवण यंत्र का वितरण जिला शिक्षा अधिकारी, प्राचार्य और जिला मिशन समन्वयक द्वारा किया गया। बैठक में खैरागढ़ के विकासखंड शिक्षा अधिकारी महेश भुआर्य, विकासखंड स्त्रोत समन्वयक भगत सिंह ठाकुर, सभी प्राचार्य, सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी व समस्त शैक्षिक समन्वयक उपस्थित रहे।
कोरोनाकाल में रियायतों पर शहर की निगाहें, सत्ता और विपक्षी दल ने बनाई रणनीति
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 6 जुलाई। राजनांदगांव मेयर हेमा देशमुख कल 7 जुलाई को शहरी विकास को केंद्रित कर अपना बजट प्रस्तुत करेंगी। बतौर महापौर उनका यह दूसरा बजट है। कोरोनाकाल में ठप पड़े विकास कार्य और शहरी करदाता आर्थिक रियायतों को लेकर निगाहें जमाए हुए हैं। बताया जा रहा है कि नगर निगम द्वारा शहर से लिए जाने वाले करों को लेकर महापौर रियायतें दे सकती है। आम आदमी का कोरोना और बढ़ती महंगाई के चलते मुहाल है। शहर में नल, संपत्तिकर और दूसरे मामलों में निगम द्वारा लिए जाने वाले कर से राहत दिलाने महापौर पर अधिक दबाव भी है। कल सुबह 11 बजे नगर निगम में आयोजित सामान्य सभा में महापौर अपना बजट पेश करेंगी।
इधर सत्ता और विपक्षी दल के पार्षद बजट को लेकर बैठक भी कर रहे हैं। सर्किट हाउस में कांग्रेस पार्षदों ने बैठक कर विपक्ष के हमले का जवाब देने की रणनीति बनाई। वहीं भाजपा पार्षदों ने शहर विकास और दूसरी बुनियादी समस्याओं को लेकर सत्ता पक्ष को घेरने की रणनीति बनाई। गौरतलब है कि महापौर हेमा देशमुख शहर विकास को लेकर प्रतिबद्ध है, लेकिन अलग-अलग राजनीतिक कारणों और कोरोना संकट के कारण विकास कार्य स्वाभाविक तौर पर प्रभावित हुए हैं। कांग्रेस पार्षदों से महापौर हेमा देशमुख ने बजट संंबंधित सुझाव मांगे हैं। वहीं भाजपा पार्षदों से भी सुझाव मंगाए गए। माना जा रहा है कि कल सामान्य सभा की बैठक हंगामेदार होगी। विपक्ष लगातार सत्तारूढ कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाता रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 जुलाई। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस निरंतर प्रदर्शन कर रही है। मंगलवार को भी कांग्रेस ने रोज बढ़ रही कीमत के विरोध में पेट्रोल पंपों के सामने प्रदर्शन किया। शहर में पेट्रोल पंपों के सामने इससे पहले भी कांग्रेस ने विरोध स्वरूप प्रदर्शन कर केंद्र सरकार के नकारात्मक रवैये को लेकर आवाज उठाई थी।
बताया जा रहा है कि देशभर के कई शहरों में 100 रुपए कीमत पार होने के बाद से कांग्रेस और जनता में केंद्र सरकार के प्रति नाराजगी बढ़ी है। कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर सिलसिलेवार प्रदर्शन कर रही है। इधर पेट्रोल पंपों में प्रदर्शन के बाद फ्लाई ओवर के नीचे धरना देते हुए कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने थाली बजाकर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। हाथों की तख्तियों में तरक्की के लिए पेट्रोल-डीजल के दाम को 100 रुपए तक ले जाने पर कांग्रेस ने तीखी आलोचना की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महंगाई कम करने के वादों को भी याद दिलाते कांग्रेसियों ने तंज कसा। कांग्रेसियों का कहना है कि पेट्रोल-डीजल के दाम बढऩे का सीधा असर आम आदमी के जीवन पर पड़ रहा है। खाद्य तेल से लेकर जीवनयापन से जुड़ी वस्तुएं लगातार बढ़ रही है। पेट्रो उत्पादों के दाम कम नहीं होने से कई तरह के कारोबार प्रभावित हुए हैं। महंगाई के खिलाफ कांग्रेस समूचे राज्य में धरना और प्रदर्शन कर रही है। स्थानीय ईमाम चौक में धरने में शामिल हुए कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जाहिर करते थाली बजाई, ताकि केंद्र सरकार के कानों में आवाज पहुंचे। बताया जा रहा है कि कांग्रेसियों के अंादोलन को जनता से भी समर्थन मिल रहा है। महंगाई के कारण आज खाद्य वस्तुएं और दूसरी जरूरी सामान के दाम भी आसमान छू रहे हैं।
धरना में महापौर हेमा देशमुख, शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा, आफताब आलम, सूर्यकांत जैन, रमेश डाकलिया, प्रवीण मेश्राम, वीरू चौहान, प्रभात गुप्ता, अमित चंद्रवंशी, फिरोज अंसारी, हेमंत ओस्तवाल, शारदा तिवारी, अशोक फडऩवीस, अब्बास खान समेत अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ता शामिल थे।
नक्सल संगठन के दस्तावेज में पहाड़ सिंह पर 8 करोड़ का रकम डकारने और जान से मारने का इरादा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 जुलाई। प्रदेश के सीनियर पुलिस अफसर जीपी सिंह पर एसीबी की छापामार कार्रवाई के तहत मिले एक दस्तावेज में पूर्व नक्सली पहाड़ सिंह उर्फ कुमार साय का नाम एक बार फिर प्रशासनिक जगत में सुर्खियों में आ गया है। एसीबी के हाथों पहाड़ सिंह के पूरे सरेंडर प्रक्रिया को लेकर संदिग्ध दस्तावेज मिले हैं। एसीबी पहाड़ सिंह को समर्पण कराने में शामिल कुछ अफसरों से भी सवाल-जवाब कर सकती है। एसीबी नोटबंदी में करोड़ों रुपए पहाड़ सिंह के जरिये खपाने और वापसी से जुड़े प्रमाणित दस्तावेज जब्त करने के बाद आत्मसमर्पण शामिल अन्य अफसरों से भी पूछताछ करेगी।
बताया जा रहा है कि पहाड़ सिंह से एसीबी जल्द ही पूछताछ करेगी। 2018 में मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाकों का कुख्यात नक्सली पहाड़ सिंह ने बतौर दुर्ग रेंज आईजी जीपी सिंह के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। समर्पण के दौरान तीनों राज्यों की पुलिस ने 47 लाख रुपए का ईनाम रखा था। नक्सली की हैसियत से पहाड़ सिंह ने अंदरूनी इलाकों में जंगलराज बना रखा था। बताया जा रहा है कि पहाड़ सिंह ने नक्सल संगठन के लिए दो दशक तक काम किया। इसी कार्यशैली के बूते वह शीर्ष नक्सल नेताओं का भरोसा जीतने में कामयाब हो गया था। बताया जा रहा है कि आत्मसमर्पण करने के पीछे कई तरह के तथ्य भी हैं। नक्सली लीडर रहते पहाड़ सिंह ने नोटबंदी के दौरान करोड़ों रुपए खपाने के लिए अपने करीबियों को दिया।
सूत्र बताते हैं कि सरेंडर करने के बाद पूछताछ में उसने सीमावर्ती इलाकों के कुछ व्यापारियों और अपने करीबियों के नाम का खुलासा करते हुए करोड़ों रुपए देने का भी खुलासा किया। हालांकि सार्वजनिक रूप से इस रहस्य से अब तक पर्दा नहीं हटा है।
राजनांदगांव जिले के छुरिया विकासखंड के फाफामार गांव का रहने वाला पहाड़ सिंह असल जीवन में शिक्षक बनने में नाकामयाब होने के बाद नक्सल संगठन में शामिल हुआ। उसकी अंदरूनी इलाकों में काफी तूती बोलती रही। बताया जा रहा है कि पहाड़ सिंह के सरेंडर से नक्सली बौखला गए। संगठन की ओर से कहा गया कि पहाड़ सिंह ने गद्दारी करते हुए करीब 8 करोड़ रुपए डकार लिए। खुफिया एजेंसियों के पास भी यह सूचना है कि उसके इस कृत्य से भडक़कर एक प्रस्ताव लाकर जान से मारने का संकल्प लिया है। आत्मसमर्पण करने और पहाड़ सिंह के संगठन विरोधी गतिविधियों के चलते नक्सलियों ने उस पर पहरा बिठा दिया था।
सूत्रों का कहना है कि पहाड़ सिंह को नक्सली अबुझमाड़ में भेजने की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच वह मौका देखकर फरार हो गया। बताया जा रहा है कि दुर्ग आईजी रहते जीपी सिंह के सामने सरेंडर करने पर विभाग में अंदरूनी रूप से विवाद भी बढ़ा। बताया जा रहा है कि तत्कालीन एसपी कमलोचन कश्यप को उसके सरेंडर की जानकारी भी लगने नहीं दी गई। इसी बात को लेकर एक अफसर से एसपी कश्यप काफी खफा हो गए।
सूत्रों का कहना है कि एसपी ने इस मामले को लेकर राज्य सरकार के अफसरों से भी शिकायत की। बताया जा रहा है कि सरेंडर के बाद नोटबंदी में खपाने दिए रकम को व्यापारियों और करीबियों ने पहाड़ सिंह को वापस कर दिया। बताया जा रहा है कि पहाड़ सिंह ने नक्सल शहरी नेटवर्क को लेकर भी जानकारी पुलिस को दी थी। महकमे में इस बात को लेकर सवाल उठता रहा है कि पहाड़ सिंह जैसे कुख्यात नक्सली के समर्पण के बाद पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ कोई बड़ी कामयाबी नहीं मिली। नक्सल लीडर के रूप में पहाड़ सिंह ने पुलिस को एक डंप भी नहीं दिलाया। बताया जा रहा है कि पहाड़ सिंह को सरेंडर के एवज में लाखों रुपए की ईनामी राशि और सुपुत्री को सरकारी नौकरी भी मिल गई। बताया जा रहा है कि सरेंडर करने के बाद पुलिस को कोई बड़ी सफलता दिलाने में पहाड़ सिंह असफल रहा। पुलिस के कई अफसर इस बात पर अफसोस जाहिर करते हैं कि सही तरीके से पूछताछ नहीं होने का पहाड़ सिंह ने फायदा उठाया। बहरहाल पहाड़ सिंह के जरिये एसीबी पठारी इलाकों में खपाए गए रकम की जानकारी जुटाने तैयारी कर रही है।
राजनांदगांव, 5 जुलाई। मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के अंतर्गत जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र राजनांदगांव को वित्तीय वर्ष 2021-22 में शिक्षित बेरोजगार युवाओं को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए निर्धारित प्रपत्र में 20 जुलाई तक आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं। योजना के अंतर्गत स्वरोजगार स्थापना के लिए बैंक शाखाओं के माध्यम से व्यवसाय के लिए अधिकतम 2 लाख रूपए, सेवा क्षेत्र के लिए अधिकतम 10 लाख रुपए तथा उद्योग स्थापना के लिए अधिकतम 25 लाख रुपए के ऋण देने का प्रावधान है। स्वरोजगार स्थापित करने के इच्छुक युवक-युवतियां अपना आवेदन पत्र दो प्रतियों में जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र नया संयुक्त जिला कार्यालय हाल क्रमांक-1 राजनांदगांव में प्रस्तुत कर सकते हैं। इस संबंध में विस्तृत जानकारी कार्यालय जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र राजनांदगांव से प्राप्त की जा सकती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बागढ़ चौकी, 5 जुलाई। कोरोना टीकाकरण जागरूकता के लिए औंधी थाने में दस ग्राम पंचायत के सरपंचों, कोटवार, पटेल सहित गणमान्य नागरिकों की बैठक संपन्न हुई।
यह बैठक थाना प्रभारी तारनदास डहरिया के नेतृत्व में हुई। बैठक में सभी से चर्चा करते हुए बताया कि ग्राम पंचायतों में 7 और 8 जुलाई को लगने वाले कोरोना टीकाकरण शिविर में शतप्रतिशत कराने की कोशिश करें। लोगों से मास्क पहनने, दो गज की दूरी बनाए रखने, समय-समय पर अपने हाथ साबुन से अच्छी तरह धोएं, सैनिटाइजर का प्रयोग समेत कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील करें।
बैठक में मौजूद जनप्रतिधि व गणमान्य लोगों को थाना प्रभारी डहरिया ने बताया कि अपने अपने गाँवों में घर-घर जाकर लोगों को टीकाकरण के लिए जागरूक करें व लोगों से टीका लगवाने की अपील करे तथा कोरोनो टीकाकरण को लेकर फैले अफवाहों को दूर कर लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करें।
बैठक में कंचन माला भुआर्य, कैलाश बाई मंडावी, रानू घावड़े, ताराचंद कामड़े, तिलक धुर्वे, साधुराम मंडावी, धन्नूराम किरगामे, नूतन सहारे, मुकुंद शाह, पुष्पा बाई शाह, राम बाई पोटावी, दर्शन भुरकुरे, हरेंद्र बोरकर, सुरेश तारम, नाजुक राम तुलावी, प्रेमदास वट्टी सहित ग्रामीण मौजूद थे।
छात्र युवा मंच ने सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 जुलाई। छात्र युवा मंच ने सोमवार को छात्र युवा मंच के प्रदेश संयोजक नागेश यदु के नेतृत्व में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते जिला चिकित्सालय को वर्तमान मूल स्थान पर संचालित करने की मांग की।
मंच ने ज्ञापन में मांग करते कहा कि वर्षों से जिला चिकित्सालय शहर के मध्य स्थित है, जहां आम नागरिक को सरलतापूर्वक स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त हो पाता है। जिले को पूर्व मुख्यमंत्री वर्तमान विधायक डॉ. रमन सिंह द्वारा मेडिकल कॉलेज का सागौत बेहतर चिकित्सा सुविधाओं में वृद्धि के लिए राजनंादगांव जिले को प्राप्त हुआ था। मेडिकल कॉलेज की स्वयं की बिल्डिंग, संसाधन न होने के कारण मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय में संचालित हो रही थी। वर्तमान आदेश में मेडिकल कॉलेज को पेंड्रा में स्थानांतरित किया जा रहा है। जिसके साथ जिला चिकित्सालय को भी स्थानांतरित किया, जो कि जनहित में नहीं है। जिला चिकित्सालय के अस्तित्व को बचाने और आमजन के बेहतर चिकित्सा सुविधाओं को ध्यान में रखते जिला चिकित्सालय को पेंड्री स्थानांतरित न किया जाए और जिला चिकित्सालय को उसके मूल स्थान पर ही संचालित करने की मांग की। इस दौरान अन्य कार्यकर्ता शामिल थे।
राजनांदगांव, 5 जुलाई। दलित नेता, भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष व बस्तर संभाग के प्रभारी पवन मेश्राम ने आरोप लगाते कहा कि राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज हास्पिटल के लगभग 300 पदों पर प्रशासनिक स्वीकृति के बाद भी भर्ती नहीं होना गैर जिम्मेदाराना है। जबकि स्वीकृत पदों पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की सरकार ने प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की थी। स्वीकृति प्रदान होने के बाद भी भर्ती न करना, बेरोजगारों के साथ छल करना है।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने राजनंादगांव के लिए मेडिकल कॉलेज की सौगात दी, किन्तु एक तत्कालीन डीन डॉ. आरके सिंग के द्वारा शासन के द्वारा स्वीकृत पदों पर भर्ती नहीं की गई। जबकि प्रत्येक अभ्यर्थी से 250 व 500 रुपए का बैंक ड्राफ्ट लिया गया। आज दिनांक तक उक्त 20 हजार आवेदनों पर न ही भर्ती की गई है और न ही किसी प्रकार की प्रक्रिया पूर्ण की गई और न ही विचार किया गया। इस 20 हजार आवेदनकर्ताओं द्वारा जो बैंक ड्राफ्ट दिया गया, वह लगभग 40 से 50 लाख रुपए होता है, जो आज दिनांक तक न ही अभ्यर्थियों को लौटाया गया है और न ही नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण की गई है। जिसके चलते जिला चिकित्सालय के स्टॉफ से कार्य लेना जारी रखा गया है। जबकि जिला चिकित्सालय का अलग से सेटअप है। इसी 40 से 50 लाख रुपए अभ्यर्थियों से ली गई राशि इसी को छुपाने के लिए जिला चिकित्सालय को मेडिकल कॉलेज पेंड्री में शिफ्ट किया जा रहा है।
श्री मेश्राम ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि जिला चिकित्सालय के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर निर्मित भवन को ताला लगाकर जिला चिकित्सालय और मातृ-शिशु (लगभग 20 करोड़ लागत से पिछले साल ही यह भवन बना है) पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राजनांदगांव के लिए मेडिकल कॉलेज की सौगात दी थी, किन्तु तत्कालीन डीन डॉ. आरके सिंग के द्वारा न ही स्वीकृत पदों पर भर्ती की गई और न ही आवश्यक उपकरण व फर्नीचर खरीदी की गई। जिससे जिला चिकित्सालय के उपकरण व फर्नीचर का उपयोग मेडिकल कॉलेज द्वारा किया जा रहा है।
वर्तमान में बिना किसी आदेश के जिला चिकित्सालय को ताला लगाकर बंद करना राजनांदगांव शहर व जिलेवासियों के साथ खिलवाड़ करना है। हाल ही में 20 करोड़ रुपए से निर्मित एमसीएच भवन जिसमें मातृ-शिशु अस्पताल में ताला लगाने के आदेश अधीक्षक ने दिया है, जबकि एमसीएच के लिए नए चिकित्सक व स्टॉफ की पदस्थापना भी कुछ दिनों पहले किया गया है।
शहरवासियों के साथ कुठाराघात
श्री मेश्राम ने बताया कि जिला चिकित्सालय पूर्णत: शहर में संचालित होना शहरवासियों के हित में है। मेडिकल कॉलेज के संचालन के लिए जिला चिकित्सालय की बलि चढ़ाना शहरवासियों के साथ कुठाराघात है। वर्तमान में जिला चिकित्सालय शहर के बीचो-बीच स्थित होने के अलावा शहरवासी आसपास के लगभग सैकड़ों गांवों के लोगों को भी तत्काल चिकित्सा सुविधा प्रदान होती रही है। जिला चिकित्सालय के बंद होने से शहर में स्थित दर्जनभर निजी नर्सिंग होम वालों की चांदी होगी और जनता से मोटी रकम वसूल की जाएगी। जिला चिकित्सालय बंद करके निजी नर्सिंग होमों को फायदा पहुंचाने का षडय़ंत्र किया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री की चुप्पी
श्री मेश्राम ने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार राजनांदगांव जिले व शहर की जनता के साथ दुर्भावनावश पहले ही चार सरकारी कार्यालयों को बंद कर अन्य जिलों में शिफ्ट किया गया है और अब राजनंादगांव की चिकित्सा सुविधा को भी शहर से उठाकर दूर किया जा रहा है। आने वाले समय में राजनांदगांव की जनता इस बेतुका निर्णय का कांग्रेस को मुंहतोड़ जवाब देगी। जबकि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। जबकि स्वास्थ्य मंत्री को गंभीरता के साथ इस पर विचार करते उचित पहल करनी चाहिए और उस वक्त के तत्कालिन डीन डॉ. आरके सिंग पर जांच कर कार्रवाई की जानी चाहिए।
नवनियुक्त प्रभारी अहमद की महापौर से भेंट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 जुलाई। जिला युवा कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी गुलबेज अहमद सोमवार को एक दिनी दौरे पर पहुंचे। स्थानीय युकांईयों ने उनका जोशीला स्वागत करते हुए सांगठनिक मुद्दों पर चर्चा की। प्रभार ग्रहण करने के बाद गुलबेज अहमद ने पहले दौरे में राजनांदगांव की युवक कांग्रेस की सांगठनिक परिस्थितियों और गतिविधियों को लेकर जानकारी ली।
महापौर हेमा देशमुख से उनके सरकारी आवास में मुलाकात करने के बाद सिलसिलेवार अलग-अलग पदाधिकारियों से भेंट की। उनके साथ नवनियुक्त जिला सह प्रभारीद्वय रूपचंद साहू, दीक्षा पांडेय व संजीव नेताम भी शामिल थे। महापौर निवास में नवनियुक्त प्रभारी गुलबेज अहमद का महापौर हेमा देशमुख, मानव देशमुख, चेतन भानुशाली, अमित कुशवाहा, नीतिन बत्रा, मोहन साहू समेत अन्य कांग्रेसियों ने उनका स्वागत किया।