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कोरोनाकाल में रियायतों पर शहर की निगाहें, सत्ता और विपक्षी दल ने बनाई रणनीति
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 6 जुलाई। राजनांदगांव मेयर हेमा देशमुख कल 7 जुलाई को शहरी विकास को केंद्रित कर अपना बजट प्रस्तुत करेंगी। बतौर महापौर उनका यह दूसरा बजट है। कोरोनाकाल में ठप पड़े विकास कार्य और शहरी करदाता आर्थिक रियायतों को लेकर निगाहें जमाए हुए हैं। बताया जा रहा है कि नगर निगम द्वारा शहर से लिए जाने वाले करों को लेकर महापौर रियायतें दे सकती है। आम आदमी का कोरोना और बढ़ती महंगाई के चलते मुहाल है। शहर में नल, संपत्तिकर और दूसरे मामलों में निगम द्वारा लिए जाने वाले कर से राहत दिलाने महापौर पर अधिक दबाव भी है। कल सुबह 11 बजे नगर निगम में आयोजित सामान्य सभा में महापौर अपना बजट पेश करेंगी।
इधर सत्ता और विपक्षी दल के पार्षद बजट को लेकर बैठक भी कर रहे हैं। सर्किट हाउस में कांग्रेस पार्षदों ने बैठक कर विपक्ष के हमले का जवाब देने की रणनीति बनाई। वहीं भाजपा पार्षदों ने शहर विकास और दूसरी बुनियादी समस्याओं को लेकर सत्ता पक्ष को घेरने की रणनीति बनाई। गौरतलब है कि महापौर हेमा देशमुख शहर विकास को लेकर प्रतिबद्ध है, लेकिन अलग-अलग राजनीतिक कारणों और कोरोना संकट के कारण विकास कार्य स्वाभाविक तौर पर प्रभावित हुए हैं। कांग्रेस पार्षदों से महापौर हेमा देशमुख ने बजट संंबंधित सुझाव मांगे हैं। वहीं भाजपा पार्षदों से भी सुझाव मंगाए गए। माना जा रहा है कि कल सामान्य सभा की बैठक हंगामेदार होगी। विपक्ष लगातार सत्तारूढ कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाता रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 जुलाई। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस निरंतर प्रदर्शन कर रही है। मंगलवार को भी कांग्रेस ने रोज बढ़ रही कीमत के विरोध में पेट्रोल पंपों के सामने प्रदर्शन किया। शहर में पेट्रोल पंपों के सामने इससे पहले भी कांग्रेस ने विरोध स्वरूप प्रदर्शन कर केंद्र सरकार के नकारात्मक रवैये को लेकर आवाज उठाई थी।
बताया जा रहा है कि देशभर के कई शहरों में 100 रुपए कीमत पार होने के बाद से कांग्रेस और जनता में केंद्र सरकार के प्रति नाराजगी बढ़ी है। कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर सिलसिलेवार प्रदर्शन कर रही है। इधर पेट्रोल पंपों में प्रदर्शन के बाद फ्लाई ओवर के नीचे धरना देते हुए कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने थाली बजाकर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। हाथों की तख्तियों में तरक्की के लिए पेट्रोल-डीजल के दाम को 100 रुपए तक ले जाने पर कांग्रेस ने तीखी आलोचना की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महंगाई कम करने के वादों को भी याद दिलाते कांग्रेसियों ने तंज कसा। कांग्रेसियों का कहना है कि पेट्रोल-डीजल के दाम बढऩे का सीधा असर आम आदमी के जीवन पर पड़ रहा है। खाद्य तेल से लेकर जीवनयापन से जुड़ी वस्तुएं लगातार बढ़ रही है। पेट्रो उत्पादों के दाम कम नहीं होने से कई तरह के कारोबार प्रभावित हुए हैं। महंगाई के खिलाफ कांग्रेस समूचे राज्य में धरना और प्रदर्शन कर रही है। स्थानीय ईमाम चौक में धरने में शामिल हुए कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जाहिर करते थाली बजाई, ताकि केंद्र सरकार के कानों में आवाज पहुंचे। बताया जा रहा है कि कांग्रेसियों के अंादोलन को जनता से भी समर्थन मिल रहा है। महंगाई के कारण आज खाद्य वस्तुएं और दूसरी जरूरी सामान के दाम भी आसमान छू रहे हैं।
धरना में महापौर हेमा देशमुख, शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा, आफताब आलम, सूर्यकांत जैन, रमेश डाकलिया, प्रवीण मेश्राम, वीरू चौहान, प्रभात गुप्ता, अमित चंद्रवंशी, फिरोज अंसारी, हेमंत ओस्तवाल, शारदा तिवारी, अशोक फडऩवीस, अब्बास खान समेत अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ता शामिल थे।
नक्सल संगठन के दस्तावेज में पहाड़ सिंह पर 8 करोड़ का रकम डकारने और जान से मारने का इरादा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 जुलाई। प्रदेश के सीनियर पुलिस अफसर जीपी सिंह पर एसीबी की छापामार कार्रवाई के तहत मिले एक दस्तावेज में पूर्व नक्सली पहाड़ सिंह उर्फ कुमार साय का नाम एक बार फिर प्रशासनिक जगत में सुर्खियों में आ गया है। एसीबी के हाथों पहाड़ सिंह के पूरे सरेंडर प्रक्रिया को लेकर संदिग्ध दस्तावेज मिले हैं। एसीबी पहाड़ सिंह को समर्पण कराने में शामिल कुछ अफसरों से भी सवाल-जवाब कर सकती है। एसीबी नोटबंदी में करोड़ों रुपए पहाड़ सिंह के जरिये खपाने और वापसी से जुड़े प्रमाणित दस्तावेज जब्त करने के बाद आत्मसमर्पण शामिल अन्य अफसरों से भी पूछताछ करेगी।
बताया जा रहा है कि पहाड़ सिंह से एसीबी जल्द ही पूछताछ करेगी। 2018 में मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाकों का कुख्यात नक्सली पहाड़ सिंह ने बतौर दुर्ग रेंज आईजी जीपी सिंह के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। समर्पण के दौरान तीनों राज्यों की पुलिस ने 47 लाख रुपए का ईनाम रखा था। नक्सली की हैसियत से पहाड़ सिंह ने अंदरूनी इलाकों में जंगलराज बना रखा था। बताया जा रहा है कि पहाड़ सिंह ने नक्सल संगठन के लिए दो दशक तक काम किया। इसी कार्यशैली के बूते वह शीर्ष नक्सल नेताओं का भरोसा जीतने में कामयाब हो गया था। बताया जा रहा है कि आत्मसमर्पण करने के पीछे कई तरह के तथ्य भी हैं। नक्सली लीडर रहते पहाड़ सिंह ने नोटबंदी के दौरान करोड़ों रुपए खपाने के लिए अपने करीबियों को दिया।
सूत्र बताते हैं कि सरेंडर करने के बाद पूछताछ में उसने सीमावर्ती इलाकों के कुछ व्यापारियों और अपने करीबियों के नाम का खुलासा करते हुए करोड़ों रुपए देने का भी खुलासा किया। हालांकि सार्वजनिक रूप से इस रहस्य से अब तक पर्दा नहीं हटा है।
राजनांदगांव जिले के छुरिया विकासखंड के फाफामार गांव का रहने वाला पहाड़ सिंह असल जीवन में शिक्षक बनने में नाकामयाब होने के बाद नक्सल संगठन में शामिल हुआ। उसकी अंदरूनी इलाकों में काफी तूती बोलती रही। बताया जा रहा है कि पहाड़ सिंह के सरेंडर से नक्सली बौखला गए। संगठन की ओर से कहा गया कि पहाड़ सिंह ने गद्दारी करते हुए करीब 8 करोड़ रुपए डकार लिए। खुफिया एजेंसियों के पास भी यह सूचना है कि उसके इस कृत्य से भडक़कर एक प्रस्ताव लाकर जान से मारने का संकल्प लिया है। आत्मसमर्पण करने और पहाड़ सिंह के संगठन विरोधी गतिविधियों के चलते नक्सलियों ने उस पर पहरा बिठा दिया था।
सूत्रों का कहना है कि पहाड़ सिंह को नक्सली अबुझमाड़ में भेजने की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच वह मौका देखकर फरार हो गया। बताया जा रहा है कि दुर्ग आईजी रहते जीपी सिंह के सामने सरेंडर करने पर विभाग में अंदरूनी रूप से विवाद भी बढ़ा। बताया जा रहा है कि तत्कालीन एसपी कमलोचन कश्यप को उसके सरेंडर की जानकारी भी लगने नहीं दी गई। इसी बात को लेकर एक अफसर से एसपी कश्यप काफी खफा हो गए।
सूत्रों का कहना है कि एसपी ने इस मामले को लेकर राज्य सरकार के अफसरों से भी शिकायत की। बताया जा रहा है कि सरेंडर के बाद नोटबंदी में खपाने दिए रकम को व्यापारियों और करीबियों ने पहाड़ सिंह को वापस कर दिया। बताया जा रहा है कि पहाड़ सिंह ने नक्सल शहरी नेटवर्क को लेकर भी जानकारी पुलिस को दी थी। महकमे में इस बात को लेकर सवाल उठता रहा है कि पहाड़ सिंह जैसे कुख्यात नक्सली के समर्पण के बाद पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ कोई बड़ी कामयाबी नहीं मिली। नक्सल लीडर के रूप में पहाड़ सिंह ने पुलिस को एक डंप भी नहीं दिलाया। बताया जा रहा है कि पहाड़ सिंह को सरेंडर के एवज में लाखों रुपए की ईनामी राशि और सुपुत्री को सरकारी नौकरी भी मिल गई। बताया जा रहा है कि सरेंडर करने के बाद पुलिस को कोई बड़ी सफलता दिलाने में पहाड़ सिंह असफल रहा। पुलिस के कई अफसर इस बात पर अफसोस जाहिर करते हैं कि सही तरीके से पूछताछ नहीं होने का पहाड़ सिंह ने फायदा उठाया। बहरहाल पहाड़ सिंह के जरिये एसीबी पठारी इलाकों में खपाए गए रकम की जानकारी जुटाने तैयारी कर रही है।
राजनांदगांव, 5 जुलाई। मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के अंतर्गत जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र राजनांदगांव को वित्तीय वर्ष 2021-22 में शिक्षित बेरोजगार युवाओं को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए निर्धारित प्रपत्र में 20 जुलाई तक आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं। योजना के अंतर्गत स्वरोजगार स्थापना के लिए बैंक शाखाओं के माध्यम से व्यवसाय के लिए अधिकतम 2 लाख रूपए, सेवा क्षेत्र के लिए अधिकतम 10 लाख रुपए तथा उद्योग स्थापना के लिए अधिकतम 25 लाख रुपए के ऋण देने का प्रावधान है। स्वरोजगार स्थापित करने के इच्छुक युवक-युवतियां अपना आवेदन पत्र दो प्रतियों में जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र नया संयुक्त जिला कार्यालय हाल क्रमांक-1 राजनांदगांव में प्रस्तुत कर सकते हैं। इस संबंध में विस्तृत जानकारी कार्यालय जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र राजनांदगांव से प्राप्त की जा सकती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बागढ़ चौकी, 5 जुलाई। कोरोना टीकाकरण जागरूकता के लिए औंधी थाने में दस ग्राम पंचायत के सरपंचों, कोटवार, पटेल सहित गणमान्य नागरिकों की बैठक संपन्न हुई।
यह बैठक थाना प्रभारी तारनदास डहरिया के नेतृत्व में हुई। बैठक में सभी से चर्चा करते हुए बताया कि ग्राम पंचायतों में 7 और 8 जुलाई को लगने वाले कोरोना टीकाकरण शिविर में शतप्रतिशत कराने की कोशिश करें। लोगों से मास्क पहनने, दो गज की दूरी बनाए रखने, समय-समय पर अपने हाथ साबुन से अच्छी तरह धोएं, सैनिटाइजर का प्रयोग समेत कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील करें।
बैठक में मौजूद जनप्रतिधि व गणमान्य लोगों को थाना प्रभारी डहरिया ने बताया कि अपने अपने गाँवों में घर-घर जाकर लोगों को टीकाकरण के लिए जागरूक करें व लोगों से टीका लगवाने की अपील करे तथा कोरोनो टीकाकरण को लेकर फैले अफवाहों को दूर कर लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करें।
बैठक में कंचन माला भुआर्य, कैलाश बाई मंडावी, रानू घावड़े, ताराचंद कामड़े, तिलक धुर्वे, साधुराम मंडावी, धन्नूराम किरगामे, नूतन सहारे, मुकुंद शाह, पुष्पा बाई शाह, राम बाई पोटावी, दर्शन भुरकुरे, हरेंद्र बोरकर, सुरेश तारम, नाजुक राम तुलावी, प्रेमदास वट्टी सहित ग्रामीण मौजूद थे।
छात्र युवा मंच ने सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 जुलाई। छात्र युवा मंच ने सोमवार को छात्र युवा मंच के प्रदेश संयोजक नागेश यदु के नेतृत्व में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते जिला चिकित्सालय को वर्तमान मूल स्थान पर संचालित करने की मांग की।
मंच ने ज्ञापन में मांग करते कहा कि वर्षों से जिला चिकित्सालय शहर के मध्य स्थित है, जहां आम नागरिक को सरलतापूर्वक स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त हो पाता है। जिले को पूर्व मुख्यमंत्री वर्तमान विधायक डॉ. रमन सिंह द्वारा मेडिकल कॉलेज का सागौत बेहतर चिकित्सा सुविधाओं में वृद्धि के लिए राजनंादगांव जिले को प्राप्त हुआ था। मेडिकल कॉलेज की स्वयं की बिल्डिंग, संसाधन न होने के कारण मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय में संचालित हो रही थी। वर्तमान आदेश में मेडिकल कॉलेज को पेंड्रा में स्थानांतरित किया जा रहा है। जिसके साथ जिला चिकित्सालय को भी स्थानांतरित किया, जो कि जनहित में नहीं है। जिला चिकित्सालय के अस्तित्व को बचाने और आमजन के बेहतर चिकित्सा सुविधाओं को ध्यान में रखते जिला चिकित्सालय को पेंड्री स्थानांतरित न किया जाए और जिला चिकित्सालय को उसके मूल स्थान पर ही संचालित करने की मांग की। इस दौरान अन्य कार्यकर्ता शामिल थे।
राजनांदगांव, 5 जुलाई। दलित नेता, भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष व बस्तर संभाग के प्रभारी पवन मेश्राम ने आरोप लगाते कहा कि राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज हास्पिटल के लगभग 300 पदों पर प्रशासनिक स्वीकृति के बाद भी भर्ती नहीं होना गैर जिम्मेदाराना है। जबकि स्वीकृत पदों पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की सरकार ने प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की थी। स्वीकृति प्रदान होने के बाद भी भर्ती न करना, बेरोजगारों के साथ छल करना है।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने राजनंादगांव के लिए मेडिकल कॉलेज की सौगात दी, किन्तु एक तत्कालीन डीन डॉ. आरके सिंग के द्वारा शासन के द्वारा स्वीकृत पदों पर भर्ती नहीं की गई। जबकि प्रत्येक अभ्यर्थी से 250 व 500 रुपए का बैंक ड्राफ्ट लिया गया। आज दिनांक तक उक्त 20 हजार आवेदनों पर न ही भर्ती की गई है और न ही किसी प्रकार की प्रक्रिया पूर्ण की गई और न ही विचार किया गया। इस 20 हजार आवेदनकर्ताओं द्वारा जो बैंक ड्राफ्ट दिया गया, वह लगभग 40 से 50 लाख रुपए होता है, जो आज दिनांक तक न ही अभ्यर्थियों को लौटाया गया है और न ही नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण की गई है। जिसके चलते जिला चिकित्सालय के स्टॉफ से कार्य लेना जारी रखा गया है। जबकि जिला चिकित्सालय का अलग से सेटअप है। इसी 40 से 50 लाख रुपए अभ्यर्थियों से ली गई राशि इसी को छुपाने के लिए जिला चिकित्सालय को मेडिकल कॉलेज पेंड्री में शिफ्ट किया जा रहा है।
श्री मेश्राम ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि जिला चिकित्सालय के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर निर्मित भवन को ताला लगाकर जिला चिकित्सालय और मातृ-शिशु (लगभग 20 करोड़ लागत से पिछले साल ही यह भवन बना है) पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राजनांदगांव के लिए मेडिकल कॉलेज की सौगात दी थी, किन्तु तत्कालीन डीन डॉ. आरके सिंग के द्वारा न ही स्वीकृत पदों पर भर्ती की गई और न ही आवश्यक उपकरण व फर्नीचर खरीदी की गई। जिससे जिला चिकित्सालय के उपकरण व फर्नीचर का उपयोग मेडिकल कॉलेज द्वारा किया जा रहा है।
वर्तमान में बिना किसी आदेश के जिला चिकित्सालय को ताला लगाकर बंद करना राजनांदगांव शहर व जिलेवासियों के साथ खिलवाड़ करना है। हाल ही में 20 करोड़ रुपए से निर्मित एमसीएच भवन जिसमें मातृ-शिशु अस्पताल में ताला लगाने के आदेश अधीक्षक ने दिया है, जबकि एमसीएच के लिए नए चिकित्सक व स्टॉफ की पदस्थापना भी कुछ दिनों पहले किया गया है।
शहरवासियों के साथ कुठाराघात
श्री मेश्राम ने बताया कि जिला चिकित्सालय पूर्णत: शहर में संचालित होना शहरवासियों के हित में है। मेडिकल कॉलेज के संचालन के लिए जिला चिकित्सालय की बलि चढ़ाना शहरवासियों के साथ कुठाराघात है। वर्तमान में जिला चिकित्सालय शहर के बीचो-बीच स्थित होने के अलावा शहरवासी आसपास के लगभग सैकड़ों गांवों के लोगों को भी तत्काल चिकित्सा सुविधा प्रदान होती रही है। जिला चिकित्सालय के बंद होने से शहर में स्थित दर्जनभर निजी नर्सिंग होम वालों की चांदी होगी और जनता से मोटी रकम वसूल की जाएगी। जिला चिकित्सालय बंद करके निजी नर्सिंग होमों को फायदा पहुंचाने का षडय़ंत्र किया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री की चुप्पी
श्री मेश्राम ने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार राजनांदगांव जिले व शहर की जनता के साथ दुर्भावनावश पहले ही चार सरकारी कार्यालयों को बंद कर अन्य जिलों में शिफ्ट किया गया है और अब राजनंादगांव की चिकित्सा सुविधा को भी शहर से उठाकर दूर किया जा रहा है। आने वाले समय में राजनांदगांव की जनता इस बेतुका निर्णय का कांग्रेस को मुंहतोड़ जवाब देगी। जबकि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। जबकि स्वास्थ्य मंत्री को गंभीरता के साथ इस पर विचार करते उचित पहल करनी चाहिए और उस वक्त के तत्कालिन डीन डॉ. आरके सिंग पर जांच कर कार्रवाई की जानी चाहिए।
नवनियुक्त प्रभारी अहमद की महापौर से भेंट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 जुलाई। जिला युवा कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी गुलबेज अहमद सोमवार को एक दिनी दौरे पर पहुंचे। स्थानीय युकांईयों ने उनका जोशीला स्वागत करते हुए सांगठनिक मुद्दों पर चर्चा की। प्रभार ग्रहण करने के बाद गुलबेज अहमद ने पहले दौरे में राजनांदगांव की युवक कांग्रेस की सांगठनिक परिस्थितियों और गतिविधियों को लेकर जानकारी ली।
महापौर हेमा देशमुख से उनके सरकारी आवास में मुलाकात करने के बाद सिलसिलेवार अलग-अलग पदाधिकारियों से भेंट की। उनके साथ नवनियुक्त जिला सह प्रभारीद्वय रूपचंद साहू, दीक्षा पांडेय व संजीव नेताम भी शामिल थे। महापौर निवास में नवनियुक्त प्रभारी गुलबेज अहमद का महापौर हेमा देशमुख, मानव देशमुख, चेतन भानुशाली, अमित कुशवाहा, नीतिन बत्रा, मोहन साहू समेत अन्य कांग्रेसियों ने उनका स्वागत किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 जुलाई। भाजपा जिला स्तरीय मोर्चा में सिलसिलेवार नियुक्ति कर पार्टी कार्यकर्ताओं को सांगठनिक रूप से दायित्व सौंप रही है। इसी कड़ी में डोंगरगांव के जमीनी स्तर के नेता माने जाने वाले सिद्दीक बडग़ुजर को जिला भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे का महामंत्री मनोनीत किया गया है।
डोंगरगांव नगर पंचायत के पार्षद सिद्दीक बडग़ुजर लंबे समय से भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता माने जाते हैं। उनकी डोंगरगांव की सियासत में बड़े अल्पसंख्यक चेहरे के रूप में गिनती होती है। निर्विवाद और गुटीय राजनीति से परे सिद्दीक अब बतौर महामंत्री अल्पसंख्यक समुदाय को भाजपा के पक्ष में संगठित करने के लिए जहां कदम उठाएंगे। वहीं उनकी नियुक्ति से यह साफ हो गया कि भाजपा अब अल्पसंख्यक वर्ग को राजनीति में बड़े ओहदे में काबिलियत को परखते काम करने का मौका दे रही है। भाजपा के प्रति हाल ही के महीनों में अल्पसंख्यक वर्ग की गहरी निष्ठा बढ़ी है। माना जा रहा है कि इस नियुक्ति से डोंगरगांव की राजनीति में सकारात्मक माहौल बनेगा। जिला भाजपा अध्यक्ष मधुसूदन यादव के निर्देश पर उनकी यह नियुक्ति हुई है। बहरहाल सिद्दीक बडगुजर को महामंत्री पद देकर भाजपा की अल्पसंख्यक वर्ग में साख बढ़ेगी।
ठाकुरटोला टोल प्लाजा के नियम विरूद्ध संचालन का मामला
राजनांदगांव, 5 जुलाई। राजनांदगांव शहर से सटे ठाकुरटोला में अशोक बिल्डकॉन की टोल प्लाजा के नियम विरूद्ध संचालन पर हाईकोर्ट में दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई शुरू हो गई है। ठाकुरटोला में टोल प्लाजा को नियमत: टप्पा में शिफ्ट किए जाने को लेकर कांग्रेसी नेता व जिला बस आपरेटर संघ अध्यक्ष रईस अहमद शकील ने हाईकोर्ट में चार माह पहले एक याचिका दायर की थी। उनके याचिका पर हाईकोर्ट ने सुनवाई शुरू करते हुए प्रबंधन को चार सप्ताह के भीतर अपना पक्ष रखने निर्देश दिया है।
श्री शकील ने बताया कि अधिवक्ता मो. हसन, आदित्यस्वरूप गुप्ता व शोभित कोष्टा के माध्यम से श्री अहमद ने बिलासपुर हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसे लेकर 3 जुलाई को सुनवाई हुई। उन्होंने बताया कि टोल प्रबंधन को जवाब देना था, पर वे दे नहीं पाए और चार सप्ताह का समय मांगा है। उन्होंंने बताया कि फोरलेन नियम विरूद्ध बनाया गया है। चूंकि नियम के मुताबिक 60 किमी की दूरी पर टोल टैक्स संचालित किया जा सकता है, पर यहां 35 किमी के दायरे में दो टोल नाका संचालित हो रहा है। कुछ सालों से ठाकुरटोला में टोल प्लाजा से राजनांदगांव शहर व आसपास के गांवों में रहने वाले निवासियों को अतिरिक्त कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि ठाकुरटोला टोल प्लाजा राजनंादगंाव शहर और आसपास के गांवों से लगा हुआ है।
रोजाना यहां से हजारों की संख्या में स्थानीय व आसपास के लोगों का आवागमन लगा रहा है। जबकि अंजोरा बायपास पर भी एक टोल प्लाजा संचालित है, जहां पर भी आने जाने वालों से टोल टैक्स की वसूली की जा रही है। 35 किमी के दायरे में संचालित दो टोल प्लाजा के चलते शहर के व्यापारियों सहित बस, ट्रक आदि वाहनों को दो बार टोल टैक्स का भुगतान करना पड़ता है। उन्होंने यह भी बताया कि नेशनल हाईवे शुल्क नियम 2008 के नियम 08 के अनुसार फोरलेन पर स्थापित एक टोल प्लाजा से दूसरे टोल प्लाजा की न्यूनतम दूरी 60 किमी होनी चाहिए थी, जिसके आधार पर अशोका बिल्डकॉन प्रा.लि. को टोल प्लाजा स्थापित करने ग्राम टप्पा में भूमि आबंटन भी किया गया है, जिस पर टोल प्लाजा का निर्माण न कर ठाकुरटोला में टोल प्लाजा का निर्माण किया गया है, जिससे लोगों को दोगुना आर्थिक भार वहन करना पड़ रहा है।
श्री अहमद ने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि फैसला जनहित के पक्ष में आएगा और यह राजनांदगांव वासियों के लिए बड़ी जीत साबित होगी। टोल प्लाजा को हटाने के लिए महापौर हेमा देशमुख सहित अन्य जनप्रतिनिधियों का भी विशेष सहयोग मिल रहा है।
दो दिन पहले चिचोला में हुए घटना की जांच
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 जुलाई। नेशनल हाईवे में स्थित चिचोला में एक राईस मिल संचालक से शनिवार देर शाम को हुई लूटपाट की घटना में पुलिस को ठोस सुराग हाथ लगा है। बताया जा रहा है कि लूटपाट के दौरान संचालक की पिटाई करते हुए आरोपी बिहारी लहजे में बातचीत कर रहे थे। लूट के शिकार मिल संचालक के बयान के आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बताया जा रहा है कि पुलिस को वारदात में कुछ स्थानीय लोगों के संलिप्त होने का भी शक है। शनिवार शाम को महाराजपुर में हाईवे किनारे कमल साहू का एक राईस मिल है। रोज की तरह वह काम निपटाकर शाम को घर लौट रहे थे। करीब 7.30 बजे बाईक से घर लौटते कमल को शिकारीटोला-महाराजपुर के मध्य तीन से चार अज्ञात आरोपियों का एक दल ने कार से रास्ता रोका। कार से उतरते ही आरोपियों ने उनके गले में पहने सोने के चैन को छीन लिया। उसके बाद मारपीट करते हुए जबर्दस्ती कार में बिठाया।
बताया जा रहा है कि कमल साहू के पास घटना के वक्त जेब में 13 हजार रुपए नगद थे, जिसे छीनते हुए आरोपियों ने उसकी अंगूठी भी उतार ली। बताया जा रहा है कि कार के अंदर लूटपाट की घटना के वक्त एक व्यक्ति बाहर में उनकी मोटर साइकिल पर कब्जा किए हुए था। आरोपियों ने मारपीट करते हुए करीब एक घंटे तक कार में बिठाकर इधर-उधर घुमाया।
बताया जा रहा है कि आरोपियों ने मिल संचालक से 5 लाख रुपए की भी रकम की डिमांड रखी। आरोपी लगातार उनसे एटीएम कार्ड और उसके पासवर्ड के बारे में भी जानकारी मांगते रहे। उस दौरान कार्ड नहीं होने के कारण आरोपी उन्हें डराते-धमकाते हुए नेशनल हाईवे स्थित टप्पा तक लेकर आए। संचालक के पास से कुछ नहीं मिलने के बाद उन्हें आरोपी कार से उतारकर भाग गए। नेशनल हाईवे में हुए इस घटना से पुलिस हडक़ंप में आ गई। बताया जा रहा है कि पुलिस ने फौरन में आते ही आरोपियों की खोजबीन शुरू कर दी।
इस संबंध में चिचोला थाना प्रभारी श्री सेंगर ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि प्रारंभिक जांच में अज्ञात आरोपियों के संबंध में कुछ जानकारियां मिली है। बिहारी भाषा में बातचीत करने की जानकारी सामने आते ही आरोपियों की खोज की जा रही है। पुलिस को संदेह है कि यह घटना स्थानीय लोगों की मदद से की गई है। जल्द ही इसका खुलासा होगा।
दो दिन गुजर जाने के बाद आरोपी भले ही पुलिस की पहुंच से दूर है, लेकिन पुलिस आसपास के इलाके को खंगालते हुए आरोपियों के गुजरने वाले रास्तों के सीसीटीवी की भी जांच कर रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 जुलाई। शहर को प्रदूषण मुक्त करने एवं हरियर राजनांदगांव की परिकल्पना को साकार करने नगर निगम द्वारा शहर में वृहद रूप से वृक्षारोपण किया जा रहा है। जिसका प्रारंभ विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर महापौर हेमा सुदेश देशमुख एवं नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने नगर निगम के सामने डिवाईडर में वृक्षारोपण कर किया था। इसी कड़ी में मोहड में नगर निगम द्वारा शहर के गंदे पानी को ट्रीट कर उपयोगी बनाने सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया जा रहा हैै, के आसपास एवं उससे लगे डेड केनाल के पास पीपल एवं करंज के लगभग 300 पौधों का रोपण किया जा रहा है।
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने वृक्षारोपण महाअभियान के संबंध मेें बताया कि हरियर राजनांदगांव की परिकल्पना को साकार करने गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी नगर निगम द्वारा शहर में वृहद रूप से वृक्षारोपण किया जा रहा है। इसके लिए सभी वार्डों में स्थान चयन कर सुरक्षित एवं पानी की उपलब्धता वाले स्थान पर पौधरोपण किया जा रहा है। जिसके तहत अब तक शहर के डिवाईडर, पेंड्री बाईपास से सीआईटी कॉलेज बाईपास तक, बाबूटोला, दीवानटोला, बसंतपुर लेप्रोसी हास्पिटल के पास के अलावा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में अब तक नीम, पीपल, बरगद, गुलमोहर, करंज, बादाम, शीशम, अर्जुन पाम, पेल्ट्रा पाम, उज्जैनी लगभग 17 सौ पौधों का रोपण किया गया और मोहड में निर्माणाधीन एफ.एसटीपी के आसपास एवं उससे लगे डेड केनाल के पास पीपल एवं करंज प्रजाति के लगभग 3 सौ पौधों का रोपण किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि खेतों से लगे उक्त डेड केनाल के आसपास अतिक्रमण न हो तथा वह एरिया पेड़-पौधों से सुसज्जित हो जाए। इसके लिए वृक्षारोपण किया जा रहा हैै। गत् वर्ष निगम द्वारा किए गए पौधरोपण का भी देखभाल किया जा रहा है, उनमें से अधिकांश पौधे वृक्ष का आकार ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि हर व्यक्ति अपने घर एवं संस्थान के सामने लगे वृक्ष की देखभाल व सुरक्षा करेगा तो हमारा शहर हराभरा हो जाएगा। उन्होंने नागरिकों, समाजसेवी संगठनों से अपील करते हुए कहा कि अपनी सुविधा के अनुसार पौधे लगाकर वृक्षारोपण महाअभियान में सहभागी बने।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 जुलाई। जिले में फसलों की सुरक्षा तथा पशुओं की चराई पर रोक लगाने जनपद पंचायत राजनांदगांव के अंतर्गत ग्राम बघेरा के गौठान में रोका छेका कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जनपद सदस्य मोहनीश धनकर, सरपंच हरीश देशमुख, उपसरपंच घनश्याम यादव, ग्राम के चरवाहे, स्वयं सहायता समूहों के सदस्य एवं जनपद एवं पशु विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर पशुओं का टीकाकरण, महिला स्वसहायता समूहों के उत्पादों एवं छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का प्रदर्शन किया गया। साथ ही पौधरोपण किया गया। कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए जनसामान्य को टीकाकरण के प्रति जागरूक करने के लिए 67 वर्षीय हुबलाल देशमुख, 56 वर्षीय दुर्जन देवांगन, 25 वर्षीय विकास यादव का कोरोना टीका लगाने पर सम्मानित किया गया। रोका छेका को प्रोत्साहन देने के लिए ग्राम के सभी चरवाहों का पुष्प गुच्छ एवं श्रीफल भेंट कर सम्मान किया गया। जनपद सदस्य मोहनीश धनकर ने गौठान एवं महिला समूहों द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की। इस दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी एसके ओझा, जनपद पंचायत से करारोपण अधिकारी मुकेश बंछोर, बीपीएम सुशील श्रीवास्तव, क्षेत्रीय समन्वयक नीति शर्मा, तकनीकी सहायक गोपीचंद साहू एवं पंचायत सचिव मोहन साहू एवं ग्रामवासी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 जुलाई। भाजपा राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रही है। जिसके तहत राज्य व जिले के कार्यकर्ताओं का वर्चुअल माध्यम से ई-चिंतन प्रशिक्षण शिविर प्रत्येक शनिवार से संचालित हो रहा है। जिसके तहत जिला स्तर के कार्यकर्ताओं को राज्य स्तर के वरिष्ठ मार्गदर्शक द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
मीडिया सेल के अनुसार इसी परिप्रेक्ष्य में शनिवार को कृषि में सुधार व उपलब्धिां विषय पर भाजपा का ई-चिंतन प्रशिक्षण शिविर संपन्न हुआ। जिसमें अध्यक्षता जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह एवं मुख्य वक्ता के रूप में वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडे थे।
कार्यक्रम का संचालन करते जिला महामंत्री सचिन बघेल ने विक्रांत सिंह को परिचय के लिए आमंत्रित किया। तत्पश्चात एकता अग्रहरि द्वारा एकल गीत का गान संपन्न हुआ। मुख्य वक्ता पूर्व मंत्री श्री पांडे ने कृषि में भारत की संस्कृति पर जिक्र करते कहा कि जमीन से माता सीता के प्रकट होने से लेकर वैज्ञानिकों द्वारा एग्रीकल्चर जिसका अर्थ संस्कृति के लिए हम सहमत हैं, पर अपने विचार रखा। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में कृषि की विशेष महत्ता है। विगत 70 वर्षों में कृषि के क्षेत्र में कांग्रेस ने कोई ठोस सुधार कार्य नहीं किया। जिसके कारण आज किसान परेशान है। उन्होंने कहा कि एक समय में अमेरिका का लाल गेहूं कर्ज के रूप में मिलने पर मजबूरी में भारतीय उसे खाते थे।
श्री पांडे ने कहा कि खाद की कमी कृत्रिम रूप से विपक्षी दलों द्वारा बनाई गई है, यूरिया जो कि पहले सिर्फ कोऑपरेटिव सोसाइटी में बिकता था, उसे प्राइवेट में दे दिया गया। जिसके कारण कालाबाजारी बढऩे लगी। वर्चुअल बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह सहित भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। अंत में प्रशिक्षण सत्र में आभार प्रदर्शन जिला भाजपा अध्यक्ष मधुसूदन यादव ने किया। बैठक में आईटी सेल के संयोजक गिन्नी चावला एवं सूर्यकांत शर्मा ने विशेष तैयारियां की।
राजनांदगांव, 4 जुलाई। मानपुर ब्लॉक के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कन्या भर्रीटोला एवं शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला बालक भर्रीटोला में मोहल्ला क्लास का संचालन पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के द्वितीय चरण के तहत प्रारंभ किया गया है। वर्तमान में कोरोना संकट के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इस उद्देश्य से स्कूल शिक्षा विभाग छग शासन द्वारा पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के द्वितीय चरण का आगाज किया गया है। जिसके तहत राजनंादगांव जिले के सभी विकासखंडों में मोहल्ला कक्षाएं प्रारंभ की जा रही है। इसी परिप्रेक्ष्य में मानपुर के सुदूर वनांचल ग्राम भर्रीटोला में शिक्षकों, शिक्षा सारथियों एवं ग्रामीणों के सहयोग से मोहल्ला क्लास प्रारंभ की जा रही है। इस मोहल्ला क्लास में कोविड-19 प्रोटोकॉल एवं सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते कक्षाएं संचालित की जा रही है।
ग्राम भर्रीटोला में मोहल्ला कक्षा प्रारंभ किए जाने के अवसर पर ग्राम पटेल पूरन सिंह उसारे, सरपंच कुंती उसारे, सरपंच पति सुभाष उसारे, भर्रीटोला के संकुल समन्वयक श्रीहरि, प्रधानपाठक पूर्व माध्यमिक शाला कन्या भर्रीटोला श्यामूलाल उसारे एवं प्रधानपाठक पूर्व माध्यमिक शाला बालक भर्रीटोला केशव सिंह दर्रो, शिक्षकगण शिवसागर रघुवंशी, चंद्रशेखर कोर्राम, जितेन्द्र मंडावी, त्रिवेद साहू सहित ग्राम भर्रीटोला ग्रामवासी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। ग्राम भर्रीटोला में मोहल्ला कक्षाएं शुरू होने पर जिला शिक्षा अधिकारी राजनांदगांव एचआर सोम, डीएमसी भूपेश साहू, एपीसी सतीश ब्यौहरे, विकासखंड शिक्षा अधिकारी मानपुर एनके निरापुरे, एबीईओ अरूण मरकाम, बीआरसी जाहिदा खान सहित ग्राम भर्रीटोला के ग्रामवासियों एवं शाला प्रबंधन समिति सदस्यों ने हर्ष व्यक्त किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 जुलाई। नगर पालिक निगम की बजट बैठक 7 जुलाई को सुबह 10:50 बजे नगर निगम टाउनहाल सभागृह में आहूत की गई है । बैठक में पुनरीक्षित आय-व्यय वर्ष 2020-21 एवं प्रस्तावित आय-व्यय बजट वित्तीय वर्ष 2021-22 के स्वीकृति के संबंध में विचार-विमर्श उपरांत निर्णय लिया जाएगा।
नगर निगम अध्यक्ष हरिनारायण पप्पू धकेता ने बताया कि सुबह 10.50 बजेे से बैठक प्रारंभ होगी। महापौर हेमा देशमुख द्वारा बैठक के प्रारंभ में बजट प्रतिवेदन का पठन किया जाएगा। उन्होंने महापौर सहित महापौर परिषद के प्रभारी सदस्यों, पार्षदों, नामांकित पार्षदों व पत्रकारों एवं अधिकारियों-कर्मचारियों से कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते मास्क लगाकर बैठक में उपस्थिति की अपील की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 जुलाई। मोहला विकासखंड के ग्राम रेंगाकठेरा में 2 जुलाई से मोहल्ला क्लास प्रारंभ की गई है। मोहल्ला क्लास का संचालन प्रारंभ होने के अवसर पर अतिथियों द्वारा नव प्रवेशी बच्चों को मिठाई खिलाकर एवं सभी बच्चों को कापी, पेन, पहाड़ा, पेंसिल, रबड़ एवं मास्क का वितरण कर पढ़ई तुंहर दुआर योजना के द्वितीय चरण के तहत शैक्षणिक अध्यापन कार्य शुरू किया गया।
हाईस्कूल के प्राचार्य बीके प्रजापति ने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए पढ़ाई जरूरी है। जिससे बच्चों का भविष्य उज्जवल होगा। सभी बच्चों को प्रतिदिन मोहल्ला कक्षा में आकर पढ़ाई करना है। साथ में इस बात का भी विशेष ध्यान रखना है कि मास्क लगाकर और सोशल डिस्टेंस का पालन करते पढऩा है। संकुल समन्वयक श्री वर्मा ने कहा कि प्रतिदिन कक्षा संचालित होगी, सभी बच्चे रोज मोहल्ला कक्षा आए और पढ़ाई करें। मीडिया प्रभारी सुनील शर्मा ने अतिथियों का आभार प्रकट किया। इस मोहल्ला कक्षा के शुभारंभ में हाईस्कूल के प्राचार्य बीपी प्रजापति, शाला प्रबंधन समिति के सदस्य शमा परवीन, बिसंतीनबाई, पालकगण, प्रधान पाठक नंदकुमार साहू, शिक्षक सुनील शर्मा, युगलकिशोर सिन्हा, थानसिंह कारटे, प्रेमलता शर्मा, सुनीता वर्मा सहित विद्यार्थीगण एवं ग्रामवासीगण उपस्थित रहे।
पखवाड़ेभर में 20 हजार का वैक्सीनेशन-बीएमओ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 4 जुलाई। वनांचल में वैक्सीनेशन को लेकर इस कदर जागरूकता फैली है कि अब प्रशासन टीकाकरण केंद्रों में वैक्सीन की आपूर्ति नहीं कर पा रहा है। स्वास्थ्य विभाग तो वैक्सीन का टोटा बताकर ग्रामीण क्षेत्रों के कई वैक्सीनेशन सेंटर को बंद कर दिया है। इधर हर दिन वैक्सीनेशन सेंटर से सैकड़ों लोग बिना टीका लगाए वापस लौट रहे हैं।
ग्रामीणों की ओर से वैक्सीनेशन की मांग हो रही है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग सेंटरों में कोविड टीका की आपूर्ति नहीं कर पा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि डिपो से ही वैक्सीन की आपूर्ति नहीं हो रही है, तो वे क्या कर सकते हैं। मई तक सुस्त एवं औसत गति से चल रही वैक्सीनेशन अभियान जून के चौथे सप्ताह से आश्चर्यजनक ढंग से काफी रफ्तार पकड़ लिया है।
बीएमओ डॉ. आरआर धुर्वे ने बताया कि पखवाड़ेभर में बीस हजार से अधिक लोगों का टीकाकरण किया गया है। उन्होंने बताया कि ब्लॉक में 25 जनवरी से फ्रंटलाइन वर्करों को वैक्सीन लगाने से टीकाकरण का अभियान शुरू हुआ है।
उन्होंने बताया कि जनवरी माह से मई तक ब्लाक में कुल मात्र 28000 हजार लोगों का टीका लगाया गया था। इधर जून माह में 25 हजार से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन किया गया है।
बीएमओ ने बताया कि टीकाकरण मुहिम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, शिक्षा, राजस्व तथा महिला बाल विकास विभाग के आगे आकर स्वास्थ्य विभाग को सहयोग करने से वनांचल में टीकाकरण की रफ्तार काफी तेज हो गई है। उन्होंने कहा कि जून माह के चौथे सप्ताह में हर दिन रिकार्ड टीकाकरण कर रहे हैं और पखवाड़ेभर में 15 हजार से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाए हैं।
बीपीएम विनोद यादव ने बताया कि टीकाकरण की मुहिम में जब से स्वास्थ्य विभाग के सहयोग के लिए शिक्षा एवं अन्य विभागों को मैदान में लाया गया है, वैक्सीनेशन की गति काफी बढ़ गई है और हम ग्रामीण क्षेत्रों में मांग के अनुरूप वैक्सीन की आपूर्ति नहीं कर पा रहे हैं। इधर केन्द्रों में वैक्सीन नहीं पहुंचने से जुलाई में हर दिन टीकाकरण केन्द्रों से सैकड़ों लोगों को मायूस होकर घर लौटना पड़ रहा है।
पहले दिन 78 मवेशी मालिकों से भराए संकल्प पत्र
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 जुलाई। शासन द्वारा गांव व शहरों के आसपास फसलों, बाडिय़ो, उद्यानों आदि की सुरक्षा के लिए एवं नगरीय क्षेत्रों में आवारा पशु मुक्त एवं शहर को साफ -सुथरा व स्वच्छ रखने के साथ-साथ दुर्घटना मुक्त रखने हेतु एक जुलाई से रोका-छेका संकल्प अभियान चलाया जा रहा है। अभियान में पशुपालकों से इस हेतु संकल्प पत्र भी भराया जा रहा है। शासन निर्देश के अनुक्रम में नगर निगम सीमाक्षेत्र में संकल्प अभियान चलाने निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने कर्मचारियों की ड्यूटी लगायी है। निगम के कर्मचारियों ने अभियान के पहले दिन 78 मवेशी मालिकों से संकल्प पत्र भराया गया और शनिवार को 209 संकल्प पत्र निगम क्षेत्र के पशुपालकों से भराए गए।
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि शहर को साफ एवं स्वच्छ रखने रखने तथा दुर्घटनामुक्त रखने, रोका छेका संकल्प अभियान निगम सीमा क्षेत्र मे चलाया जा रहा है। अभियान में लगे कर्मचारियों द्वारा प्रतिदिन आवारा पशुओं को पकडऩे तथा संकल्प पत्र भराने का कार्य किया जा रहा है। जिसके तहत लालबाग, बल्देवबाग, पीटीएस, नंदई, बसंतपुर, कामठी लाइन, रामाधीन मांर्ग क्षेत्र से 54 पशुओं को पकड़ा गया और अभियान के प्रथम दिन 78 संकल्प पत्र एवं आज तक 209 संकल्प पत्र मवेशी मालिकों से रोका-छेका संकल्प पत्र भराया गया। जिसमें सभी पशु मालिक अपने पालतू मवेशियों को अपने स्थान पर रखने, सडक़ों पर आवारा घूमने, खुला नहीं छोडऩे तथा फसलों व उद्यानों में पालतू मवेशियों का प्रवेश स्वयं रोकने संबंधी संकल्प पत्र भराया जा रहा है। यह अभियान प्रतिदिन जारी रहेगी।
उन्होंने कहा कि दुर्घटना से बचने मवेशी मालिक अपने जानवर को निर्धारित स्थल में बांधकर रखने तथा चौक-चौराहों व सडक़ों पर घूमने पशुओं को खुला न छोडऩे की अपील की है। उन्होंने कहा कि चौक-चौराहों व सडक़ों पर खुला घूमते पाए जाने पर पशुओं को नगर निगम के अमला द्वारा पकडक़र कांजी हाऊस में बंद कर नियमानुसार शुल्क व जुर्माना का भुगतान करने के उपरांत ही मुक्त कर संबंधित पशु पालकों को सौंपा जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 जुलाई। नगर निगम सीमांतर्गत अवैध निर्माण एवं शासकीय भूमि पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रभावी रूप से रोकथाम करने नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने नगर निगम में अतिक्रमण दस्ता (तोडू दस्ता) का गठन किया गया है। गठित दल निगम सीमा क्षेत्र में अवैध रूप से किए गए अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई कर रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को लखोली नाका चौक में अतिक्रमण कर ठेला एवं गुमटी रख व्यवसाय कर रहे लोगों को समझाईस देकर ठेला हटाया गया।
निगम आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि लखोली नाका चौक में अतिक्रमण कर 3 लोगों द्वारा ठेला रखकर व्यवसाय किया जा रहा था, जिसे आज नगर निगम के अतिक्रमण तोडूदस्ता द्वारा पुलिस बल सहित उक्त स्थान से अतिक्रमण हटाने के तहत 3 नग ठेला हटाया गया। इन्हें पूर्व में नोटिस भी दिया गया था, किन्तु इनके द्वारा ठेला नहीं हटाया गया था। उन्होंने अतिक्रमण दस्ता से कहा कि शहर मेें जहां-जहां पर अतिक्रमण किया जा रहा है, उसे तत्काल हटाया जाए और संबंधित के विरूद्ध निगम प्रावधानों के तहत कार्रवाई किया जाए।
राज्य सरकार की गिनार्इं उपलब्धियां, वैक्सीन व पौधरोपण के लिए किया जागरूक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 4 जुलाई। पुल-पुलिया, सडक़ व भवन से नहीं समाज में बदलाव एवं खुशहाली शिक्षा के विकास से आएगी। शिक्षा के प्रति जागरूकता एवं अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने से ही परिवार व समाज में मजबूती आएगी। मूलभूत सुविधाओं का विस्तार विकास करना हमारी जवाबदेही है, वह तो होगा ही और हमें करना भी है, लेकिन वर्तमान स्थिति में शिक्षा व स्वास्थ्य के विकास में ध्यान केन्द्रित करने की अधिक आवश्यकता है। यदि हम ऐसा कर पाए तो निश्चित तौर पर आने वाला कल बदलाव लेकर आएगा। उपरोक्त बातें शनिवार को मोहला-मानपुर विधायक इंद्रशाह मंडावी ने ब्लॉक के विभिन्न स्थानों में रखते लोगों को शिक्षा व स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया।
विधायक श्री मंडावी ने शनिवार को बिहरीकला में कोसरिया पटेल समाज के लिए 6 लाख का अतिरिक्त भवन का भूमिपूजन, परसाटोला कन्या उ.मा.शा. में आहाता निर्माण एवं भर्रीटोला व तुमड़ीकसा में सामुदायिक भवन तथा आंगनबाड़ी भवन का लोकार्पण किया। इसके अलावा ग्राम गौलीटोला ग्राम पंचायत में कौड़ीकसा पंडरीतराई मार्ग में पुलिया निर्माण के लिए शिलान्यास किया। सभी स्थानों में विधायक मंडावी मुख्य अतिथि व ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अनिल मानिकपुरी, जिला पंचायत सदस्य बिरेन्द्र मसिया, कांग्रेस नेता रामेन्द्र गोआर्य, राजकुमार ध्रुव, डेरहा मेश्राम, पूनाराम पटेल, रमेशचंद्र मिश्रा, अजय अग्रवाल, पन्ना मेश्राम, जनपद सदस्य उमा पटेल, तहसीलदार एचएन खुटे, सीईओ बीएल देहारी एवं इन ग्रामों के सरपंच हेमलता ठाकुर, नोहर धनंजय, नीलकुंवर मंडावी, जनपद सदस्य रागिनी, सोरी, सरंपच भुनेश्वर चंद्रवंशी अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
एक दिवसीय प्रवास पर आए श्री मंडावी ने जनमानस को शिक्षा व स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया। उन्होंने कहा कि मूलभूत सुविधाओं का विस्तार करना एवं सडक, पेयजल, बिजली, पुल-पुलिया एवं भवन की सौगातें दिलाना हमारा काम है, पर प्रमुख काम लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक करना और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दिलाने के लिए काम करना है।
श्री मंडावी ने परिवार और समाज के विकास के लिए लोगों को अपने-अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने का आह्वान किया। साथ ही कोरोना महामारी से बचाव के लिए कोविड का टीका लगाने व प्रोटोकाल का पालन करने हेतु प्रेरित किया। कार्यक्रम में मुन्ना परिहार, सुकलाल निषाद, बिंझवार पटेल, चन्द्रप्रकाश दखने, संजय सिंह, श्री वर्मा, हरदीप छाबडा, अरूण कौशिक, नितिन लोनहारे, बनवारी बघेल, छवि नेताम, रूपसाय धनंजय सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे
प्रोत्साहन योजना का लाभ उठाने की अपील
विधायक श्री मंडावी ने ग्राम बिहरीकला, परसाटोला, भर्रीटोला, तुमडीकसा, मेटेपार में पौधारोपण कार्यक्रम में शामिल हुए। श्री मंडावी ने सभी स्थानों में आहाता युक्त परिसरों में पौधारोपण कर लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया। विधायक ने मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना की जानकारी देते योजना का लाभ उठाने का आह्वान किया।
योजनाओं की दी जानकारी दी
विधायक मंडावी ने कांग्रेस के भूपेश सरकार की उपलब्धियां गिनाई। उन्होंने कहा कि सरकार में आते ही सीएम ने किसानों से जुड़े हर वायदों को पूरा किया है। धान का समर्थन मूल्य जहां 2500 हुआ है। वहीं लोगों का कर्ज माफी भी की गई। श्री मंडावी ने छग शासन की नरूवा, गरूवा, घुरूवा, बाडी, गोधन न्याय योजना, मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना सहित अन्य योजनाओं की जानकारी देते ग्रामीणों को इसका लाभ उठाने का आह्वान किया। विधायक ने अपनी सभा में बढ़ती महंगाई व केन्द्र सरकार के तीन कृषि काला कानून को लेकर भाजपा की मोदी सरकार पर भी कड़े प्रहार किए।
अक्सर विवादों में रहे मेहरा पर जुर्म दर्ज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 जुलाई। एक सरकारी स्कूल में पदस्थ शिक्षिका ने एक खेल अधिकारी पर अश्लील तस्वीर और एलबम भेजने तथा गलत कार्य करने की पुलिस से शिकायत की है। जिला क्रीड़ा अधिकारी किशोर मेहरा पर लगे संगीन आरोप से प्रशासनिक हल्के में खलबली मच गई। शिक्षिका के शिकायत के बाद आईटी एक्ट और मानसिक प्रताडऩा के धाराओं के तहत बसंतपुर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।
बताया जा रहा है कि शिक्षिका पर कई महीनों से गलत काम करने के दबाव के साथ खेल अधिकारी मेहरा वाट्सअप के जरिये अश्लील फोटो एलबम भेज रहे थे। शिक्षिका लगातार खेल अधिकारी के इस कृत्य से मानसिक रूप से परेशान थी। बताया जा रहा है कि मेहरा अपने पद का रूतबा दिखाते हुए महिला को धमका भी रहे थे। इसी बात से तंग होकर बसंतपुर पुलिस में लिखित शिकायत कर शिक्षिका ने खेल अधिकारी के वास्तविक रूप से पुलिस के सामने रखा। गौरतलब है कि खेल अधिकारी किशोर मेहरा लंबे समय से जिले में ही पदस्थ हैं। उनके सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के प्रभावी लोगों से व्यक्तिगत संबंध हैं। लंबे समय से उनकी पदस्थापना को लेकर सवाल उठते रहे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक शहर के एक शासकीय स्कूल में पदस्थ शिक्षिका ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराते बताया कि 2 जुलाई को सुबह जिला क्रीड़ा अधिकारी किशोर मेहरा ने अपने वाट्सअप मोबाइल से शिक्षिका के मोबाइल नंबर पर अश्लील फोटो का पूरा एलबम ही भेज दिया। साथ ही पीडीएफ भी बनाकर भेजा। शिक्षिका का कहना है कि उसने तुरंत खेल अधिकारी मेहरा को फोन पर उनकी इस हरकत पर आपत्ति जताई तो खेल अधिकारी मोबाइल पर ही धमकी देकर अश्लील बातें करने लगा। आखिरकार पीडि़त शिक्षिका बसंतपुर थाना पहुंची और घटनाक्रम की जानकारी देते एफआईआर दर्ज करा दी। फिलहाल आरोपी खेल अधिकारी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
बस्तर में शराब पीकर हंगामा का आरोप
खेल अधिकारी किशोर मेहरा का अपने बर्ताव के चलते विवादों से नाता रहा है। वह उस समय भी प्रदेश स्तर में भी सुर्खियों में आए जब करीब 3 साल पहले बस्तर में आयोजित एक राज्य स्तरीय शालेय स्पर्धा में राजनांदगांव से टीम लेकर पहुंचने के दौरान उन्होंने शराब पीकर हंगामा खड़ा कर दिया था। उस दौरान भी उनके प्रशासनिक कार्यप्रणाली को लेकर उंगलियां उठी थी। हालांकि यह भी स्पष्ट है कि प्रशासनिक और विभागीय स्तर पर इस मामले की जांच नहीं हुई। यही कारण है कि मेहरा के इससे हौसले बुलंद हो गए। बताया जा रहा है कि पूरे मामले को लेकर कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों से जानकारी ली है। माना जा रहा है कि अगले एक-दो दिन में खेल अधिकारी के खिलाफ बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई हो सकती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 जुलाई। फसलों की सुरक्षा तथा पशु चराई पर रोक लगाने ग्राम मोखला में गुरुवार को रोका छेका कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष गीता घासी साहू , जिला पंचायत सदस्य अंगेश्वर देशमुख, जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर शामिल हुए। इस अवसर पर जिपं सीईओ श्री चंद्राकर ने गौठान का निरीक्षण करते आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने महिला स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए सब्जी बाड़ी का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां वर्मी कम्पोस्ट, तार फेंसिंग, बीज उत्पादन, फूलों की खेती के कार्य को देखकर समूह की महिलाओं की प्रशंसा की तथा गौठान में और अधिक कार्य करने हेतु प्रेरित किया। इस अवसर पर पौधरोपण भी किया गया।
जिला पंचायत सीईओ श्री चंद्राकर ने ग्राम कुम्हालोरी गौठान का भ्रमण किया एवं समूह के सदस्यों को सब्जी बाड़ी का कार्य किए जाने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने गौठान में तार फेंसिंग लगाने के लिए तत्काल सरपंच एवं सचिव को निर्देशित किया। जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एसके ओझा ने गौठान, गोधन न्याय योजना एवं महिला समूह द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 जुलाई। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा की पहल पर मानपुर विकासखंड के दूरस्थ अंचल में सघन सुपोषण अभियान के तहत अतिगंभीर कुपोषित बच्चों एवं एनिमिया पीडि़त गर्भवती माताओं के सुपोषण की दिशा में कारगर कदम उठाए गए हैं। कलेक्टर ने कहा कि कुपोषण एवं अभिशाप है। दूरस्थ अंचल मानपुर में कुपोषण पर विशेष ध्यान देते बच्चों एवं एनिमिक गर्भवती माताओं को सुपोषित करने सघन सुपोषण अभियान चलाया गया है। कुपोषण को दूर करने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सतत कार्य जारी है। कलेक्टर ने कहा कि बच्चों को दिन में चार बार पौष्टिक भोजन दें, ताकि वे दिनभर ऊर्जावान एवं स्वस्थ रहें। कलेक्टर ने 15 दिन में बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण कराने के निर्देश दिए हंै। डीएमएफ की राशि से बच्चों एवं एनिमिक महिलाओं के लिए पौष्टिक भोजन की व्यवस्था की गई है।
जिला परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास रेणु प्रकाश ने बताया कि सघन सुपोषण अभियान का मुख्य उद्देश्य गंभीर कुपोषित बच्चों एवं एनीमिया पीडि़त गर्भवती माताओं की सतत निगरानी रखते समुदाय के सहयोग से सुपोषित करना है। बच्चों को उनकी रूचि के अनुरूप दो समय नाश्ता एवं दोपहर तथा शाम को स्वादिष्ट एवं पौष्टिक भोजन दिया जा रहा है। दूध, फल, खिचड़ी, अंडा एवं अन्य सुरूचिपूर्ण पौष्टिक आहार दे रहे हैं। बच्चे स्वाद लेकर पौष्टिक आहार ले रहे हंै। इस अभियान के अंतर्गत 229 अति गंभीर कुपोषित बच्चों को उनकी रूचि अनुसार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा गर्म भोजन बनाकर बच्चों के घर तक टिफिन पहुंचाया जाएगा। साथ ही 437 एनीमिक गर्भवती महिलाओं को सूखा राशन प्रति सप्ताह एक निश्चित मात्रा में टीएचआर के तहत प्रदान किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 जुलाई। शासन द्वारा रोका छेका अभियान प्रारंभ किया गया है। रोका-छेका छत्तीसगढ़ की ग्रामीण संस्कृति का अभिन्न अंग है। जिसके माध्यम से ग्रामीणजन फसलों की सुरक्षा करते रहे हंै। रोका छेका कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जनपद पंचायत अध्यक्ष मानपुर दिनेश शाह मंडावी ने नवागांव आदर्श ग्राम गौठान की महिलाओं द्वारा 20 हजार की मछली बिक्री से हुई आमदनी का जिक्र करते महिलाओं को ऐसी गतिविधि अपनाने एवं आर्थिक रूप से मजबूत करने प्रेरित किया। उन्होंने नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना प्रदेश में लागू करने हेतु मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार व्यक्त किया।
इस अभियान के तहत अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मोहला राहुल रजक एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मानपुर डीडी मंडले ने आदर्श ग्राम गौठान नवागांव, उरझे तथा ग्राम गौठान मरकेली पहुंचकर रोका-छेका के संबंध में गौठान समिति के सदस्यों एवं महिला स्वसहायता समूह से चर्चा की। एसडीएम मोहला राहुल रजक ने आदर्श गौठानों में संचालित गतिविधियों की जानकारी ली। वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी आरके पिस्दा द्वारा राजीव गांधी न्याय योजना के तहत धान के स्थान पर अन्य फसल लेने व मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के तहत वृक्ष लगाने पर 10 हजार रुपए प्रति एकड़ लाभ लेने किसानों को प्रोत्साहित किया गया। इस अवसर पर पशुपालन विभाग द्वारा टीकाकरण व उपचार किया गया।
कार्यक्रम में गौठान समिति सभापति, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मानपुर डीडी मंडले, विकासखण्ड परियोजना प्रबंधक रामकुमार विश्वकर्मा, चंदनसिंह राजपूत क्षेत्रीय समन्वयक, वरिष्ट कृषि विस्तार अधिकारी आरके पिस्दा, कृषि विस्तार अधिकारी गोविन्द्र धुर्वे, कृषि विकास अधिकारी रंजु मंडावी एवं श्री चंदेल, आरएईओ कार्यक्रम अधिकारी स्नेहा गजभिये, गौठान समिति अध्यक्ष एवं महिला स्वसहायता समूहों के सदस्यगण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।