राजनांदगांव
'छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 07 जुलाई। प्रदेश के वन मंत्री और राजनांदगांव के पूर्व प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर बुधवार को एकाएक राजनांदगांव पहुंचे। व्यस्त कार्यक्रम के बीच पहुंचे श्री अकबर ने शहर के रानीसागर सरोवर के किनारे स्थित अटल शाह मजार में चादर चढ़ाई। बिना किसी सूचना के जियारत करने पहुंचे अकबर ने मजार में अकीदत के फूल अर्पित कर प्रदेश की खुशहाली की दुआएं मांगी।
बताया जा रहा है कि उनके दौरे को लेकर प्रशासन को भी भनक नहीं लगी। हालांकि उनके मजार में दाखिल होने से पहले पुलिस महकमा को सूचना मिल गई। करीब 15 मिनट मजार में रहते अकबर ने बाबा के दर पर हाथ उठाकर दुआएं मांगी। बताया जा रहा है कि दुर्ग में आयोजित प्रशासनिक बैठक में शामिल होने से पहले उन्होंने राजनांदगांव पहुंचकर मजार में अपनी हाजिरी लगाई। प्रभारी मंत्री रहे अकबर के दौरे की जानकारी से कई प्रमुख नेता अनभिज्ञ रहे। उनके रवाना होने के बाद ही दिग्गज नेताओं को उनके प्रवास की जानकारी मिली। निजी होने के कारण उनके दौरे से प्रशासन को जानकारी नहीं मिली। बताया जा रहा है कि वन मंत्री अकबर ने काफी समय से मजार में चादर पेश करने के लिए मन बना चुके थे, लेकिन व्यस्तता के कारण उनकी ख्वाहिश पूरी नहीं हो पा रही थी। आखिरकार आज अटल शाह के मजार में हाजिरी देने के साथ उन्होंने चादर भी पेश की। इस बीच पुलिस महकमे को भनक लगने के बाद एएसपी प्रज्ञा मेश्राम ने मजार के बाहर उनकी अगुवानी की।
इस बीच अकबर के अचानक दौरे के बाद स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं को जानकारी नहीं मिलने से सियासी अटकलें लगने लगी। बताया जा रहा है कि स्वयं मंत्री अकबर अपने दौरे की जानकारी को किसी के साथ साझा नहीं करने चाहते थे। चादर पेश करने के फौरन बाद वह दुर्ग रवाना हो गए। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस महासचिव शाहिद भाई, प्रवीण मेश्राम, अमीन हुद्दा, रूबी गरचा, सिद्दीक बडग़ुजर, याहया खान, सागर वर्मा, मोहन साहू समेत अन्य लोग शामिल थे।